Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है. प्रभारी बनाए जाने के बाद पहली बार अहमदाबाद जाने से पहले रघु शर्मा ने कुछ सियासी संकेत दिए हैं. प्रभारी बनाए जाने के बाद रघु शर्मा ने भविष्य में मंत्री पद से हटने के संकेत दिए हैं. रघु शर्मा ने एक प्रेसवार्ता कर कहा कि, ‘मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार है. सत्ता हमारे पास है तो मंत्री रहना मेरे लिए जरूरी भी नहीं है. मेरी पहली प्राथमिकता तो संगठन है और उसको मजबूत करने के लिए मैं काम करता रहा हूं, करता रहूंगा, मंत्री बने रहना मेरे लिए जरूरी नहीं है. तो साथ ही रघु ने कहा कि, मैं राजस्थान से दूर नहीं हूं. दोनों बातों के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. आपको हम याद दिला दे कि हालही में प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस के विधायक की रायशुमारी के बाद कहा था कि कुछ विधायकों ने संगठन में काम करने की इच्छा जताई है. तो इसके बाद अब ये माना जाए कि राजस्थान को नया स्वास्थ्य मंत्री मिल सकता है.
पार्टी आलाकमान जो आदेश करेगा, पालन करूंगा- रघु शर्मा
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा गुजरात रवाना होने से पहले जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे. रघु शर्मा ने कहा कि, ‘मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं. पार्टी आलाकमान जो आदेश देगा, उस आदेश का पालन करूंगा. हम पार्टी में काम करने के लिए आए हैं’. रघु शर्मा ने आलाकमान का धन्यवाद करते हुए कहा कि, ‘मुझ जैसे ग्रास रूट के कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है उसके लिए उनका धन्यवाद, मैं यहां से संकल्प लेकर जा रहा हूं, गुजरात में परिवर्तन करना है’.
‘मैं संगठन का आदमी हूं, मंत्री बने रहना मेरे लिए जरुरी नहीं’
सरकार और संगठन में दोहरी जिम्मेदारी और तालमेल के सवाल पर मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि, ‘पार्टी जो भी हुक्म देगी, वह काम करेंगे. जब तक कहा जाएगा विभाग में काम करूंगा. जिस दिन हटा देंगे, उस दिन संगठन में काम करूंगा’. रघु शर्मा ने कहा कि, ‘मैं संगठन का आदमी हूं, मेरी सारी जिंदगी संगठन को मजबूत बनाने में निकली है और आगे में भी यही काम करता रहूंगा, मंत्री बने रहना मेरे लिए जरुरी नहीं है.’
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मैं नम्बर के चक्कर मे नहीं पड़ता, सीएम गहलोत के अनुभव का मिलेगा फायदा’
वहीं राजस्थान में खुद के नम्बर-2 की पॉजिशन पर आने के सवाल पर बोलते हुए रघु शर्मा ने कहा कि, ‘मैं नम्बर के चक्कर मे नहीं पड़ता. मैं सोनिया और राहुल गांधी का सिपाही हूं. उन्होंने जो जिम्मेदारी दी है उसकी पालना करूंगा. गुजरात की जिम्मेदारी के बाद सीएम गहलोत से अभी इस बारे में ज्यादा बात नहीं हुई. गुजरात के बारे में मुख्यमंत्री गहलोत से भी सहयोग लेंगे, वो वहां के प्रभारी रह चुके हैं’.
ऐसा क्या हुआ की चार साल बाद बदल दी सरकार- रघु शर्मा
वहीं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने भाजपा पर कई सवाल भी दागे. शर्मा ने पूछा कि, ‘ऐसा क्या हो गया था की गुजरात में चार साल बाद पूरी सरकार को ही बदल दिया गया, क्या भ्रष्टाचार के चलते बदली गई सरकार’. रघु शर्मा ने कहा कि, ‘अबकी बार गुजरात में विकास पागल नहीं हो रहा है, बल्कि विकास हुआ ही नहीं है. भाजपा के लोग वहां निकम्मे साबित हुए है’.
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‘कांग्रेस के जिन 18 विधायकों को तोड़ा, उन्हें बीजेपी ने औकात दिखा दी’
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि, ‘बीजेपी ने गुजरात में संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार कर गुजरात के 18 कांग्रेस विधायकों को तोड़ा. इनको मंत्री बनाने का लालच दिया गया. लेकिन इनके सपने धराशाही हो गए. कांग्रेस से गए 18 विधायकों को भी कुछ ही समय बाद उनकी औकात दिखा दी. बीजेपी भरोसे लायक पार्टी नहीं है. 18 विधायकों में से कुछ को पहले सरकार में शामिल किया. कुछ ही समय बाद उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया’.
प्रदेश प्रभारी अजय माकन की रायशुमारी के बाद कुछ मंत्रियों के संगठन में काम करने की इच्छा वाले बयान के बाद अटकलें लगने लगी थी कि मंत्रिमंडल में कौनसे मंत्री हैं जिन्हें संगठन में जिम्मेदारी दी जा सकती है. AICC द्वारा अब चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी बनाए जाने के बाद इस क्रम की शुरुआत हो गई है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि, ‘जल्द ही राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी चुनावी राज्य पंजाब की अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है’. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के संगठन को प्राथमिकता देने वाले बयान को गहलोत सरकार के बहुप्रतिक्षित मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है.