BJP की शर्मनाक कट्टरता ने देश की वैश्विक स्थिति को पहुंचाया है नुकसान- नूपुर मामले में हमलावर कांग्रेस

भाजपा नेतृत्व की सत्ता की हवस देश की “सर्वधर्म सम्भाव” की संस्कृति को पहुंचा रही है अपूरणीय क्षति, भाजपा द्वारा दिया एक छोटा सा बयान भारतीयता के सिद्धांत को पहुंचाए गए लाखों ज़ख्मों को नहीं भर पाएगा, यह उनके लिए सीख है जो राजनीति की इस शतरंज में एक प्यादे से ज्यादा कुछ नहीं, जिनका इस्तेमाल कर काम हो जाने के बाद उन्हें 'दूध में से मक्खी' की तरह निकालकर फेंक दिया जाएगा- कांग्रेस

नूपुर शर्मा के बयान पर गरमाई सियासत
नूपुर शर्मा के बयान पर गरमाई सियासत

Politalks.News/Delhi. भारत और खाड़ी देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से रिश्ते काफी मजबूत रहे हैं. लेकिन बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा मोहम्मद पैगम्बर को लेकर दिए गए बयानों ने इन रिश्तों के बीच थोड़ी तल्खी बड़ा दी है. कतर, कुवैत और ईरान ने भारतीय राजदूतों को तलब कर भाजपा नेता के बयान पर विरोध जताया है तो वहीं भारत के साथ शुरू से मित्रता निभाने वाले UAE की भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है. हालांकि बीजेपी ने अपने दोनों ही नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है. अब इस पुरे मामले को लेकर कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड सांसद राहुल गांधी ने कहा कि, ‘भाजपा की शर्मनाक कट्टरता ने विश्व स्तर पर भारत की स्थिति को पहुंचाया है नुकसान.’ वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्वीट के माध्यम से केंद्र सरकार पर जोरदार निशाना साधा है.

बीजेपी के नेताओं की ओर से पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई टिप्पणियों को लेकर मुस्लिम देशों में खासा रोष देखा गया है तो वहीं इन दोनों नेताओं के बयान से कहीं न कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्व स्तरीय छवि को काफी नुक्सान हुआ है. नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के गैर जिम्मेदाराना बयानों को लेकर जहां भारत विरोधी तत्वों को बैठे-बैठाए मौका  मिल गया है तो वहीं भारत के लिए कूटनीतिक मुश्किलें भी खड़ी हो चुकी हैं. ऐसे में केंद्र सरकार और खासतौर पर विदेश मंत्रालय का अमला अब ताबड़तोड़ नुकसान की भरपाई और रिश्तों की रिपेयरिंग में जुटा है. वहीं देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि, ‘आंतरिक रूप से विभाजित भारत बाहर से कमजोर हो जाता है. भाजपा की शर्मनाक कट्टरता ने न केवल हमें अलग-थलग कर दिया है, बल्कि विश्व स्तर पर भारत की स्थिति को भी नुकसान पहुंचाया है.’

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वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए BJP पर निशाना साधा. सुरजेवाला ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘भाजपा एक तरफ़ तो धार्मिक ध्रुवीकरण कर और नफरत फैला कर भारत की सदियों पुरानी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की परंपरा का अपमान करती है तो दूसरी और सब धर्मों के सम्मान का ढोंग व पाखंड करती है. यह दोगली भाषा अविश्वसनीय है. इसे ही तो कहते हैं – ‘नौ सो चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.’ सुरजेवाला ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि, ‘भाजपाई नेतृत्व ने वोट बटोरने के लिए एक नया शब्दकोश बना लिया है. ये हैं- ‘श्मशान-कब्रिस्तान’,  ‘80 बनाम 20’,  ‘बुलडोज़र’, ‘गर्मी निकालना’. भाजपाई राजनीति में ‘विकास’, ‘रोजगार’, ‘प्रगति’, ‘शिक्षा’, ‘कृषि’, ‘सिंचाई’, ‘बिजली’, ‘बुनियादी ढांचा’ जैसे शब्दों के मायने नहीं रह गए.’

सुरजेवाला ने आगे कहा कि, ‘भाजपा नेतृत्व की सत्ता की हवस देश की “सर्वधर्म सम्भाव” की संस्कृति को अपूरणीय क्षति पहुंचा रही है. इसके चलते देश के सिख, मुस्लिम, ईसाई, दलित, आदिवासी और ओबीसी मोदी सरकार द्वारा समर्थित असामाजिक तत्वों की हिंसा व शोषण का शिकार हो रहे हैं.’ सुरजेवाला ने भाजपा और केंद्र सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि, ‘क्या भाजपा अपने तौर-तरीकों में सुधार लाने के प्रति गंभीर है? क्या भाजपा अपने अपराधों का पश्चात्ताप करने की बजाय गिरगिटी रंग बदल रही है? क्या अब भारत की आत्मा, विचारधारा और मानवता की समावेशी परंपरा पर ‘नफरत का बुलडोज़र’ चलना बंद हो जाएगा? भाजपा द्वारा दिया एक छोटा सा बयान भारतीयता के सिद्धांत को पहुंचाए गए लाखों ज़ख्मों को नहीं भर पाएगा. यह उनके लिए सीख है जो राजनीति की इस शतरंज में एक प्यादे से ज्यादा कुछ नहीं, जिनका इस्तेमाल कर काम हो जाने के बाद उन्हें ‘दूध में से मक्खी’ की तरह निकालकर फेंक दिया जाएगा.’

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वहीं सुरजेवाला ने बीजेपी से पूछा कि, ‘देश यह जानना चाहता है कि अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिये सत्ताधारी भाजपा को देश की छवि पर आघात करने का अधिकार किसने दिया? क्या यह सही नहीं कि भाजपा प्रवक्ता कहती रही कि उसे PM व गृह मंत्री का समर्थन है? तो फिर उसे पदमुक्त क्यों किया गया? क्या भाजपा नेतृत्व संकीर्ण राजनैतिक स्वार्थों को पूरा करने के लिए देश को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के अंधेरे युग में धकेल रहा है? क्या कारण है की भाजपा नेताओं को पार्टी से निष्काषित कर धार्मिक भावना भड़काने की FIR दर्ज नहीं की गई? क्या भाजपा जानती है की लगभग 320 लाख भारतीय मूल के लोग विदेशों में रहते हैं व काम करते हैं, जिनमें से 150 लाख खाड़ी के देशों में हैं? क्या यह सही है कि साल 2021 में इन भारतीयों ने देश में ₹6 लाख करोड़ वापस भेजा जो कुल इन्कम टैक्स से ज़्यादा है?’

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से पूछा कि, ‘क्या यह सही है कि भारत का केवल 4 खाड़ी के देशों को निर्यात ही 3 लाख करोड़ से ज़्यादा है? क्या भाजपा हमारे किसानों व व्यापारियों की रोज़ी रोटी पर आघात नहीं कर रही? क्या कारण है कि हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति के सम्मान में दिया भोज एक विदेशी मुल्क ने कैन्सल कर दिया? क्या कारण है कि कई देशों द्वारा हमारे राजदूतों को बुला एडवाईजरी जारी की जा रही है और राजदूत भाजपा प्रवक्ताओं को ‘फ्रिंज तत्व’ बता रहे हैं? इन सभी सवालों की सच्चाई भी सामने आई है वो यह है कि, भाजपा अपने कृत्यों से देश के सम्मान को ठेस पहुँचा रही है और झेंप मिटाने के लिए विदेशी मुल्कों के दबाब में प्रवक्ता हटा रही है.पर…. सविंधान की अनुपालना कब होगी? सब नागरिकों को एक नज़र से कब देखा जाएगा? राजधर्म कब निभायेंगे? देश जानना चाहता है.’

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