राहुल-प्रियंका से प्रशांत किशोर की मुलाकात, ‘मिशन गुजरात’ पर बनी बात! जल्द बिछेगी चुनावी बिसात

पांच राज्यों की हार के बाद गुजरात और हिमाचल की रणनीति बनाने में जुटी कांग्रेस, शुक्रवार को पीके ने की राहुल और प्रियंका से मुलाकात, किशोर के पूर्व सहयोगी सुनील कनुगोलू पिछले महीने ही जुड़े हैं कांग्रेस से, कांग्रेस के दो नेताओं ने की मुलाकात की पुष्टि, कहा- पीके और सुनील के काम करने के लिए काफी बड़ी पार्टी है कांग्रेस

राहुल-प्रियंका से प्रशांत किशोर की मुलाकात
राहुल-प्रियंका से प्रशांत किशोर की मुलाकात

Politalks.News/Congress/PK. हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों (Assembly Elections) में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस (Congress) नेतृत्व एक बार फिर पार्टी को संगठित कर खड़ा करने में जुट गया है. इस साल के अंत में होने वाले गुजरात (Gujarat) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के विधानसभा चुनावों में अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा वापस पाने में जुटी कांग्रेस पार्टी अपनी रणनीति बनाने की कवायद में जुट गई है. मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स को मानें तो गुजरात चुनाव को लेकर प्रसिद्ध रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने बीते रोज शुक्रवार को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) से मुलाकात की है. हालांकि, आपको बता दें, पिछले साल ही कांग्रेस और पीके के बीच अच्छी खासी बातचीत के बाद दोनों के रास्ते जुदा हो गए थे.

आपको याद दिला दें, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था कि वह चुनावी रणनीतिकार के रूप में अब आगे किसी दल के लिए काम नहीं करेंगे. हालांकि, हिंदुस्तान टाइम्स की खबर पर गौर करें तो कांग्रेस पार्टी के साथ पीके की बातचीत जारी है. वह पहले गुजरात और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए काम कर सकते हैं. इसीलिए प्रशांत किशोर ने एक बार फिर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की है. एचटी के मुताबिक कांग्रेस के दो नेताओं ने इस मुलाकात की पुष्टि भी की है. हालांकि, इस बैठक को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.

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आपको बता दें कि प्रशांत किशोर के पूर्व सहयोगी सुनील कनुगोलू ने पिछले महीने ही कांग्रेस पार्टी के साथ काम करना शुरू किया है और पिछले गुरुवार को ही सुनील और गांधी परिवार के बीच अहम बैठक हुई है. यहां गौरतलब है कि, पीके और सुनील कनुगोलू दोनों ने 2014 में सिटिजन्स फॉर एकाउंटेबल गवर्नेंस (CAG) संगठन में नरेंद्र मोदी के लिए एक साथ काम किया था. हालांकि 2014 के चुनाव के बाद प्रशांत किशोर ने अपना रास्ता अलग कर लिया, लेकिन सुनील कनुगोलू भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करते रहे. यहां तक कि 2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भी सुनील ने बीजेपी के साथ काम किया था.

ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या सुनील कनुगोलू और प्रशांत किशोर दोनों साथ काम कर सकते हैं? इस पर हिंदुस्तान टाइम्स से कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कहा, “कांग्रेस दोनों के लिए काम करने के लिए काफी बड़ी पार्टी है.” कनुगोलु मुख्य रूप से अगले साल कर्नाटक चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन उन्हें एक नए सेल का नेतृत्व करने की उम्मीद है जो सभी चुनावी रणनीति को देखता है. एचटी की मानें तो कनुगोलू ने गांधी परिवार को बता दिया है कि अगर प्रशांत किशोर गुजरात और हिमाचल प्रदेश में पार्टी का मुद्दा उठाते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी.

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इसके साथ ही एचटी के सूत्रों की मानें तो गुरुवार को हुई प्रशांत किशोर की राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ मुलाकात के दौरान पीके ने कहा कि अगर कांग्रेस भाजपा को चुनौती देना चाहती है तो तत्काल काम शुरू करने की जरूरत है. कांग्रेस के एक नेता ने कहा, “हालांकि हम कर्नाटक में बहुत आत्मविश्वास महसूस कर रहे थे, लेकिन इन चुनाव परिणामों के बाद यह कम हो गया है.” दूसरे नेता ने चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘ऐसी भावना है कि उत्तराखंड जैसे स्थानों पर भाजपा ने जिस ध्रुवीकरण का सफलतापूर्वक इस्तेमाल किया, वह अन्य राज्यों में भी प्रभावी ढंग से चलेगा. इसलिए हमें कुछ करने की जरूरत है.’ इसी बीच गुजरात में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कहा कि, ‘हमने प्रशांत किशोर के बारे में अभी तक कुछ नहीं सुना है.’ वहीं पीके की गांधी परिवार से मुलाकात की खबर ने देश की सियायत को गरमा दिया है.

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