वाड्रा मामले में राठौड़ की मंत्री को इस्तीफे की चुनौती तो मदन प्रजापत को दिगंबर नहीं बनने देने की अपील

रॉबर्ट वाड्रा की स्काई लाइट कंपनी ने कोलायत की महाजन फायरिंग फील्ड में जमीन नहीं खरीदी हो और यह साबित हो जाए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, नहीं तो बीडी कल्ला दें इस्तीफा- राजेन्द्र राठौड़, जिला बनाने की मांग पर मदन प्रजापत ने अभी तो जूते-चप्पल ही उतारे हैं, आगे ये कपड़े भी उतारेंगे...

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Ruckus in Rajasthan Assembly over Robert Vadra case: राजस्थान की 15वीं विधानसभा के अंतिम बजट सत्र के दौरान गुरुवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति राबर्ट वाड्रा के कथित जमीन घोटाले मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ. सदन में राजस्व और सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान राबर्ट वाड्रा मामले में सत्ता पक्ष-विपक्ष के बीच जोरदार नोक-झोंक हुई. BJP ने वाड्रा पर जमीन घोटाले का आरोप लगाया तो इस पर गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि आप जिस पर आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने एक प्रतिशत भी गड़बड़ी नहीं की, बल्कि BJP नेताओं ने भूमिहीन बनकर जमीनें ली और घोटाला किया. इस पर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला में तीखी नोकझोंक हो गई और मामला इतना बढ़ा कि उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इस मामले में कमीशन बनाकर जांच कराने की मांग के साथ ही यहां तक कह दिया कि अगर रॉबर्ट वाड्रा की स्काई लाइट कंपनी ने कोलायत की महाजन फायरिंग फील्ड में जमीन नहीं खरीदी हो और यह साबित हो जाए तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, नहीं तो बीडी कल्ला इस्तीफा दें.

आपको बता दें कि गुरुवार को शांति से चल रही विधानसभा में उस वक्त माहौल गरमा गया जब भाजपा विधायक सुमित गोदारा ने महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में परेशान हो रहे किसानों का मामला उठाया और गोदारा ने अपने बयान में कहा कि किसानों की भूमि पर रॉबर्ट वाड्रा जैसे लोगों ने हड़प ली जिनका नाम ईडी में भी चल रहा है. BJP विधायक के इस बयान पर गहलोत सरकार में मंत्री बीडी कल्ला खड़े हो गए और उन्होंने कहा जो व्यक्ति सदन का नहीं होता उसका नाम सदन में नहीं लिया जाता, इस पर तुरंत BJP विधायक सुमित गोदारा ने भी कहा तो क्या फिर अडानी और अंबानी सदन के सदस्य हैं जिनका नाम रोजाना लिया जाता है. इस पर निरुत्तर हुए बीडी कल्ला ने कहा कि जो जमीन ली गई उसमें अधिकांश लोग भाजपा के थे और भाजपा के जो लोग दिवंगत हो गए उनके नाम पर जमीन 5 से 10 हजार रुपये बीघा में ली गई और उसे रॉबर्ट वाड्रा को 90 हजार और 1 लाख में बेची गई. कल्ला ने आगे कहा कि उस मामले में कोई गड़बड़ नहीं है. जो गड़बड़ हुई है वह भाजपा के लोगों ने की है. जिन्होंने भूमिहीन बनकर जमीनें खरीदी और रॉबर्ट वाड्रा को ऊंचे दामों में बेची.

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सदन का माहौल गर्माता देख उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ खड़े हुए और पलटवार करते हुए कल्ला से कहा, मंत्री जी ने जिस शख्स का नाम लेकर कहा, वह सारा मामला कोर्ट में चल रहा है. मेरी मांग है सरकार एक कमीशन बना दे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. राठौड़ ने आगे कहा कि मंत्री जी, चोर की दाढ़ी में तिनका है, आप सब मिले हुए हो. वाड्रा ने बीकानेर जिले में जमीन नहीं खरीदी है यह साबित कर दो, गलत हुआ तो मैं इस्तीफा दे दूंगा अन्यथा आप दे देना, यह मेरा चैलेंज है. इस पर कल्ला ने कहा कि वाड्रा ने भूमिहीन बनकर जमीन नहीं ली, भूमिहीन बनकर बीजेपी के लोगों ने जमीन ली, वाड्रा ने चेक से पेमेंट दिया है, रजिस्ट्री का पूरा पैसा दिया है.

वही गर्म हुए इस माहौल के बिच इस पर फिर सुमित गोदारा ने कहा कि यही तो आरोप लगाया जा रहा है कि जहां जमीनें खरीदी गईं, वहां प्रोजेक्ट आने वाले थे और उस समय आपकी सरकार सत्ता में थी. सुमित गोदारा ने तो इस दौरान बीकानेर के ही एक मंत्री पर इस साजिश में शामिल होने के आरोप भी लगाए. इस पर मंत्री बीडी कल्ला उसे समझ नहीं पाए और उन्होंने कहा कि मेरे तो परिवार की 7 पीढ़ियों ने कभी जमीन नहीं खरीदी, इस पर सुमित गोदारा ने साफ किया कि वह कोलायत वाले मंत्री की बात कर रहे हैं. हालांकि इस पूरे मामले को सभापति राजेंद्र पारीक ने अंकित नहीं करने की बात की लेकिन उसके आगे फिर जब चर्चा हुई तो विधायक सुमित गोदारा ने कहा कि अगर अडानी अंबानी की बात करते हैं तो वह बात रिकॉर्ड पर आती है. जब मंत्री खुद कह रहे हैं कि जमीन ली है तो उसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में सरकार के मंत्री भी शामिल हैं.

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वहीं गुरुवार को सदन में लम्बे समय से प्रयासरत कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने बालोतरा को जिला बनाने की मांग फिर से उठाई. बता दें कि मदन प्रजापत ने बालोतरा के जिला नहीं बनने तक नंगे पैर घूमने का संकल्प ले रखा है. वही प्रजापत की मांग का समर्थन करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिला बनाने की मदन प्रजापत की बात का मैं भी समर्थन कर रहा हूं. राजेंद्र राठौड़ ने आगे जोरदार तंज कसते हुए कहा कि मैंने सुना है एक साल से ये बिना चप्पल के घूम रहे हैं, मुझे अभी इनके साथियों ने बताया है कि अगर इनकी मांग नहीं मानी गई तो अभी तो जूते-चप्पल ही उतारे हैं, आगे ये कपड़े भी उतारेंगे. वह सीन देखकर मेरी आत्मा कांप जाएगी जिस दिन यह मेरा छोटा भाई दिगंबर की वेशभूषा में यहां आएगा. राठौड़ ने कहा कि इसलिए मैं मांग करता हूं, सामने राजस्व मंत्री बैठे हैं, मदन प्रजापत को दिगंबर मत बनने देना, उनकी मांग को पूरा करना.

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