Rahul Gandhi on BJP & RSS. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा इन दिनों विश्राम के दौर में है. इसी बीच राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में 2022 की आखिरी प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए अब तक की यात्रा का अनुभव साझा किया और मोदी सरकार से कई तीखे सवाल पूछे. राहुल ने कहा कि ये यात्रा हिंसा के खिलाफ है जो कि अब तक बहुत सफ़ल यात्रा रही. यह यात्रा हिंदुस्तान की आवाज है. विपक्ष के सारे नेता हमारे साथ खड़े हैं, ये हम सभी को मालूम है लेकिन कुछ सियासी मजबूरियों की वजह से कुछ लोग नहीं आ रहे हैं उसपर कुछ नहीं कहना चाहता. देश मे बेरोजगारी और महगाई का मुद्दा बड़ा है, चुने हुए लोगों के पास अरबों और बाकी के पास कुछ नहीं.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में कहा, “मैंने जब यह यात्रा शुरू की तो मैंने इसे सिर्फ कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक आम यात्रा की तरह लिया. धीरे-धीरे हमने यह समझा कि इस यात्रा की एक आवाज और भावना है. मैं बीजेपी और RSS के लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं क्योंकि वो जितना ज्यादा हमें टारगेट करेंगे, हमें उतनी ज्यादा मजबूती मिलेगी.” इस दौरान राहुल गांधी ने यह भी कहा कि वो RSS को अपना गुरु मानते हैं क्योंकि RSS के लोग उन्हें रास्ता दिखाते हैं कि क्या नहीं करना चाहिए. राहुल गांधी ने कहा, “मैं चाहता हूं कि BJP और RSS मुझ पर आक्रामक होकर प्रहार करें, इससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा समझने में मदद मिलेगी. मैं उन्हें अपना गुरु मानता हूं, वो मुझे रास्ता दिखा रहे हैं और मुझे ट्रेन कर रहे हैं कि क्या नहीं करना चाहिए.” राहुल ने कहा कि बीजेपी सरकार ने बहुत सारी गलतियां की हैं. हम हिंदुस्तान को सोचने का और जीने का नया तरीका देना चाहते हैं.
हाल ही में सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान की बीजेपी और कांग्रेस एक है, पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस एक नही हो सकते, क्योंकि ये दोनो की विचारधारा अलग अलग है. यह टैक्टिकल पोलटिकल फाइट नही है. यूपी में समाजवादी की विचारधारा है, वह देश मे हर जगह नही चल सकती. देश मे कांग्रेस ही उस विचारवधारा से लड़ सकती है. राहुल गांधी ने ये भी कहा कि विचारधारा में समानताएं होती हैं. नफरत और हिंसा में समानता नहीं होती है. जैसे अखिलेश और मायावती हिंसा नहीं चाहते हैं. उनके साथ हमारा रिश्ता है, हिंदुस्तान को जोड़ने का रिश्ता है. विचारधारा का रिश्ता है. राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में कोई भी आ सकता है. हम किसी को भी अपने साथ आने से नहीं रोक रहे हैं. अखिलेश यादव, मायावती और अन्य विपक्षी नेता भी ‘मोहब्बत का हिंदुस्तान’ चाहते हैं और हमारे भी विचारधारा का संबंध है, विपक्ष के नेता सब के सब ..हमारे साथ खड़े हैं. पोलटिकल कम्पलशन होते हैं. अखिलेश और मायावती जी हैं वो भी नफरत नही चाहते हैं. इसी के साथ राहुल ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस स्विप करेगी और बीजेपी नही जीतेगी. क्योंकि ये बात तो हर कोई जानता है पैसा देकर बीजेपी ने सरकार बनाई है.
बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले मेरा अल्टरनेटिव लक्ष्य है चीन, नोटबन्दी है. उनके पास पैसे की कोई कमी नहीं लेकिन सच्चाई को कोई भी कंपेन रोक नही सकता. इन्होंने 5 से 6 हजार करोड़ लगा दिए मुझे बदनाम करने के लिए. अभी जब मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं, तो ये कहते हैं कि बुलेट प्रूफ गाड़ी में बैठकर जाऊं, मैं बीपी गाडी में बैठकर कैसे कर सकता हूँ यात्रा. उनके नेता जब खुली जीप में जाते हैं तो प्रोटोकॉल अलग होता है और मेरी सुरक्षा में कैसे बुलेट प्रूफ गाडी में चलूं. राहुल ने कहा कि उन्हें मेरी टी-शर्ट से क्या प्रॉब्लम है. मैं एक टीशर्ट पहनता हूँ इसका कारण है आप सर्दी से डरते हैं पर मैं नही डरता हूं. जब मुझे सर्दी लगने लगेगी तो मैं स्वेटर भी पहन लूंगा.
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आगे राहुल गांधी ने कहा कि मैं शहीद परिवार का हूं, मेरे पिताजी और दादी शहीद हुए और मैं उस फीलिंग को समझता हूं. बीजेपी के टॉप लीडर में कोई नहीं समझ सकता है, क्योंकि उनके टॉप लीडर में कोई शहीद नही हुआ. राहुल ने कहा कि सेना का राजनीतिक फायदे के लिये इस्तेमाल ना हो. हमारी सरकार ने चीन के मामले को मिस हैंडल किया है. राहुल गांधी ने कहा कि चीन हमारा 2000 किमी क्षेत्र ले गया और PM जी कह रहे हैं कि कोई नहीं आया. अगर मैं आपके घर में घुस गया और आप कहें कि कोई नहीं घुसा तो इससे क्या संदेश जाएगा? सरकार इस पर भ्रमित हैं. जब हम सरकार पर बात करते हैं तो वह आर्मी के पीछे छिप जाते हैं. सरकार और आर्मी में फर्क है. राहुल ने कहा कि हमारी सरकार ने चीन के मामले को पूरी तरह से अप्रभावी तरीके से संभाला है. कांग्रेस की विदेश नीति का लक्ष्य था कि चीन और पाकिस्तान को एक नहीं होने देना है जो हमने UPA-2 तक बखूबी किया. आज पाकिस्तान और चीन एक हो गए हैं. यह मामूली बात नहीं है. राहुल ने कहा कि इन्होंने पहला कदम डोकलाम और दूसरा कदम लद्दाख में लिया. मुझे लग रहा है कि यह तैयारी कर रहे हैं. अब सवाल ‘अगर’ का नहीं बल्कि ‘कब’ का है. सरकार को हमारी वायु, थल और नौसेना की बात सुननी होगी और सेना का राजनीतिक इस्तेमाल बंद करना होगा.
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस की 5 बड़ी बातें
• मध्य प्रदेश चुनाव जीतेगी कांग्रेस – राहुल गांधी ने कहा, “मैं आपको एक बात लिखकर देता हूं कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के चुनावों को जीतेगी और भाजपा वहां दिखाई नहीं देगी. मध्य प्रदेश में तूफान आया हुआ है और वहां हर कोई जानता है कि भाजपा ने वहां पैसा देकर सरकार बनाई है. पूरा प्रदेश गुस्से में है.”
• भाजपा के खिलाफ है गुस्सा : राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के खिलाफ लोगों में जबरदस्त गुस्सा है. अब बीजेपी और कांग्रेस के बीच लड़ाई सिर्फ राजनीतिक लड़ाई नहीं है. विपक्ष को एक केंद्रीय वैचारिक ढांचे की जरूरत है जो सिर्फ कांग्रेस प्रदान कर सकती है लेकिन हमारी भूमिका यह सुनिश्चित करने की भी है कि विपक्षी दल सहज महसूस करें.
• सरकार ने किए कई गलत फैसले : राहुल गांधी ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को एक नया तरीका देने का है. सरकार की कमियां हैं- बेरोजगारी, आर्थिक प्रबंधन, चीन, कोरोना. ये गलतियां की हैं सरकार ने. हम हिंदुस्तान को सोचने का जीने का एक नया तरीका देते हैं.
• सुरक्षा के सवाल पर कही बड़ी बात : राहुल गांधी ने कहा, “मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं. सरकार चाहता हूं कि मैं बुलेट प्रूफगाड़ी में यात्रा करूं. मेरे लिए यह संभव नहीं है. भारत जोड़ो यात्रा में मैं बुलेट प्रूफगाड़ी में कैसे बैठूं. उनके नेता जब बीपी गाड़ी से उतरते हैं तो कोई पत्र नहीं जाता. सब सीआरपीएफ के लोग जानते हैं कि मेरी सिक्योरिटी के लिए क्या करना है. भारत जोड़ो यात्रा में पैदल जाना है.”
• छोटे दलों पर नेशनल आइडिया नहीं : राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष का सम्मान करता हूं लेकिन यह कहना चाहता हूं कि छोटे सियासी दलों के पास नेशनल विचारधारा नहीं है. समाजवादी पार्टी का आइडिया केरल, कर्नाटक और बिहार में नहीं चलेगा.