रोहिणी आचार्य की जीवनी | Rohini Acharya Biography in Hindi

rohini acharya biography in hindi
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Rohini Acharya Latest News – बिहार विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के परिवार में काफी उथल पुथल मचा हुआ है. अभी हाल ही में, उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने भी राजनीति के साथ साथ अपने परिवार से भी नाता तोड़ने का एलान कर दिया है. लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी तब खूब चर्चा में रही थी जब दिसंबर, 2022 में उन्होंने अपने पिता को किडनी दान की थी. इसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर उनकी खूब सराहना हुई थी. अब एक बार फिर से रोहिणी आचार्य चर्चा में है, लेकिन इस बार कारण अलग है. पिता को किडनी देनी वाली उस बेटी को छोटे भाई तेजस्वी यादव से बुरे व्यवहार का सामना करना पड़ा है. इसकी जानकारी उन्होंने स्वयं मीडिया को दी है. इस लेख में हम आपको रोहिणी आचार्य की जीवनी (Rohini Acharya Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

रोहिणी आचार्य की जीवनी (Rohini Acharya Biography in Hindi)

पूरा नाम रोहिणी यादव
उम्र 46 साल
जन्म तारीख 1 जून 1979
जन्म स्थान पटना
शिक्षा एमबीबीएस
कॉलेज रांची विश्वविद्यालय, रांची,
वर्तमान पद
व्यवसाय राजनीतिक
राजनीतिक दल राष्ट्रीय जनता दल
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम लालू प्रसाद यादव
माता का नाम राबड़ी देवी
पति का नाम समरेश सिंह
भाई का नाम तेज प्रताप, तेजश्वी  
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता
वर्तमान पता
फोन नंबर
ईमेल

रोहिणी आचार्य का जन्म और परिवार (Rohini Acharya Birth & Family)

रोहिणी यादव का जन्म 1 जून 1979 को पटना में हुआ था. उनके पिता का नाम लालू प्रसाद यादव है जबकि उनकी माता का राबड़ी देवी है. माता और पिता दोनों ही बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके है. रोहिणी यादव का विवाह 24 मई, 2002 को पटना में समरेश सिंह से हुआ था. रोहिणी यादव के तीन बच्चे है. रोहिणी आचार्य धर्म से हिन्दू है जबकि जाति से यादव है. रोहिणी यादव पर 0 आपराधिक मामला है.

रोहिणी आचार्य की शिक्षा (Rohini Acharya Education)

डॉ रोहिणी आचार्य ने वर्ष 2004 में रांची विश्वविद्यालय, रांची, से एमबीबीएस (चिकित्सा शास्त्र में स्नातक) किया है.

रोहिणी आचार्य का आरंभिक जीवन (Rohini Acharya Early Life)

डॉ. रोहिणी आचार्य पढाई के दौरान ही समरेश सिंह के संपर्क में आयी थी और बाद में उन्होंने 2002 में समरेश सिंह से शादी कर ली. रोहिणी ने मेडिकल की पढाई की है पर वे स्वयं को एक घरेलु महिला बताती रही है. मेडिकल की पढाई के बाद भी उन्होंने न तो कही भी डॉ. की जॉब की और न ही कही स्वयं की क्लिनिकल प्रैक्टिस की है.

रोहिणी आचार्य का राजनीतिक करियर (Rohini Acharya Political Career)

पहली बार डॉ. रोहिणी आचार्य 2024 के लोकसभा चुनाव में सारण लोकसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट खड़ी हुई थी. पर अपने पहले ही चुनाव में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा. लोक सभा चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के राजीव प्रताप रूडी से था.

हालांकि उस चुनाव में दोनों पार्टियों में काटें की टक्कर हुई पर अंत में राजीव प्रताप रूडी मामूली अंतर से जीत दर्ज करने में सफल रहे. उस चुनाव में, राजीव प्रताप रूडी ने 4,71,752 वोट हासिल किए जबकि रोहिणी को कुल 4,58,091 हासिल हुए. चुनाव में रोहिणी दूसरे स्थान पर रही.

कौन है डॉ. रोहिणी आचार्य के पति समरेश सिंह

समरेश सिंह पूर्व आयकर आयुक्त श्रेणी के अधिकारी रहे राव रणविजय सिंह के पुत्र है. समरेश ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीए अर्थशास्त्र ऑनर्स किया है. बाद में, उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स, फाइनेंस और इंटरनेशनल बिजनेस में में स्नातकोत्तर (एम.ए.) किया है. फिर इसके बाद उन्होंने इनसीड बिजनेस से एमबीए (फाइनेंस) भी किया है.

बाद में, समरेश रोहिणी को लेकर अमेरिका चले गए. कुछ दिनों के बाद वे दोनों अमरीका से सिंगापुर में जाकर सिफ्ट हो गए. वर्तमान में, समरेश सिंह, अपनी पत्नी रोहिणी व तीन बच्चो के साथ सिंगापूर में रहते है. वहां वे एवरकोर में प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यरत है. इससे पहले समरेश स्टैण्डर्ड चार्टेड बैंक में सीनियर अधिकारी के पद पर आसीन थे.

जानिए, रोहिणी आचार्य का नाम कैसे पड़ा? इसके पीछे है, एक रोचक घटना

रोहिणी आचार्य ‘यादव’ जाति से है और उनके माता-पिता विशेषकर पिता, लालू यादव का राजनीतिक आधार ही जाति रहा है. वे राज्य में माय यानि मुस्लिम-यादव समीकरण के जन्मदाता है पर जाति के प्रति कट्टर वैसे व्यक्ति ने स्वयं अपनी दूसरी बेटी का नाम के साथ यादव टाइटल क्यों नहीं रखा. इसके पीछे एक रोचक धटना है. लेकिन उससे पहले उनके नाम से जुड़े घटना पर यहां चर्चा आवश्यक है.

रोहिणी का नाम इसलिए रखा गया क्योंकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार उनका जन्म ‘रोहिणी नक्षत्र’ में हुआ था. जबकि उनके उपनाम (टाइटल) पटना की एक स्त्री रोग विशेषज्ञ के नाम पर पड़ा. दरअसल डॉ. कमला आचार्य ने ही रोहिणी का प्रसव कराया था, लेकिन उस लेडी डॉ ने लालू यादव से कोई शुल्क नहीं लिया. हालांकि बताया जाता है लालू यादव ने उन्हें फीस लेने का विनम्र अनुरोध भी किया था पर बावजूद इसके उन्होंने फीस लेने से मना कर दिया और बदले में अनुरोध किया कि आप इस बच्ची को मेरा नाम दे दीजिए. लालू यादव ने लेडी डॉ. के अनुरोध को स्वीकार कर लिया और इस तरह लालू यादव की दूसरी बेटी का नाम ‘रोहिणी आचार्य’ पड़ गया.

रोहिणी आचार्य की संपत्ति (Rohini Acharya Property)

2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार रोहिणी आचार्य की कुल संपत्ति 36 करोड़ 62 लाख रूपये हैं जबकि उनपर 1 करोड़ 30 लाख रूपये का कर्ज भी है.

इस लेख में हमने आपको रोहिणी आचार्य की जीवनी (Rohini Acharya Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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