Politalks.News/RajasthanPolitics. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मौजूदगी में पूर्व मंत्री रघु शर्मा कृषिमंत्री लाल चन्द कटारिया पर लगाए गए आरोप आरोप को लेकर बीजेपी ने सीएम गहलोत और सरकार पर निशाना साधा है. विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने शर्मा के आरोपों को सही बताते हुए कहा कि इस आपदा की घड़ी में काम केवल जोधपुर शहर तक ही सीमित होकर रह गया है. वहीं महंगाई के मुद्दे पर दिल्ली में होने वाली कांग्रेस की हल्ला बोल रैली को लेकर जयपुर आए मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी द्वारा लगाए मोदी सरकार पर लगाए आरोपों पर पलटवार करते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने सभी आरोपों की बकवास और बेबुनियाद बताते हुए कहा कि महंगाई को लेकर कांग्रेस और उसके नेता कभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति के सामने धरने का ढोंग करते हैं तो कभी राज्यपाल का घेराव करते हैं तो कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अनर्गल आरोप लगाती है.
पहले बात करें रघु शर्मा द्वारा लाल चन्द कटारिया पर लगाए आरोपों की तो, बीते रोज रविवार को लंपी स्किन डिजीज को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक ली थी. इसमें गुजरात प्रभारी और पूर्व चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कृषि व पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया को ही अपने बयानों से घेरा. शर्मा ने मुख्यमंत्री के सामने यह सवाल उठा दिया कि मेरे विधानसभा क्षेत्र केकड़ी में इस रोग से गाय मर रही थी, लेकिन आपने वहां से वेटरनरी स्टाफ को जोधपुर में डेपुटेशन पर भेज दिया, इससे सरकार और सीएम दोनों का बहुत खराब मैसेज गया है. मजे की बात यह कि यह सारा घटनाक्रम मुख्यमंत्री गहलोत के सामने हुआ, लेकिन सीएम इस दौरान चुप रहे, जिसे बीजेपी ने अब मुद्दा बना लिया है.
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इस मुद्दे पर सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए दिग्गज बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रह चुके रघु शर्मा ने जब सार्वजनिक रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अपनी भावनाएं व्यक्त की, क्योंकि राजस्थान गौ माता के प्रति सहिष्णुता रखता है और हर व्यक्ति आज इस आपदा की घड़ी में चिंतित और व्यथित है. राठौड़ ने आरोप लगाया कि सरकार की लचर प्रबंधन से आम लोग ही नहीं, बल्कि सरकार के ही पूर्व मंत्री और मौजूदा वरिष्ठ विधायक भी व्यथित हैं. जिसके चलते अब कांग्रेस नेताओं के बीच चल रहा अंतर्विरोध भी खुलकर सामने आ रहा है. राठौड़ ने आगे सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में या तो जोधपुर शहर में काम हो रहा है या प्रभारी मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्रों तक ही काम करवा रहे हैं. इस बीच रघु शर्मा के आरोप सरकार की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े करते हैं.
अब बात करें कांग्रेस नेता जीतू पटवारी द्वारा लगाए गए आरोपों की तो कांग्रेस पार्टी द्वारा 4 सितंबर को दिल्ली में प्रस्तावित महंगाई पर हल्ला बोल रैली को लेकर सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री व कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने प्रेस वार्ता कर बेरोजगारी व महंगाई को लेकर केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. पटवारी के आरोपों पर पलटवार करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस नेता जीतू पटवारी द्वार केंद्र सरकार पर अनर्गल व बेबुनियाद आरोप लगाये हैं, जबकि हकीकत यह है कि राजस्थान में कांग्रेस शासित सरकार होने के बावजूद पेट्रोल-डीजल पर अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा वैट, सर्वाधिक मंडी शुल्क और 17 रुपये प्रति यूनिट तक की महंगी बिजली देकर उपभोक्ताओं को महंगाई के बोझ तले दबाया जा रहा है.
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इस दौरान बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जनघोषणा पत्र में महंगाई नियंत्रण हेतु आवश्यक एवं प्रभावी कदम उठाने और पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का दावा करने वाली सरकार के शासन में पेट्रोल पर 31.4% व डीजल पर 19.30% वैट है. केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से त्रस्त आम लोगों को राहत देने के लिए नवंबर 2021 और मई 2022 में एक्साइज ड्यूटी घटाई थी और राज्य सरकारों से वैट घटाने का आग्रह किया था. दुर्भाग्य है कि राज्य के मुखिया ने वैट की दरों में कमी नहीं करके महंगाई का बूस्टर डोज प्रदेश की साढ़े 7 करोड़ जनता को देने का महापाप किया.
यही नहीं राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि CMIE के अनुसार 29.8% बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान देश में दूसरे पायदान पर है. बेरोजगारी का आलम यह है कि प्रदेश के युवा आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं. राज्य में बेरोजगार युवाओं की संख्या 67 लाख है जिसमें 23 लाख ग्रेजुएट बेरोजगार है. सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की थी लेकिन दुर्भाग्य है कि वर्तमान में महज 53 हजार बेरोजगार युवा ही भत्ता ले रहे हैं क्योंकि सरकार ने 4 घंटे की सरकारी कार्यालय में चौकीदारी करने की मनमानी शर्त लगा रखी है.
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वहीं हाल ही में जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में महंगाई के मुद्दे पर हुई कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्यों की बैठक पर कटाक्ष करते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पांच सितारा होटलों में महंगाई पर चर्चा करने के लिए कभी 300 रुपये की चाय पीकर व 1 हजार रुपये की प्लेट का भोजन खाकर महंगाई कम करने और गरीबों की चिंता का दिखावा करने वाले कांग्रेस नेताओं को कांग्रेस शासित राज्यों में महंगाई और बेरोजगारी के आंकड़ों का गहन अध्ययन करना चाहिये, तत्पश्चात् वह स्वयं समझ जायेंगे कि महंगाई की जनक खुद कांग्रेस ही है.
इसके साथ ही दिल्ली में होने वाले कांग्रेस की हल्ला बोल रैली को लेकर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि महंगाई पर हल्ला बोल की तैयारी कर रही कांग्रेस पार्टी के नेताओं को पहले यह बताना चाहिये कि उन्होंने सदन में जब महंगाई पर चर्चा हुई तो उसमें कांग्रेस ने हिस्सा लिया था तब उनके सारे सवालों का जवाब केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने दिया था. कांग्रेस पार्टी कभी महंगाई को लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति के सामने धरने का ढोंग करती हैं तो कभी राज्यपाल का घेराव करते हैं तो कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अनर्गल आरोप लगाती है.