वे लड़ने के बजाए बीजेपी के सामने हाथ जोड़कर पाना चाहते हैं शांति- गुलाम नबी पर राहुल का तंज

भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य जनता से जुड़ने का है, हमारी ये यात्रा आरएसएस-बीजेपी की विचारधारा के है खिलाफ, भाजपा ने आज सभी सरकारी संस्थाओं पर कर लिया है अपना कंट्रोल, मेरे दिमाग में नहीं है कोई कंफ्यूजन, मैं कांग्रेस अध्‍यक्ष बनूंगा या नहीं, यह जब पार्टी चुनाव होंगे तब स्‍पष्‍ट हो जाएगा- राहुल गांधी

‘हम बीजेपी और संघ के विचारों का करते हैं स्वागत, लेकिन...’
‘हम बीजेपी और संघ के विचारों का करते हैं स्वागत, लेकिन...’

Politalks.News/RhaulGandhi. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का आज तीसरा दिन है. कन्याकुमारी से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई कांग्रेस की यह पदयात्रा अब तक करीब 60 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है. कांग्रेस की इस यात्रा को लोकसभा चुनाव 2024 से भी जोड़कर देखा जा रहा है. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि हमारी यात्रा देश के लोगों को एकजुट करने की महंगाई के खिलाफ, बेरोजगारी के खिलाफ, अन्याय के खिलाफ है. इसी कड़ी में आज यात्रा के तीसरे दिन राहुल गांधी पत्रकारों से मुखातिब हुए. इस दौरान राहुल ने बीजेपी पर जमकर निशाना तो साधा ही साथ में कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव और राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्यपथ करने पर भी इशारों इशारों में जोरदार तंज कसे. राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मैं कांग्रेस का अध्यक्ष बनूंगा या नहीं, यह बात तब पता चल जाएगी जब कांग्रेस के संगठन चुनाव होंगे. भाजपा के पास भविष्य का विज़न नहीं है इसी कारण इतिहास का सहारा लेना पड़ रहा है.’

भारत जोड़ो यात्रा के तीसरे दिन कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और खुलकर यात्रा के बारे में चर्चा की. राहुल गांधी ने कहा कि, ‘भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य जनता से जुड़ने का है. हमारी ये यात्रा आरएसएस-बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ है.’ राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘हर एक व्यक्ति और सगंठन की राय होती है. बीजेपी की राय है, संघ की राय है, उनके विचारों का स्वागत है लेकिन जो नुकसान आरएसएस की विचारधारा ने किया है, देश को जो बांटा है, जो नफरत फैलाई है उसके खिलाफ यह यात्रा है. स्पष्ट रूप से कहूं तो विचारधारा को लेकर यह लड़ाई सालोंसाल तक चलती रहेगी. भारत के दो विजन हैं- एक कठोर है, कंट्रोलिंग दूसरा ओपन माइंडेट है.’

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पत्रकार वार्ता के दौरान राहुल से सवाल पूछा गया कि कांग्रेस में दूसरे स्तर के नेता पार्टी के खिलाफ जा रहे हैं और वह यात्रा निकाल रहे हैं. इससे क्या हल निकलेगा. आपने उन्हें मनाया क्यों नहीं? वे इस यात्रा में शामिल क्यों नहीं हैं.’ इस पर राहुल गांधी ने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि बीजेपी के पास मुझसे बेहतर माध्यम हैं प्रेशर बनाने के लिए. सब लोग लड़ना नहीं चाहते. बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो बीजेपी के सामने हाथ जोड़कर शांति पाना चाहते हैं लेकिन मैं वैसा नहीं हूं.’

बीजेपी पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘भाजपा ने आज सभी सरकारी संस्थाओं पर अपना कंट्रोल कर लिया है. इनके द्वारा भाजपा विपक्षी दलों पर दबाब बनाते हैं. आज देश में सीबीआई, आईटी और ईडी का क्या रोल है ये सब आप जानते हैं. अब दो राजनीतिक दलों के बीच लड़ाई नहीं है. अब लड़ाई स्ट्रक्टचर ऑफ इंडियन स्टेट और विपक्ष के बीच की है. हर कोई समझता है. यह आसान लड़ाई नहीं है, यह कठिन लड़ाई है.’

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वहीं राजपथ का नाम बदलकर कर्त्यवपथ करने से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि, ‘जिसके पास भविष्य के लिए कोई विज़न नहीं है, उसे अतीत से चीज़े निकालनी पड़ती हैं. ताकि माहौल बनाया जा सके.’ वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर जब राहुल गांधी से सवाल पुछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘मैं अध्यक्ष पद का चुनाव लडूंगा या नहीं. लेकिन यह स्पष्ट है कि चुनाव होंगे तो इंतजार कीजिए. मैंने स्पष्ट रूप से तय कर लिया है कि मैं क्या करूंगा, मेरे दिमाग में कोई कंफ्यूजन नहीं है, मैं कांग्रेस अध्‍यक्ष बनूंगा या नहीं, यह जब पार्टी चुनाव होंगे तब स्‍पष्‍ट हो जाएगा. मीडिया पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने आगे कहा कि, ‘मीडिया भी विपक्ष के साथ नहीं है क्यों कि आप पर प्रेशर हैं आपके मालिकों के विशेष संबंध हैं. कई लोग लड़ना नहीं चाहते और कुछ सोचते हैं कि कहां फंसना है.

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