Politalks.News/Mumbai/RSS. मुंबई में रहने वाले संघ प्रचारक यशवंत शिंदे ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि 2006 के पटबंधरे नगर बम विस्फोट आरएसएस ने करवाए थे. इसके लिए यशवंत शिंदे ने नांदेड़ की एक अदालत में एक हलफनामा दायर किया है और कहा है कि मैं इस मामले में गवाह बनने के लिए तैयार हूं. यही नहीं शिंदे ने ये दावा भी किया कि उनके पास धमाके से जुड़ी हुई सारी जानकारी है. शिंदे का एक वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है जिसमें शिंदे ने कहा कि, ‘बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए आरएसएस ने देशभर में बम ब्लास्ट करने की साजिश रची थी.’ गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले संघ प्रचारक के इस दावे के सामने आने के बाद देश की सियासत का गरमाना तय माना जा रहा है. वहीं अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता पवन खेड़ा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी और आरएसएस पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने शिंदे के इस बयान के सामने आने के बाद मुंबई पुलिस से उनकी सुरक्षा की मांग भी की है.
आपको बता दें, शनिवार को उस समय देश की सियासत में हड़कंप मच गया जब मुंबई में रहने वाले एक संघ प्रचारक ने वीडियो जारी करते हुए बड़ा खुलासा किया. मुंबई के संघ प्रचारक यशवंत शिंदे ने दावा किया है कि वह 1995 से विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक के सदस्य रहे हैं. यही नहीं मुंबई स्थित एक स्थान पर उन्हें बम बनाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी. शिंदे ने बताया कि, नांदेड़ बम विस्फोट में मारे गए हिमांशु पांसे और 20 अन्य लोगों के साथ इस प्रशिक्षण में शामिल हुए थे. यशवंत शिंदे ने कहा है कि वह नांदेड़ में कई बार हिमांशु पानसे से मिलने गए थे और उनसे कहा था कि ऐसा न करें.
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मिली जानकारी के अनुसार नांदेड़ की अदालत में दर्ज कराये गए सात पन्नों के अपने हलफनामे में शिंदे ने आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद के कई कार्यकर्ताओं के नाम बताए हैं और बम विस्फोट की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के कई स्तरों पर उनकी संलिप्तता का दावा किया है. उनका दावा है कि उन्हें जुलाई 2003 में दक्षिण मुंबई के खेतवाड़ी इलाके में गोल देउल में एक बैठक में बुलाया गया था.
अदालत में दिए गए अपने हलफनामने में यशवंत शिंदे ने कहा है कि वह निश्चित समय पर बैठक के लिए गया था और उस बैठक में केवल दो व्यक्ति थे. वे आरएसएस के सदस्य थे और मिलिंद परांडे के करीबी सहयोगी थे, जो विहिप महाराष्ट्र प्रांत के नेता थे. इन दो व्यक्तियों ने सूचित किया कि बम बनाने का एक प्रशिक्षण शिविर जल्द ही आयोजित होने वाला है और उसके बाद पूरे देश में बम विस्फोट करने की योजना बनाई जा रही है. बैठक में मौजूद व्यक्तियों ने मुझसे कहा कि मुझे देश के विभिन्न हिस्सों में अधिक से अधिक बम विस्फोट करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए. ऐसा सुनकर शिंदे चौंक गए लेकिन अपने चेहरे पर यह नहीं दिखाया और उनसे हल्के-फुल्के अंदाज में पूछा कि क्या यह 2004 की तैयारी है, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया. साल 2006 में हिमांशु और एक अन्य की बम बनाते हुए नांदेड़ के पटबंधरे नगर में विस्फोट से मौत हो गई. इसको लेकर पहले कहा गया कि पटाखा विस्फोट था लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि ये विस्फोट बम बनाते समय हुआ था.’
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शिंदे के इस बड़े दावे के बाद देश की सियासत का गरमाना तय है. कांग्रेस ने तो इसे लेकर अपनी आवाज बुलंद भी कर दी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘इससे बड़ी ब्रेकिंग न्यूज़ क्या हो सकती है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रहे यशवंत शिंदे ने हलफ़नामा दायर कर संघ के राष्ट्र विरोधी कारनामों की ख़ौफ़नाक जानकारी उजागर की. कैसे पूरे देश में बम विस्फोट करने का षड्यंत्र रचा गया, कौन-कौन उसमें शामिल थे?‘ वहीं पवन खेड़ा के ट्वीट करते ही कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ता इस पोस्ट को शेयर करने लगे और बीजेपी-आरएसएस पर आरोप लगाने लगे. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यशवंत शिंदे ने बेहद साहस के साथ शपथपत्र दिया है. जिन लोगों के नाम यशवंत शिंदे ने लिया है यह अपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं. इस बयान के बाद यशवंत की जान को खतरा हो सकता है. कमिश्नर पुलिस मुंबई को तत्काल यशवंत की सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम करना चाहिए.’