पायलट के पोस्टर हटाना निंदनीय, लेकिन इससे लोगों में बना उत्साह, फिर और ज्यादा आई भीड़- सोलंकी

बिना किसी खर्चे के, बिना किसी गाड़ी-घोड़े के, यह लाखों की संख्या में लोगों का जनसैलाब है, जो यह बता रहा है कि अब वक्त आ गया है कि आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन पर विचार करे, अक्सर नेताओं को भीड़ जुटाने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं, गाड़ी-घोड़े लगाने पड़ते हैं, लेकिन प्रदेशभर से आई आज की भीड़ अपने खर्चे पर आई है- वेदप्रकाश सोलंकी

'दिलों से कैसे हटाओगे पायलट को'
'दिलों से कैसे हटाओगे पायलट को'

Politalks.News/Rajasthan/Pilot. कल से शुरू होने वाली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के चलते कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री और टोंक विधायक सचिन पायलट ने अपने जन्मदिन से एक दिन पहले यानी आज जयपुर में अपना जन्मदिन मनाया. एक बड़े शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखे जा रहे इस कार्यक्रम में बधाई देने वालों का भारी जनसैलाब उमड़ पड़ा. कुछ घण्टों के लिए जयपुर के सबसे पॉश इलाके सिविल लाइंस में बड़ा जाम लगा रहा. लेकिन इसी बीच दो दिन पहले सिविल लाइंस सहित जयपुर के अन्य इलाकों से सचिन पायलट के पोस्टरों को हटाने को लेकर सियासत तेज हो गई. कट्टर पायलट समर्थक चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने इशारों-इशारों में गहलोत सरकार पर जोरदार निशाना साधा. सोलंकी ने कहा कि सचिन पायलट के पोस्टर-होर्डिंग तो हटाए सकते हैं, लेकिन जिनके दिलों में पालयट बस चुके हैं, उन्हें कैसे हटाऐंगे?

अपने नेता के जन्मदिन पर प्रदेश भर से आई समर्थकों और कार्यकर्ताओं की भीड़ को लेकर विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि आज जिस तरह से समर्थकों का जनसैलाब उमड़ा है, यह आलाकमान के लिए भी एक मैसेज है. राजस्थान की जनता, राजस्थान की महिलाएं और खासतौर से राजस्थान के युवा, किसे अपना नेतृत्वकर्ता बनाना चाहते हैं, आज की इस भीड़ ने बता दिया है. विधायक सोलंकी ने आगे कहा कि बिना किसी खर्चे के, बिना किसी गाड़ी-घोड़े के, यह लाखों की संख्या में लोगों का जनसैलाब है, जो यह बता रहा है कि अब वक्त आ गया है कि आलाकमान नेतृत्व परिवर्तन पर विचार करे. सोलंकी ने कहा कि अक्सर नेताओं को भीड़ जुटाने के लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं, गाड़ी-घोड़े लगाने पड़ते हैं, लेकिन प्रदेशभर से आई आज की भीड़ अपने खर्चे पर आई है.

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ववहीं दो दिन पहले सिविल लाइंस सहित शहर के अन्य इलाकों से हटाए गए पायलट के पोस्टर्स को लेकर विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने कहा कि सचिन पायलट की लोकप्रियता से विरोधी घबरा गए हैं कि सिविल लाइन क्षेत्र में पोस्टर-होर्डिंग हटाने के आदेश 3 सितंबर को ही जारी कर दिए. जन्मदिन से 3 दिन पहले के ये आदेश यह दर्शाता है कि विरोधियों में किस कदर घबराहट है. सोलंकी ने कहा कि प्रसाशनिक स्तर पर लिखित में आदेश बिना किसी इशारे के नहीं होते हैं. बता दें, सचिन पायलट के जन्मदिन बधाई के जो पोस्टर लगे, वो रातों रात हटा दिए गए, सोलंकी ने कहा कि इससे पहले भी नेताओं के बधाई के पोस्टर लगते रहे हैं. भैरोंसिंह शेखावत के लगते थे और भी नेताओं के लगते हैं, लेकिन पायलट के पोस्टर को हटाना निंदनीय है.

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वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि हम ये नहीं कहते कि किसके कहने पर आदेश जारी हुए, किसके कहने पर पोस्टर-होर्डिंग हटाए गए. इस पर हम कोई कमेंट नहीं करेंगे. जनता सब जानती है, वो सब समझ रही है. राजस्थान में जैसे ही यह मैसेज गया कि सचिन पायलट के पोस्टर हटाए जा रहे हैं, उससे लोगों में और ज्यादा उत्साह बन गया. जो संख्या पहले आने वाली थी, उससे डबल संख्या में लोग सचिन पायलट को बधाई देने आए हैं. सोलंकी ने कहा कि पोस्टर हटाना कोई अच्छी राजनीति नहीं है. पोस्टरों को हटाया, लेकिन हमने फिर सुबह-सुबह पोस्टर लगा दिए. प्रशासन फिर पोस्टर-होर्डिंग को हटा दे, हमें इससे कोई एतराज नहीं है. पोस्टर-होर्डिंग तो हटा सकते हैं, लेकिन जिनके दिलों में सचिन पालयट बस चुके हैं, उन्हें कैसे हटाएंगे?

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