देश में फैल रही साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर भागवत के बयान का राउत ने किया समर्थन, कही ये बड़ी बात

देश भर के कई राज्यों में हुई हिंसा को लेकर सियासत तेज, साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर मोहन भागवत ने दिया बड़ा बयान- हमें हिंसा को त्यागने और शांति कायम करने वाला होना चाहिए, सभी समुदायों को मानवता की रक्षा का काम प्राथमिकता से करने की है जरूरत, जब संत और समाज एक साथ आ जाएगा तो सरकार को उनके पीछे चलना ही होगा, तो भागवत के समर्थन में उतरे संजय राउत, इस मुद्दे को लेकर देशभर में बहस करने की कही बात

'ये गिन रहे हैं अपने अंतिम दिन...'
'ये गिन रहे हैं अपने अंतिम दिन...'

Politalks.News/MohanBhagwat: हाल ही में देश के कई राज्यों में राम नवमी और हनुमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा को लेकर सियासत अब भी जारी है. अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले RSS प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. गुरूवार को महाराष्ट्र के अमरावती पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, ‘हिंसा से आजतक किसी का फायदा नहीं हुआ. जिस समाज को हिंसा प्रिय है वह अब अपने अंतिम दिन गिन रहा है, हमें हमेशा के लिए अहिंसक और शांतिप्रिय होना चाहिए, एक दिन भारत फिर से अखंड जरूर होगा.’ वहीं शिवसेना सांसद एवं नेता संजय राउत ने कहा कि, ‘मैं मोहन भागवत जी का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने ऐसे विचार को आगे लाया है जिस पर पूरे देश में बहस होनी चाहिए.’

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरूवार को पूर्वी महाराष्ट्र में कंवरराम धाम में संत कंवरराम के प्रपौत्र साईं राजलाल मोरदिया के ‘गद्दीनाशिनी’ कार्यक्रम में शिरकत की. वहीं संजय शेरपुरिया द्वारा पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओ की पीड़ा पर लिखी गई किताब ‘मैं माधोभाई, एक पाकिस्तानी हिंदू’ का लोकार्पण भी किया. इस दौरान मोहन भागवत ने हाल ही में देश के कई राज्यों में हुई हिंसा को लेकर भी चिंता व्यक्त की साथ ही बड़ा बयान देते हुए RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि, ‘हमें हिंसा को त्यागने और शांति कायम करने वाला होना चाहिए. सभी समुदायों को मानवता की रक्षा का काम प्राथमिकता से करने की जरूरत है. जब संत और समाज एक साथ आ जाएगा तो सरकार को उनके पीछे चलना ही होगा. जिस समाज को हिंसा पसंद है, वो अपने अंतिम दिन गिन रहा है.’ इस दौरान एक बार फिर भागवत ने अखंड भारत का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘देख लेना एक दिन अखंड भारत जरूर बनेगा.’

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मोहन भागवत ने आगे कहा कि, ‘हमें हिंसा त्यागने और शांति कायम करने वाला होना चाहिए. सभी समुदायों को मानवता की रक्षा का काम प्राथमिकता से करने की जरूरत है.’ वहीं पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं और पाकिस्तान से भारत आने वाले हिंदुओं की पीड़ा का जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि, ‘सिंधी समाज के लोग पाकिस्तान से गंवाकर नहीं बल्कि सब कुछ छोड़कर आए हैं. कुछ सिंधी भाई अपने धर्म और जमीन की रक्षा के लिए पाकिस्तान में रुक गए थे और कई लोग जमीन न बचाकर अपने धर्म की रक्षा के लिए भारत आ गए. इसके लिए मैं सिंधी समुदाय के देश के विकास में योगदान की तारीफ करता हूँ.

मोहन भागवत ने आगे कहा कि, ‘मौजूदा केंद्र सरकार हो या कोई और सरकार, वो समाज के दबाव में ही काम करती है. पूरा समाज सिंधी यूनिवर्सिटी और अखंड भारत बनाने के लिए इच्छुक है. सिंधी संस्कृति और भाषा को बढ़ावा देने के लिए अलग यूनिवर्सिटी बनाने की जरूरत है. अगर आप सिंधी यूनिवर्सिटी के सपने को साकार होते देखना चाहते हैं, तो आपको मौजूदा मोदी सरकार पर दबाव बनाना होगा.’ वहीं कार्यक्रम में मौजूद जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि, ‘अखंड भारत देश में सभी का सपना है और PM नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में ये सपना जरूर हकीकत बनेगा.’ वहीं शिवसेना के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत ने मोहन भागवत के बयान का समर्थन किया.

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संजय राउत ने कहा कि, ‘मैं मोहन भागवत जी का अभिनंदन करता हूं कि उन्होंने ऐसे विचार को आगे लाया है जिस पर पूरे देश में बहस होनी चाहिए.’ वहीं लाउडस्पीकर मुद्दे को लेकर राउत ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि, ‘राज्य गृह मंत्री ने महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर मामले में निर्णय लेने के लिए सभी विपक्षी दलों को बुलाया था. लेकिन यहां के बीजेपी पार्टी ने इसका बहिष्कार किया. महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर मामले में बीजेपी अशांति फैलाना चाहती है मतलब वो राजनीति करना चाहती है.’

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