Raj Thackeray Latest News – 2024 का महाराष्ट्र विधान सभा का चुनाव परिणाम बड़े बड़े राजनीतिक विशेलषको को भी चौंका दिया हैं. भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन महायुति ने जहां राज्य में प्रचंड जित दर्ज की हैं तो वही विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी बुरी तरह से पराजित हो गए हैं. लेकिन इन दोनों गठबंधनों के बीच एक और पार्टी का इस बार और भी सफाया हो गया हैं. वह पार्टी हैं राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी मनसे. 288 विधान सभा वाले महाराष्ट्र में मनसे ने राज्य भर में अपने 125 उम्मीदवार खड़े किये थे पर वह खाता खोलने में भी असफल रही. जबकि इससे पहले वह 2014 और 2019 में 1 सीट पर जीत दर्ज की थी. इसके लिए राज ठाकरे कितने जिम्मेवार हैं. इस लेख में हम आपको राज ठाकरे की जीवनी (Raj Thackeray Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
राज ठाकरे की जीवनी (Raj Thackeray Biography in Hindi)
पूरा नाम | राज श्रीकांत ठाकरे |
उम्र | 56 साल |
जन्म तारीख | 14 जून, 1968 |
जन्म स्थान | मुंबई |
शिक्षा | ग्रेजुएशन |
कॉलेज | जे जे इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड |
वर्तमान पद | महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संस्थापक अध्यक्ष |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, कार्टूनिस्ट, वक्ता |
राजनीतिक दल | महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | श्रीकांत ठाकरे |
माता का नाम | कुंदा ठाकरे |
पत्नी का नाम | शर्मीला वाघ |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
बेटें का नाम | अमित ठाकरे |
बेटी का नाम | उर्वशी ठाकरे |
स्थाई पता | शिवाजी पार्क, दादर, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
वर्तमान पता | शिवाजी पार्क, दादर, मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
राज ठाकरे का जन्म और परिवार (Raj Thackeray Birth & Family)
राज ठाकरे का जन्म 14 जून, 1968 को मुंबई में श्रीकांत ठाकरे और कुंदा ठाकरे के घर हुआ. राज ठाकरे के पिता श्रीकांत ठाकरे कला जगत से जुड़े हुए थे और वह एक कुशल संगीतकार, कार्टूनिष्ट के साथ ही शायर भी थे.
राज ठाकरे शिवसेना की स्थापना करने वाले व हिंदुत्व की छवि रखने वाले बालासाहेब ठाकरे के भतीजे हैं. राज ठाकरे की माँ कुंदा ठाकरे बालासाहेब ठाकरे की पत्नी मीणा ठाकरे की छोटी बहन है. जबकि राज ठाकरे के चचेरे भाई और बाला साहेब के बेटे का नाम उद्धव ठाकरे है. उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे से बड़े हैं. उद्धव ठाकरे शिव सेना (बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख है.
राज ठाकरे की पत्नी का नाम शर्मीला वाघ है. शर्मीला वाघ के पिता का नाम मोहन वाघ हैं जो मराठी रंगमंच और फिल्म के अभिनेता, निर्माता व निर्देशक हैं. राज ठाकरे की 2 संतान है. एक बेटा और एक बेटी. बेटे का नाम अमित ठाकरे है और बेटी का नाम उर्वशी ठाकरे है.
उनका बेटा अमित ठाकरे भी सक्रिय राजनीति में है और 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा में अपनी ही पार्टी मनसे से मुंबई की माहिम विधानसभा सीट से जीवन का पहला चुनाव भी लड़ा था पर अपने पहले ही चुनाव में वह हार गए. चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे.
राज ठाकरे के भतीजे का नाम आदित्य ठाकरे हैं और वह भी सक्रिय राजनीति में हैं.राज ठाकरे बचपन में तबला, गिटार और वायलिन बजाना सीखा था और उन्हें वाद्य संगीत में रूचि है. राज ठाकरे हिन्दू है और जाति के कायस्थ हैं.
राज ठाकरे की शिक्षा (Raj Thackeray Education)
राज ठाकरे की शिक्षा मुंबई से ही हुई है. उन्होंने स्कूल की शिक्षा बाल मोहन विद्या मंदिर से प्राप्त की और उसके बाद उन्होंने मुंबई के जे जे इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड आर्ट से पढाई पूरी की. उन्होंने आर्ट्स में ग्रेजुएशन (बीए) किया.
राज ठाकरे का शुरूआती जीवन (Raj Thackeray Early Life)
पढाई के बाद राज ठाकरे ने शुरूआती दिनों में अपने बड़े पिता बालासाहेब ठाकरे की साप्ताहिक मराठी पत्रिका ‘मार्मिक’ में कार्टूनिष्ट के तौर पर काम किया था. उन्हें संगीत में भी लगाव था और वे गिटार, तबला बजाया करते थे.
राज ठाकरे का राजनीतिक करियर (Raj Thackeray Political Career)
राज ठाकरे ने अपनी राजनीतिक की शुरुआत अपने बड़े पिता बालासाहेब ठाकरे की पार्टी शिव सेना से की थी. उन दिनों महाराष्ट्र में विशेषकर मुंबई में बालासाहेब ठाकरे की क्षेत्रीय स्तर पर बोलबाला था. इतना ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर भी बालासाहेब ठाकरे की पहचान एक कट्टर हिंदुत्व की छवि वाले नेता की रही थी. पर बाद में राज ठाकरे को लगा कि शिव सेना में उन्हें वह महत्व नहीं दिया जा रह हैं जिनकी उन्हें अपेक्षा थी.
इसका मुख्य कारण बालासाहेब के बेटे उद्धव ठाकरे की शिव सेना में इंट्री होना था. वर्ष 2003 में महाबलेश्वर में हुए शिवसेना के सम्मलेन में राज ठाकरे ने बालासाहेब की इच्छा के अनुसार उद्धव ठाकरे के नाम की घोषणा पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कर दी थी पर इसके बाद भी राज ठाकरे उस निर्णय से खुश नहीं थे पर वह बालासाहेब के निर्णय में हस्तक्षेप भी नहीं कर सकते थे.
परिणाम यह हुआ कि जिद्दी स्वभाव वाले राज ठाकरे ने अपना रास्ता अलग करने का निर्णय ले लिया और इसी के बाद राज ठाकरे ने 27 नवंबर 2005 को शिवसेना के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया और 9 मार्च 2006 को अपनी स्वयं की पार्टी ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना’ (मनसे) की स्थापना कर डाली. हालांकि इसके बाद राज ठाकरे और बालासाहेब ठाकरे के रिश्तो में दरार पड़ गए थे. इतना ही नहीं राज ठाकरे का अपने बड़े भाई उद्धव ठाकरे से भी दुरी बन गई थी और दोनों भाइयों के रिश्ते वही से ख़राब हो गए थे, जिसका आगे चलकर महाराष्ट्र की राजनीति में दूरगामी प्रभाव पड़ा.
बाद में बालासाहेब की मृत्यु के बाद दोनों भाइयों में दूरियों में कमी आने की शुरुआत हुई थी पर वह अधिक दिनों तक कायम नहीं रह पायी और मनसे की छवि महाराष्ट्र की राजनीति में शिव सेना का एक विरोधी पार्टी वाली ही रह गई. हालांकि इस टकराव के कारण मनसे को कभी भी लाभ नहीं हुआ सिवाय हानि के.
पहली बार मनसे को 2009 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 13 सीटें मिली थी पर वह अगले चुनाव में बढ़ने के बजाय गिरने लगी. महाराष्ट्र में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को मात्र 1 सीट ही मिल पायी थी, जो 2024 विधान सभा चुनाव में वह भी गंवा बैठी. इस बार के चुनाव में पार्टी एक भी सीट नहीं ला पायी हैं. स्वयं राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी मुंबई के माहिम विधान सभा सीट से भी हार गए हैं.
2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने भाजपा वाले गठबंधन महायुति का समर्थन तो किया था बावजूद इसके मनसे ने राज्य में अपने 125 उम्मीदवार खड़े कर दिए थे पर हर जगह से उनकी हार हो गई.
राज ठाकरे का राजनीति करियर पर अब प्रश्न चिन्ह लग चुका हैं क्योकि उनकी पार्टी लगातार लोगो का विश्वास खोती जा रही हैं. पार्टी का जनाधार हर चुनाव में पहले से ज्यादा गिरता जा रहा हैं. जहां 2009 में राज ठाकरे की पार्टी मनसे का वोट शेयर 5.71 प्रतिशत था जो अगले विधान सभा चुनाव 2014 में घटकर 3.15 प्रतिशत हो गया और फिर 2019 के विधान सभा चुनाव में यह गिरकर 2.25 प्रतिशत रह गया जो इस बार और भी कम हो गया. वोट शेयर ही किसी पार्टी का जनाधार होता हैं और इसी से तय होता हैं कि पार्टी जनता के बीच कितना लोकप्रिय हैं.
राज ठाकरे का विवादित बोल
राज ठाकरे के राजनीतिक पतन का कारण उनके विवादित बोल रहे हैं. वह मराठी और क्षेत्रीयता पर जोर देते हैं जो जनता को पसंद नहीं हैं. राज ठाकरे ने छठ पूजा को लेकर समय समय पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं. उन्होंने कहा था छठ पूजा एक ड्रामा हैं और ये लोग घाटों के किनारे गंदगी फैलाते हैं. इसके बाद देश भर में उनके विरुद्ध आवाज उठी थी. आश्चर्य की बात हैं कि जो राज ठाकरे हिंदुत्व की बात करते हैं वही राज ठाकरे छठ पूजा जैसे पवित्र पर्व जिससे करोड़ो हिन्दू जुड़े हैं, उनके विरुद्ध बोलते रहे हैं. इसके अलावे राज ठाकरे के नेतृत्व में उनकी पार्टी समय समय पर मुंबई में उत्तर भारतीयों के विरुद्ध भी अभियान भी चलाते रहे हैं जिससे करोड़ो लोगो को ठेस पहुंचा हैं. इस तरह राज ठाकरे की छवि एक विवादित नेता के रूप में बन चुकी हैं और यही कारण हैं कि उनकी राजनीति का सूरज डूबता जा रहा हैं. हालांकि बाद में पार्टी ने बाद में सुधार किया हैं पर वह पर्याप्त नहीं हैं.
राज ठाकरे की संपत्ति (Raj Thackeray Net Worth)
चुनाव के समय उनके द्वारा घोषित संपत्ति लगभग 40 लाख है.
इस लेख में हमने आपको राज ठाकरे की जीवनी (Raj Thackeray Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.