गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति के कारण डरा हुआ है बहुसंख्यक समाज- डॉ किरोड़ी का बड़ा हमला

गहलोत सरकार नाकामियों की वजह से बिगड़ा हुआ है प्रदेश का सांप्रदायिक सद्भाव, सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हें संरक्षण देने का काम किया गहलोत सरकार ने, प्रदेश में चल रहा है जंगलराज और उसे रोकने में नाकाम है सरकार, अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है कांग्रेस की सरकार- सांसद किरोड़ी लाल मीणा

सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा का गहलोत सरकार पर बड़ा हमला
सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा का गहलोत सरकार पर बड़ा हमला

Kirodi Lal Meena on Gehlot Govt. चुनावी साल में कदम रखने जा रही गहलोत सरकार को चहुंओर से घेरने की नीति के तहत प्रदेशभर में निकाली जा रही जन आक्रोश रैली के अलग अलग मुद्दों को लेकर प्रदेश भाजपा के दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इसी कड़ी में भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने आज प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तुष्टिकरण की नीति को लेकर गहलोत सरकार पर जमकर हमला बोला है. सांसद मीणा ने कहा कि गहलोत सरकार नाकामियों की वजह से प्रदेश का सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ा है. बहुसंख्यक समाज को परेशानियों का सामना करना पड़ा है. किरोड़ी मीणा ने कहा कि इसलिए बीजेपी जन आक्रोश रैली का बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा राजस्थान की तुष्टीकरण की नीति है. सांसद मीणा ने आरोप लगाते हुए कि शांतिप्रिय प्रदेश में जो अपराधी हैं वो खुले आम घूम रहे हैं. अपराधी की कोई जाति नहीं होती, सरकार अपराधियों के साथ सख्ती दिखाती, तो राजस्थान जैसे शांत प्रदेश में ये धार्मिक उन्माद नहीं होते.

सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि गहलोत सरकार ने हमेशा एक समाज को संरक्षण देने के लिए बहुसंख्यक समाज के साथ में तुष्टिकरण की नीति अपनाई है. तुष्टीकरण की नीति के कारण आज प्रदेश में बहुसंख्यक समाज डरा हुआ है और भय के साए में जीने को मजबूर है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था और यहां के नागरिक को सुरक्षा उपलब्ध कराने में पिछले 4 साल में सरकार पूरी तरीके से नाकाम रही है. किरोड़ी मीणा ने कहा कि प्रदेश में पिछले 4 साल में जिस तरह की सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं और उन घटनाओं पर जिस तरह से भेदभाव पूर्ण कार्रवाई हुई है. इस तुष्टीकरण की कार्रवाई ने प्रदेश के बहुसंख्यक समाज को डरा दिया है.

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पिछले सालों में प्रदेश में हुई धार्मिक उन्माद की घटनाओं का जिक्र करते हुए सांसद किरोड़ी मीणा ने कहा कि जिस तरह से करौली में सांप्रदायिक घटना हुई और उस घटना में आरोपी के मुख्य रूप कांग्रेस पार्षद नाम सामने आया, उसके बावजूद उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. किरोड़ी मीणा ने कहा कि इतना ही नहीं करौली घटना से पहले पीएफआई ने पत्र लिखकर हिंसा की संभावना जताई. ये बताता है कि करौली की घटना एक्सीडेंटल नहीं थी, बल्कि सुनियोजित एक प्लान का हिस्सा थी. मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि घटना होने के बाद जिस तरह से प्रदेश की गहलोत सरकार ने इस पूरे मामले में लीपापोती की वो चिंता की बात है. गहलोत सरकार ने सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की जगह उन्हें संरक्षण देने का काम किया. सांसद किरोड़ी मीणा ने आगे कहा कि इसके अलावा ओर भी घटनाएं है जिसमे टोंक जिले के मालपुरा, उदयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा और जयपुर में इस तरह की सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं. गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति की वजह से सांप्रदायिक घटनाओं को करने वाले आरोपियों को प्रोत्साहन मिला हुआ है.

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डॉ किरोड़ी मीणा यहीं नहीं रुके, आगे सांसद मीणा ने कहा कि सालासर बालाजी का राम दरबार तोड़ा, कश्मीर फाइल फिल्म देशभर में दिखाई गई, केवल राजस्थान के कोटा में धारा 144 लगाई गई. हिन्दू नव वर्ष पर बहुसंख्यक समाज को जुलूस निकालने की अनुमति नहीं मिलती, जबकि कोरोना के संक्रमण के बीच पीएफआई को रैली निकालने की अनुमति दी गई. ये घटनाएं बताती हैं कि गहलोत सरकार की कथनी-करनी में बहुत फर्क है. इसके साथ ही प्रदेश में पिछले दिनों हुईं गैंगवार की घटनाओं को लेकर भी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने गहलोत सरकार को निशाने पर लिया. किरोड़ी ने कहा कि सरकार अपराधियों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है. इसलिए ऐसी घटनाएं हो रही हैं. प्रदेश में जंगलराज चल रहा है और उसे रोकने में सरकार नाकाम है. सरकार अपराधियों को संरक्षण देने में लगी है. इसलिए इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं.

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