एक मजबूत और सच्चे लोकतंत्र की सबसे अच्छी बात यही है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता अपनी जगह और शिष्टाचार अपनी जगह, कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग के 7वें गवर्निंग काउंसिल की बैठक में, राष्ट्रपति भवन का कल्चरल सेंटर में बैठक के दौरान सभी दिग्गजों ने एक दूसरे से की मुलाकात, लेकिन ऐसे में सामने आई एक तस्वीर पर टिकी सभी की निगाहें, ये तस्वीर है पीएम मोदी के साथ खड़े राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की, कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेताओं और बीजेपी के कट्टर विरोधियों के बीच में हैं प्रधानमंत्री मोदी, जहां बघेल और गहलोत थामे हुए हैं एक दूसरे का हाथ, लेकिन दोनों की नजरें हैं पीएम मोदी पर, वहीं अपने दोनों हाथ पीछे बांधे खड़े हुए हैं प्रधानमंत्री मोदी और मुखातिब हैं अशोक गहलोत की तरफ, तीनों दिग्गजों की बॉडी लैंग्वेज अपने आप में दे1रही कई सियासी इशारे, तस्वीर को देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये वही सीएम गहलोत हैं जो राजनीतिक मंचों से पीएम मोदी पर चुन चुनकर छोड़ते हैं व्यंग्य के तीखे बाण और पीएम मोदी को बताते हैं ‘जुमलों का सरदार’, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सियासी रैलियों में पानी पी-पीकर कोसते हैं कांग्रेस और उसके नेताओं को और देते हैं कांग्रेसमुक्त भारत का नारा, लेकिन शायद यही है एक अच्छे लोकतंत्र की सच्ची तस्वीर, कहने को सिर्फ एक तस्वीर लेकिन कई सियासी सन्देश छुपे हैं इस तस्वीर में