Politalks.News/SatyapalMalik. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को आज तीसरा दिन पूरा हो चूका है. इस भारत जोड़ो यात्रा में 120 कांग्रेसी कार्यकर्त्ता 150 दिनों में 3,570 किलोमीटर की यात्रा तय करने वाले हैं. कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की इस यात्रा का अंतिम पड़ाव इसका अंतिम पड़ाव कश्मीर होगा. कन्याकुमारी से शुरू हुई कांग्रेस की इस यात्रा को अब जनता के साथ साथ राजनेताओं का भी साथ मिल रहा है. अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के साथ साथ राहुल गांधी की तारीफ कर के सभी को चौंका दिया. यही नहीं राहुल गांधी को सत्यपाल मलिक ने अग्रिम बधाई भी दी. सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘कांग्रेस का ये कदम अच्छा है. मुझे उम्मीद है कि उनकी “भारत जोड़ो यात्रा” देश के लिए कुछ अच्छा करेगी.’
अपनी बेबाकी के लिए जाने जाने वाले पूर्व जम्मू कश्मीर और वर्तमान में मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरूवार को अपने बेबाक बयान से भारतीय जनता पार्टी को न सिर्फ बैचेन कर दिया बल्कि माना जा रहा है कि एक बड़ा झटका बीजेपी को जरूर लगा होगा. गुरूवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के मूढ़ी बाकापुर गांव में एक कार्यक्रम के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए सत्यपाल मलिक ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की तारीफ की. यही नहीं उन्होंने राहुल गांधी को इसके लिए शुभकामनाएं भी दी. सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी अच्छा काम कर रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा एक अच्छी मुहीम है. अगर मैं उनके प्रयास की सराहना कर रहा हूं तो आप इसे उनकेके लिए मेरी शुभकामनाएं मान सकते हैं.’
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सत्यपाल मलिक से जब यह पुछा गया कि आजादी से पहले और बाद में देश में कई यात्राएं हुई हैं और उन सभी के अच्छे परिणाम मिले हैं. इसके जवाब में मलिक ने कहा कि, ‘मुझे उम्मीद है कि इस यात्रा का भी देश के लिए कुछ अच्छा परिणाम होगा.’ यही नहीं सत्यपाल मलिक ने ये भी स्पष्ट करते हुए कहा कि, ‘मैं प्रधानमंत्री के खिलाफ नहीं था लेकिन मैंने जो मुद्दे उठाए थे, अगर उनपर कार्रवाई करते हुए उन्होंने समस्या का समाधान किया होता तो वे सभी मुद्दे उनके फायदे के होते.’ वहीं राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्यपथ बदलने पर भी सत्यपाल मलिक ने निशाना साधा. सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘राजपथ का नाम बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि, यह नाम देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने दिया था, न कि अंग्रेजों ने.’
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वहीं पीएम मोदी पर तंज कस्ते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘पीएम हर तीसरे दिन उद्घाटन करते हैं और शायद गुरुवार को कुछ भी निर्धारित नहीं था और इसलिए “राजपथ” का नाम बदल दिया गया और उन्होंने इसका उद्घाटन किया.’ किसान आंदोलन और किसानों का जिक्र करते हुए मलिक ने कहा कि, ‘देश में किसान और युवा गहरे संकट में हैं. सरकार ने एमएसपी समिति के अध्यक्ष के रूप में एक व्यक्ति को नियुक्त किया है जिसने तीन विवादास्पद कृषि कानून तैयार किए हैं. अगर एमएसपी के मुद्दे पर कुछ नहीं होता है, तो इससे किसानों और सरकार के बीच एक बड़ी लड़ाई होगी. जब से किसान आंदोलन शुरू हुआ है तब से उन्होंने अपना इस्तीफा अपनी जेब में तैयार रखा है. जब भी प्रधानमंत्री उनसे ऐसा करने के लिए कहेंगे, वह तुरंत अपना इस्तीफा सौंप देंगे.’