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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह चाहें कितना भी खुद के दम पर केंद्र सरकार बनाने का दम भरें लेकिन बीजेपी के खुद के दिग्गज नेताओं को यह दूर की कोड़ी लगती है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव को भी यही लगता है. एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने कहा है कि बीजेपी अकेले दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाएगी. ऐसे में बीजेपी को नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार बनाने के लिए सहयोगियों की जरूरत पड़ सकती है. सत्ता वापसी की संभावनाओं पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि राजनेता के रूप में हमें ध्यान रखना चाहिए कि एंटी इनकंबेंसी की वजह से जो कामयाबी पिछली बार हमने हासिल की थी, जरूरी नहीं कि हम उसे दोहरा पाएं.

राम माधव का यह भी मानना है कि अगर देश के उत्तरी राज्यों में बीजेपी को कुछ नुकसान होता भी है तो पार्टी इसकी भरपाई पूर्वोत्तर और पूर्वी राज्यों यथा पश्चिम बंगाल और ओडिशा से कर लेगी. उन्होंने कहा, ‘पूर्वी भारत में हम लोगों ने अच्छे तरीके से अपना प्रसार किया था, यदि हम ऐसा ही प्रयास दक्षिण भारत में करते तो शायद हम ज्यादा आरामदायक स्थिति में होते. यदि हम अपने बूते 271 सीटें हासिल करते हैं तो हम बहुत खुश होंगे, अन्यथा एनडीए के घटक दलों के साथ मिल कर हम आराम से सरकार बना लेंगे.’

बता दें, राम माधव बीजेपी के कद्दावर नेता और वार्ताकार हैं और पार्टी में उनकी गिनती खास रणनीतिकारों में होती है. संघ की पृष्ठभूमि से आए राम माधव जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ बीजेपी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा चुके हैं. पूर्वोत्तर में पार्टी का विस्तार करने में भी उनकी अहम भूमिका रही है.

याद दिला दें कि हाल ही में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी इससे मिलती-जुलती बात कही थी. उन्होंने कहा ​था कि अगर बालाकोट में भारत ने एयर स्ट्राइक नहीं किया होता तो बीजेपी को बमुश्किल 160 सीटें मिल पाती. हालांकि इस बातचीत को बीजेपी अध्यक्ष ने उनका निजी आकलन बताया था.

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