सियासी प्रपंच से बचते हुए पेपरलीक कांड पर बदले सुर तो आचार्य के सवाल को साफगोई से टाल गए पायलट

सोमवार को दिनभर नागौर जिले के दौरे पर रहे सचिन पायलट ने जहां पहले परबतसर में किसान सम्मेलन को संबोधित किया तो वहीं शाम को नागौर के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया. प्रेस वार्ता में पायलट ने पेपरलीक से लेकर कांग्रेस में गुटबाजी और आगामी चुनाव में युवाओं को मौका देने के बारे में खुलकर अपने विचार रखे. इस मौके पर सचिन पायलट से हमने आचार्य प्रमोद कृष्ण के ट्वीट पर सवाल पूछा तो पायलट इस सवाल को टालते नजर आए

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Sachin Pilot on Paper Leak & Acharya Pramod. आलाकमान सहित विरोधियों को अपनी सियासी ताकत का अहसास करवाने प्रदेश में जनसुनवाई और किसान सम्मेलनों के जरिए जनसभाओं का आगाज कर चुके पूर्व उपमुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता सचिन पायलट हनुमानगढ़ में होने वाले किसान सम्मेलन को संबोधित करने बीकानेर पहुंच चुके हैं. इससे पहले सोमवार को दिनभर नागौर जिले के दौरे पर रहे पायलट ने जहां पहले परबतसर में किसान सम्मेलन को संबोधित किया तो वहीं शाम को नागौर के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया. प्रेस वार्ता में पायलट ने पेपरलीक से लेकर कांग्रेस में गुटबाजी और आगामी चुनाव में युवाओं को मौका देने के बारे में खुलकर अपने विचार रखे. इस मौके पर मीडिया ने सचिन पायलट से जब आचार्य प्रमोद कृष्ण के ट्वीट पर सवाल पूछा तो पायलट इस सवाल को टालते नजर आए.

आपको बता दें कि, पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव और फिर बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा आगामी यूपी विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ न लेकर अकेले मैदान में उतरने के फैसले पर प्रियंका गांधी के करीबी सलाहकारों में माने जाने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद कृष्ण ने अपनी ही कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेताओं पर तंज कसा है. प्रमोद कृष्णम ने लिखा कि, ‘सपा के बाद अब बसपा ने भी समझौता करने से साफ मना कर दिया. लगता है हमारी पार्टी के सीनियर मैनेजर अब बूढ़े होने के साथ-साथ अप्रासंगिक भी हो गये हैं.’ आचार्य प्रमोद कृष्णम के इस ट्वीट पर जब पत्रकारों ने सचिन पायलट की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो पायलट इस सवाल को टालते नजर आए. दरअसल, आचार्य प्रमोद कृष्णम को सचिन पायलट का सबसे बड़ा समर्थक माना जाता है और प्रियंका गांधी के भी करीबी माने जाते हैं.

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वहीं पार्टी में गुटबाजी की बात को साफ नकारते हुए सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और सब मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लडेंगे और हमारा लक्ष्य विधानसभा में रिपीट होना और उसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मजबूती दिलाना है. हालांकि उदयपुर में बीते साल हुए कांग्रेस के अधिवेशन में 50 फीसदी टिकट युवाओं को टिकट देने के फैसले को याद दिलाते हुए सचिन पायलट ने कहा कि उदयपुर में पार्टी ने घोषणा की थी की आगामी चुनावों में 50 प्रतिशत टिकटें युवाओं को दी जाएंगी. हालांकि, टिकट वितरण किस प्रकार से होगा और कैसे होगा यह अभी तय नहीं है, लेकिन हमारी कोशिश रहेगी कि सोनिया जी और खड़गे जी ने जो बात अधिवेशन में कही उसको लागू किया जाए और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को इस बार मौका देने की कोशिश हमारी तरफ से रहेगी.

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पेपरलीक मामले में सरकार कर रही है दोषियों के खिलाफ कार्रवाई
वहीं सबसे अहम जहां दिन में परबतसर में जनसभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने भर्ती परीक्षाओं के पेपरलीक मामलों को लेकर अपनी ही गहलोत सरकार हमला बोला, तो वहीं शाम को प्रेसवार्ता में इस मामले पर पायलट ने कहा कि इस मामले में सरकार गंभीर है और जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो रही है. पायलट ने यह भी कहा कि पेपर लीक को लेकर नियम भी बनाए हुए हैं केवल उनको इंप्लीमेंट करने की आवश्यकता है जिसके लिए सरकार काम कर रही है.

ऐसे में अब इसमें कोई दो राय नहीं है कि सचिन पायलट अब किसी भी विवाद में नहीं पड़ना चाह रहे हैं. इसीलिए गुटबाजी और आचार्य प्रमोद कृष्ण के सवालों पर उसी तरह से रिएक्ट किया जिस तरह एक मझा हुआ राजनेता करता है, तो वहीं पेपरलीक मामलों पर में दिन में दिए भाषण को शाम की प्रेसवार्ता से ढाबने की कोशिश की है सचिन पायलट ने.

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