Sanyam Lodha attacked BJP in the Assembly: राजस्थान की 15वीं विधानसभा के अंतिम बजट के दौरान सोमवार को सीएम सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने गलत भाषण पढ़ने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बीजेपी नेताओं के बयानों पर पलटवार खुलकर पलटवार किया. संयम लोढा ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय पूर्व सीएम वसुंधरा राजे द्वारा बजट भाषण दुबारा पढ़ने की घटना की याद दिलाते हुए कहा कि सीएम गहलोत ने बजट का एक गलत पन्ना पढ़ा, ये एक मानवीय भूल है. इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री सीतारमण ने सदन में टिप्पणी की. लोढा ने कहा कि इसी सदन में 2014-15 में जब तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बजट भाषण पढ़ा था, उस लिखित भाषण को उन्होंने गलत पढ़ लिया था. इसके बाद जब मैडम राजे ने परिवर्तित बजट पेश किया तो यह कहकर संशोधन करवाया गया कि उन्होंने 14 जुलाई को पढ़ा उसमें अशुद्धियां रह गईं थीं. लोढ़ा ने कहा कि लिखे हुए भाषण को पढ़ने में अशुद्धि रह गईं और 8 स्थानों पर संशोधन करवाया गया. बीजेपी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए लोढा ने कहा कि टिप्पणी करने वाले इतिहास में भी झांक लें एक बार.
इसके साथ ही सीएम सलाहकार संयम लोढा ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर गलत आंकड़े पेश करने का आरोप भी लगाया. लोढा ने कहा कि 3 दिन पहले ट्विटर पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान का कर्ज 7 लाख करोड़ बता दिया, जो तथ्यात्मक रूप से गलत है. आगे संयम लोढ़ा ने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा कि आपकी सरकार के 5 साल और इस सरकार के 4 साल के कामकाज का राजस्थान में कहीं भी बहस करवा लें, मैं तैयार हूं. असत्य आंकड़ों, गलत सूचना के आधार पर सिर्फ सत्ता के लिए राजस्थान की जनता के मनोबल को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
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वहीं भारत सरकार पर बढ़ते कर्ज को लेकर संयम लोढा ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. लोढा कहा कि 56 इंच की छाती वाले उस महान आत्मा से भी कभी भाजपा के लोग सवाल करें कि 2019-20 में भारत सरकार पर जीडीपी का 50.90 फीसदी कर्ज था. ये बढ़ कर 2020-21 में 61.01%, 2021-22 में 57.3%, 2022-23 के रिवाइज एस्टीमेंट में 55.89% और इस साल बढ़कर 56.16 परसेंट हुआ है. संयम लोढा ने कहा कि देश के माननीय प्रधानमंत्री को श्रीलंका का उदाहरण दें कि राजस्थान तो ठीक हालत में है. एफआरबीएम एक्ट की पालना कर रहा है, लेकिन भारत सरकार खुद कहां खड़ी है. इस दौरान संयम लोढा ने यहां तक कह दिया कि जिस हिसाब से कर्जा बढ़ रहा है, हमें भी कहीं श्रीलंका के पास ले जाकर डुबो न दिया जाए.
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मोदी सरकार पर हमला जारी रखते है संयम लोढ़ा ने सदन में आगे कहा कि 9 साल हो गए मोदी सरकार को आए हुए, क्या गौ माता को राष्ट्रीय पशु नहीं घोषित करना चाहिए था? क्या गौ माता की हत्या के लिए राष्ट्रीय कानून नहीं लाना चाहिए? ये बड़ा प्रश्न है जिसका जवाब देश की जनता को भाजपा को देना चाहिए, लेकिन आप राजस्थान में गौ रक्षा की बात करेंगे. संयम लोढ़ा ने कहा कि आपको शर्मिंदा होना चाहिए कि आपकी सरकार आने के बाद भारत में गौ मांस का निर्यात बढ़ा है.
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वहीं केंद्रीय मंत्री और जोधपुर सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम लिए बिना संयम लोढ़ा ने सदन में आदर्श सोसाइटी और संजीवनी सोसाइटी का भी मामला उठाया. लोढा ने कहा कि इतना बड़ा घोटाला हुआ, लाखों परिवारों के पैसे इसमें फंसे हुए हैं. आज सहकारिता मंत्री के पद पर भारत सरकार के गृह मंत्री हैं. क्या इसलिए उन लोगों को बचाया जा रहा है क्योंकि वह आरएसएस से संबंधित हैं. उसके घर में आरएसएस का ऑफिस चलता था. वह आरएसएस के लोगों का खर्चा उठा रहा था. इस पर सदन में हंगामा हो गया.