Politalks.News/Rajasthan. कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर राजस्थान में सियासी उथल पुथल तेज हो गई है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन के साथ ही प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों ने जोर पकड़ रखा है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट के नाम पर मुहर लगा दी है लेकिन स्थिति अब तक साफ़ नहीं हो पाई है. इसी कड़ी में आज शाम मुख्यमंत्री आवास पर शाम 7 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक के लिए आलाकमान ने प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ मल्लिकार्जुन खड़गे को आब्जर्वर बना कर राजस्थान भेजा गया है. वहीं विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए सचिन पायलट भी जयपुर पहुंच गए हैं. सूत्रों का कहना है कि बैठक में आलाकमान का फैसला सीधा सुनाया जाएगा और एक लाइन का प्रस्ताव पेश होगा. वहीं इस बात के संकेत तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी जैसलमेर में दे दिए. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मेरे लिए पद का महत्त्व नहीं है. युवा पीढ़ी को आगे लाया जाए.’
कल तक राजस्थान के सियासी गलियारों में ये चर्चा थी कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए निर्वाचन होने के बाद ही राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर फाइनल मुहर लगेगी. लेकिन आज शाम बुलाई गई विधायक दल की बैठक ने ये साफ संकेत दे दिया है कि आलाकमान राजस्थान में जल्द ही परिवर्तन करना चाहता है. मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन आज शाम 7 बजे होने वाली विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए जयपुर पहुंच चुके हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या खड़गे और माकन राजस्थान के विधायकों के लिए आलाकमान का मैसेज लेकर राजस्थान पहुंच रहे हैं या फिर विधायकों की रायशुमारी कर उस राय के मुताबिक फैसला करने आ रहे हैं. अगर खड़गे और माकन आलाकमान का मैसेज लेकर आ रहे हैं, तो ये साफ है कि वह सचिन पायलट के लिए ही होगा और अगले मुख्यमंत्री सचिन पायलट ही होंगे लेकिन अगर विधायकों के साथ रायशुमारी हुई तो ऐसे में सचिन पायलट के नाम पर पेच फंस सकता है.
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वहीं सूत्रों का ये भी कहना है कि आज सचिन पायलट के नाम पर मुहर लगने के साथ ही जल्द मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस्तीफा दे सकते हैं 28 अगस्त को सचिन पायलट मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. ऐसे में सभी की निगाहें आज होने वाली विधायक दल की बैठक पर जाकर टिक चुकी है. वहीं नामांकन दाखिल करने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जैसलमेर पहुंच तनोट माता के मंदिर में दर्शन किए. इसके बाद सीएम गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए बड़ा बयान दिया. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘मेरे लिए कोई पद महत्वपूर्ण नहीं हैं. मैं 40 साल से पार्टी में हूं,मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया. अब नई पीढ़ी को चांस मिले. मुझे कांग्रेस आलाकमान जो भी जिम्मेदारी देगा,मैं उसे निभाऊंगा. आज देश में हालात बहुत खतरनाक हैं. देश का लोकतंत्र खतरे में है. देश में ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है.’
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सीएम अशोक गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए पत्रकारों से कहा कि, ‘मीडिया में ये बहुत ही गलत प्रचारित किया गया कि मैं राजस्थान सीएम का पद छोड़ना नहीं चाहता. मैं तो अगस्त में ही पार्टी आलाकमान को कह चूका हूं कि आप अगला सीएम उसे बनाइए जो प्रदेश में कांग्रेस सरकार को रिपीट करवा सके. मैं कोई राजस्थान से दूर थोड़े जा रहा हूं. मैं कहीं भी रहूं राजस्थान मेरे दिल में है. मैं चाहे मुख्यमंत्री रहूं या ना रहूं लेकिन राजस्थान मेरे लिए सर्वोपरि है.’ वहीं सीएम गहलोत से जब युवा बजट से जुड़ा सवाल पुछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘मैं अपनी राय अगले सीएम से साझा करूंगा कि वे किस तरह युवाओं को आगे लाने का काम कर सकते हैं.’