रमेश मीणा के भ्रष्टाचार का करना पड़ेगा इलाज, तभी मानूंगी की आप हो ईमानदार- गुढ़ा से बोलीं गोलमा देवी

किरोड़ी मीणा की अर्धशक्ति यानी उनकी पत्नी और पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में राज्यमंत्री रह चुकीं गोलमा देवी ने रमेश मीणा के खिलाफ खोला मोर्चा, राजेंद्र सिंह गुढ़ा से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात कर मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर सीएम गहलोत के नाम सौंपा एक ज्ञापन, अब चुनाव आ रहे हैं और प्रदेश की जनता रमेश मीणा का इलाज कर देगी, यही नहीं जो भी गलत काम कर रहा है उसका इलाज होना लाजमी- गोलमा देवी

'बाबा' पर उठी उंगली तो 'काकी' ने दिखाई आंख
'बाबा' पर उठी उंगली तो 'काकी' ने दिखाई आंख

Politalks.News/Rajasthan. पूर्वी राजस्थान की राजनीति में दिग्गज बीजेपी नेता व राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा और कांग्रेस नेता व वर्तमान में गहलोत सरकार में मंत्री रमेश मीणा के बीच की अदावत किसी से छिपी नहीं है. इसी बीच डॉ किरोड़ी मीणा की पत्नी और पूर्व राज्यमंत्री गोलमा देवी ने सोमवार को पंचायत राज राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की. इस दौरान गोलमा देवी ने गुढ़ा को कैबिनेट मंत्री रमेश मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. साथ ही सरकार से इन मामलों की जांच कराने की भी मांग की है. राजेंद्र गुढ़ा से मुलाकात के दौरान गोलमा देवी ने राजेंद्र गुढ़ा से साफ़ कहा कि, ‘रमेश मीणा का इलाज करना पड़ेगा और कार्रवाई करनी पड़ेगी, तभी मानूंगी की आप ईमानदार हो, अब तो चुनाव भी पास आ रहे हैं तो अब जनता भी इलाज कर देगी जो गलत काम कर रहे हैं उनका.’ वहीं गोलमा देवी द्वारा लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर मंत्री रमेश मीणा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. रमेश मीणा ने कहा कि, ‘मुझ पर लगे आरोपों का चाहे जिस एजेंसी से जांच करा लो कुछ नहीं निकलने वाला.’

दरअसल, गहलोत सरकार में मंत्री रमेश मीणा द्वारा आए दिन राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा को लेकर विवादित बयान सामने आते रहते हैं. ऐसे में डॉ किरोड़ी मीणा की अर्धशक्ति यानी उनकी पत्नी और पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में राज्यमंत्री रह चुकीं गोलमा देवी ने रमेश मीणा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आज राजस्थान सरकार में ग्रामीण विकास पंचायत राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा से मुलाकात की. इस दौरान गोलमा देवी ने रमेश मीणा पर लगे भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर एक मुख्यमंत्री गहलोत के नाम एक ज्ञापन राज्यमंत्री गुढ़ा को सौंपा और रमेश मीणा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. गुढ़ा से मुलाकात के दौरान गोलमा देवी ने कहा कि, ‘अब चुनाव आ रहे हैं और प्रदेश की जनता रमेश मीणा का इलाज कर देगी. रमेश मीणा ही नहीं जो भी गलत काम कर रहा है उसका इलाज होना लाजमी है.’ इस दौरान गोलमा देवी ने राजेन्द्र गुढ़ा से दो टूक बात करते हुए कहा कि, ‘भाभी जी-भाभी जी करने से कुछ नहीं होगा. इस रमेश मीणा का इलाज करना ही होगा. मैं मानती हूं आप ईमानदार हो लेकिन मीठी गोली मत दो. काम कराओ तब मानूंगी की आप ईमानदार हो.’

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आपको बता दें कि गोलमा देवी द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम राजेन्द्र गुढा को सौंपे गए ज्ञापन में गोलमा देवी ने कई अहम कार्यों में हुए भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए लिखा कि, ‘मंत्री रमेश मीणा ने करोड़ों रूपये के कार्य करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन करवाया कुछ नहीं. मंत्री जी की चहेती फर्म ने बिना कार्य करवाये करोड़ों का भुगतान उठा लिया. रिपोर्ट के अनुसार 46 कार्य लगभग एक वर्ष पूर्व के बताये गये जो मौके पर कराये ही नहीं गये. एवं 21 कार्य लगभग 5 माह से एक वर्ष पुराने है. सूची में वर्णित समस्त 82 कार्यों की वित्तीय एवं तकनीकी स्वीकृतियों का भुगतान तीन दिन में ही उठा लिया गया. दिनांक 24.7.2020 को ही बोरवेल एवं मोटर डालने सम्बन्धी अधिकतर कार्यो का करोड़ों का भुगतान कर दिया गया. ये सभी बोर निजी स्वामित्व की भूमि एवं घरों में स्थित है. गौरव एवं मीरा एन्टरप्राईजेज नाम की फर्में जिसमें पर्दे के पीछे माननीय मंत्री रमेश मीणा की साझेदारी बताई जाती है.’

ज्ञापन में पूर्व राज्यमंत्री गोलमा देवी ने बताया कि एक बोरवेल खोदने वाले मशीन द्वारा तीन दिन में 60 बोर खोद देना कागजों में है जबकि वास्तविकता में एक मशीन तीन दिन में 60 बोर खोदे जाना किसी प्रकार से संभव नहीं है. करणपुर से मण्डरायल की जो सडक बन रही है उसमें मा0 मंत्री जी के भाई अभय कुमार और दामोदर अन औपचारिक रूप से पार्टनर है और उक्त सडक का कार्य इतना घटिया स्तर का है कि जनता को को शर्म आती है कि सड़क बनने से पहले उखड़ गई. लापरवाही इतनी है कि साइन बोर्ड नहीं लगाये जाने के कारण निर्माणाधीन सडक पर तीन बड़े हादसे हो गये.

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वहीं चम्बल पुल का कार्य चल रहा है उसमें मंत्री रमेश मीणा के भाईयों के द्वारा अवैध बजरी का ठेका चलाकर ठेकेदार को बजरी की सप्लाई की जा रही है. Wild life act & घडियाल जोन के सख्त नियम के बाद भी अबाध रूप से बजरी निकाली जा रही है.’ मंत्री रमेश मीणा ने अपनी कई प्रोपर्टी कैलाश गुप्ता (गौरव एन्टरप्राईजेज एवं मीरा एन्टर प्राईजेज) कोटा एवं जयपुर शहर में नाम करवा रखी है, इससे ये प्रतीत होता है कि दोनों का धन सम्बन्ध है. गौरव एन्टरप्राईजेज की बेनामी LAT और बोरिंग मशीन सपोटरा क्षेत्र में चल रही है जिसमे मंत्री जी को अपरोक्ष साझेदारी बताई जाती है. इससे घनिष्ठता साबित है.’

वहीं दूसरी तरफ इन भ्रष्टाचार के आरोपों पर मंत्री रमेश मीणा की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. रमेश मीणा से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा की राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी राजेंद्र गुढ़ा से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम ना सिर्फ ज्ञापन सौंपा है बल्कि आप पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं. तो मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि, ‘मुझ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों कि उनकी मर्जी हो उस एजेंसी से जांच करा लें. उनकी मर्जी हो तो CBI से जांच करवा लें रमेश मीणा की और उसके परिवार की, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता.’

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