लोकसभा सदन में राहुल गांधी के ‘चक्रव्यूह’ वार पर सांसद अनुराग ठाकुर ने जमकर पलटवार किए हैं. हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने बजट पर बहस के दौरान नेता प्रतिपक्ष पर तीक्ष्ण हमले किए जिसे लेकर सदन में ठहाके भी लगे. ठाकुर ने राहुल गांधी को एक्सीडेंटल हिन्दू बताते हुए कहा कि उनका महाभारत ज्ञान भी एक्सीडेंटल ही है. इस दौरान अनुराग ठाकुर ने दुर्योधन-दुशासन से लेकर शकुनी और जयद्रथ तक का उल्लेख कर दिया. सदन को संबोधित करते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि कुछ लोग एक्सीडेंटल हिन्दू हैं और उनका महाभारत ज्ञान भी एक्सीडेंटल है. उन्होंने आगे कहा कि उस नेता को छोड़ दिया जाए तो किसको नहीं मालूम कि महाभारत में अभिमन्यु का वध 7 महारथियों ने मिलकर किया था.
अनुराग ठाकुर ने उन सातों महाराथियों का नाम भी गिना दिया, जिन्होंने अभिमन्यु का वध किया था. हमीरपुर से भाजपा सांसद ने महाभारत का हवाला देते हुए कहा कि दुर्योधन, दुशासन, जद्रथ, कर्ण, द्रोणाचार्य, कृपाचार्य और शकुनी जैसे महारथियों ने मिलकर अभिमन्यु का वध किया था. इससे पहले राहुल गांधी ने सदन में कहा था कि ‘चक्रव्यूह’ की रचना कर अभिमन्यु की हत्या में 6 लोग शामिल थे.
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बीजेपी सांसद ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर अपना हमला आगे भी जारी रखा. उन्होंने कहा, ‘राहुल जी ने कभी महाभारत पढ़ा तो क्या शायद देखा भी नहीं होगा. मुझे लगता है कि शायद अंकल सैम ने लिखकर दिया होगा. अंकल सोरोस ने लिखकर दिया होगा. कहीं से पर्ची बनकर आई होगी और कूल डूड बनने का प्रयास किया होगा.’ अनुराग ठाकुर के इतना कहते ही ट्रेजरी बेंच की तरफ बैठे सदस्यों के ठहाकों से सदन गूंज उठा.
सांसद ठाकुर के हमले यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि एक नेता ने कमल पर कटाक्ष किया. न जाने क्या दिक्कत है. कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया. जनता ने हमें लगातार तीसरी बार सत्ता में बैठाने का काम किया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह भी कहा कि राहुल गांधी को रील का नेता नहीं बनना चाहिए और यह समझना चाहिए कि रीयल नेता बनने के लिए सच बोलना पड़ता है.
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गौरतलब है कि सदन में इस समय बजट पर बहस चल रही है लेकिन एक दूसरे पर छीटाकशी कर बहस अलग ही दिशा में जाते दिख रही है. एक तरफ राहुल गांधी सत्ताधारी पार्टी और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमले करने में कोई कोताही नहीं रख रहे हैं. वहीं बीजेपी राहुल गांधी और कांग्रेस के वार पर तीखा पलटवार करने में पीछे नहीं हैं. बीजेपी ने तो अपने वार की शुरूआत 1947 और देश के पहले प्रधानमंत्री से ही की है. उनके हमलों के साथ सांसदों के ठहाके भी सदन में गूंज रहे हैं. अब देखना होगा कि रामायण, महाभारत के बाद कौनसा नया बजटरुपी ग्रंथ सदन में खुलने वाला है.