Politalks.News/MadhyaPradesh. कहते हैं राजनीति में सबसे ज्यादा अनिश्चितता है, कब क्या हो जाए कोई नहीं जानता. आजतक आपने नेताओं को दल बदलकर किसी दूसरी पार्टी में जाते हुए देखा-सुना होगा. जिसके चलते लास्ट समय पर कई सरकारें बन गईं और कई गिर गईं, अब ये राजनीति और खासकर भारत की राजनीति में एक सामान्य घटना मानी जाने लगी है. लेकिन आज जो हम आपको बताने जा रहे हैं वो आपको चौंकाएंगी भी और गुदगुदाएगी भी. हालांकि बात छोटे कद के नेताजी की है लेकिन नया ट्रेंड नीचे से ऊपर जाए तो ज्यादा सही/पुख्ता माना जाता है. जी हां, मध्य प्रदेश के दमोह जिले की पथरिया नगर परिषद में कुछ ही ऐसा हुआ जिसे सुनकर हर कोई हैरान है, क्योंकि यहां के महान नेताजी ने एक ही दिन में एक या दो नहीं तीन पार्टियां बदल डालीं. सुबह नेता जी सुंदर लाल विश्वकर्मा मायावती यानी बसपा का हाथी, तो दोपहर को पंजा यानी कांग्रेस और शाम होते-होते नेता जी कमल के फूल यानी भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाने लगे.
एक सामान्य आदमी जहां दिन में दूसरी ड्रेस नहीं बदल पाता है वहीं ये महानुभाव तीन-तीन पार्टियां बदल दिए हैं. दरअसल, मध्यप्रदेश के दमोह जिले पथरिया जिला परिषद के एक नेता जी सुंदर लाल विश्वकर्मा का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वायरल वीडियो में जो नेताजी नारेबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं, वो नेताजी इस नारेबाजी से पहले मायावती की पार्टी बसपा में थे और बसपा से ही पार्षद भी चुने गए थे, लेकिन अब नेताजी की नजर पथरिया से नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर टिक गई और नेताजी किस्मत आजमाने के लिए मैदान में उतरे थे, लेकिन वोटिंग से कुछ देर पहले ही नेताजी ने कांग्रेस का ‘हाथ’ थाम लिया और कमलनाथ और कांग्रेस का जयकारा लगाने लगे. इसके बाद वोटिंग हुई और कांग्रेस के सहयोग से नेताजी ने चुनाव भी जीत लिया, लेकिन एक बार फिर नेता जी ने पलटी मार दी. अब इस बार नेताजी लक्ष्मी के वाहन ‘कमल’ वाली भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और जमकर बीजेपी का गुणगान करने लगे. बता दें, चुनाव जीतकर अब नेता जी सुंदर लाल विश्वकर्मा नगर पंचायत अध्यक्ष बन गए हैं.
यह भी पढ़ें: POD: जब गर्मजोशी से मिले पीएम मोदी, सीएम गहलोत और बघेल, दिखी लोकतंत्र की सच्ची तस्वीर
वहीं इस पूरे घटनाक्रम खुद नेता जी सुंदर लाल विश्वकर्मा ने बताया कि संत दुबे के निर्देशानुसार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है. नेताजी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री देश में जनता की भलाई के लिए जो भी योजनाएं चला रहे हैं, उनको हम जन-जन तक पहुंचाएंगे और अब भारतीय जनता पार्टी के साथ रहेंगे. इसके बाद में नेता जी ने एक ज़ोरदार जय-जय श्रीराम का उद्घोष भी किया.
किस्सा यही खत्म नहीं हुआ, कांग्रेस में शामिल होने के बाद हुए पथरिया नगर परिषद के अध्यक्ष पद के चुनाव में सुंदर विश्वकर्मा ने जीत की घोषणा कर दी गई. इसके बाद नेताजी को वहां पहले से मौजूद भाजपा के वरिष्ठ नेता संतोष दुबे से कुछ बात करते देखा गया, लोगों और कार्यकर्ताओं ने इसे सामान्य नजर से देखा, यानी किसी को माजरा समझ नहीं आया. दूसरी तरफ अध्यक्ष के बाद उपाध्यक्ष का निर्वाचन होना था, इसमें खुद संतोष दुबे की पत्नी शोभारानी जो वार्ड 11 से पार्षद चुनी गई थीं, उन्हें उपाध्यक्ष चुन लिया गया. चूंकि जीत के बाद जुलूस निकाला जाना था तो, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष एक साथ ही बाहर निकले.
यह भी पढ़ें: 2024 में क्या होगा हरियाणा में भाजपा का? बिश्नोई का इतिहास सियासी गलियारों में बना चर्चा का विषय
अब यहां लोगों और कार्यकर्ताओं को कुछ अटपटा लगा और वो यह कि जुलूस के दौरान नेताजी जो अब नगर परिषद के अध्यक्ष बन चुके थे, यानी सुंदर विश्वकर्मा अब कांग्रेस के बजाय भगवा गमछा में नजर आ रहे थे. इसके बाद भी भोली जनता और कार्यकर्ता यही कयास लगाते रहे कि नेताजी सुंदर विश्वकर्मा दुबे जी के दबाव में बयान दे गए होंगे और वो कांग्रेस में ही रहेंगे, लेकिन अगले ही दिन शनिवार दोपहर में नेताजी की बाकायदा भाजपा में ज्वाइनिंग पर मुहर लगी तो फिर जनता बोली- ‘ये राजनीति है यहां कुछ भी संभव है.’