पूनियां के काफिले पर हमले के प्रयास पर भड़के दिग्गज, गहलोत के इस्तीफे की मांग सहित पढ़िए बड़े बयान

कोटा के पूर्व महाराव स्वर्गीय बृजराज सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त करने गए सतीश पूनियां ने कोटा प्रवास के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस के खिलाफ जमकर तंज कसते हुए कांग्रेस पार्टी की तुलना जूते से करने के बयान से बौखलाए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं किया प्रदर्शन

satish poonia gehlot 1
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Politalks.News/Rajasthan. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां के काफिले को कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा काले झंडे दिखाने और नारेबाजी करने पर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. मामले को लेकर बीजेपी नेताओं ने जहां कांग्रेस और गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर बयानबाजी की तो वहीं भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा कई वार्डों में विरोध प्रदर्शन किया गया. दरअसल, हाल ही ही में भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के निजी और सरकारी आवास के बाहरी दीवार पर नाथी का बाड़ा लिखकर कालिख पोती थी. जिसके बाद से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी थी. इसके साथ ही सतीश पूनियां ने कोटा प्रवास के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस के खिलाफ जमकर तंज कसते हुए कांग्रेस पार्टी की तुलना जूते से करने के बयान ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दुगना कर दिया.

जिस पर रविवार शाम को कोटा से जयपुर जाते समय बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के काफिले को टोंक के तालेड़ा इलाके के बल्लोप गांव में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेता राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में काले झंडे दिखाए और जमकर नारेबाजी भी की. इस दौरान सतीश पूनियां का काफिला 10 मिनट तक नेशलन हाईवे पर ही रुका रहा और बमुश्किल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया वहां से निकल पाए.

वहीं दूसरी ओर इस घटनाक्रम की जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं को मिली तो बूंदी विधायक अशोक डोगरा की अगुवाई में कार्यकर्ता और पदाधिकारी बूंदी एसपी जय यादव के निवास पर इकट्‌ठा हो गए. जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां पर जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने एसपी के घर के बाहर राजस्थान सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग को लेकर एसपी जय यादव को ज्ञापन भी सौंपा. इसके साथ ही इस घटना पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, भाजपा की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा आदि नेताओं ने गहलोत सरकार और कांग्रेस के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
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राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर कहा कि कोटा के पूर्व महाराव स्वर्गीय बृजराज सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त करने गए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां के काफिले को पुलिस के संरक्षण में राजस्थान की राजनीतिक संस्कृति को धता बताते हुए कांग्रेस के असामाजिक तत्वों द्वारा रोककर हमले का प्रयास करना व दंगई प्रदर्शन करना अत्यन्त निंदनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है. राठौड़ ने कहा कि रीट परीक्षा में हुई धांधली को लेकर कांग्रेस की बौखलाहट साफ प्रदर्शित हो रही है. अगर सत्ता में बैठी कांग्रेस की यही प्रवृत्ति रही तो सत्तारुढ़ दल के मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों के कार्यक्रमों में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को विरोध करने से कोई रोक नहीं पायेगा.

वहीं भाजपा राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर ने एक बयान जारी कर इस घटनाक्रम की निंदा करते हुए कहा कि राजनीति में इस तरह की घटनाएं बिल्कुल ठीक नहीं हैं. अलका गुर्जर ने इस घटनाक्रम के लिए बतौर गृहमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जब शासन कमजोर होता है तो प्रशासन स्वत: कमजोर हो जाता है और राजस्थान में यही हो रहा है. गुर्जर के अनुसार राजनीतिक दल के नेताओं में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन इस प्रकार की घटनाएं किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है.

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इसके साथ ही भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और उनकी गाड़ी पर कांग्रेस शासन में इस तरह खुलेआम हिंसक हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं और सड़क से लेकर विधानसभा तक प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा. रामलाल ने कहा कि कांग्रेस को अभी से पता चल गया है कि 2023 में उनका सूपड़ा साफ होने वाला है. किसान, युवा और महिलाएं कांग्रेस को हमेशा के लिए सत्ता से उखाड़ फेंकने को तैयार हैं. शर्मा ने कहा कि लोकतंत्र में इस प्रकार की घटना उचित नहीं मानी जा सकती. प्रदेश सरकार को इसके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.

वहीं भाजपा राजस्थान के ऑफिशल टि्वटर हैंडल से भी इस घटना की निंदा की गई है. ट्वीट के जरिए लिखा गया कि रीट परीक्षा अनियमितता मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में चौतरफा घिरी कांग्रेस और प्रदेश सरकार की बौखलाहट इस घटनाक्रम में साफ तौर पर दिखती है. ट्वीट में लिखा गया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी पर पथराव की घटना प्रदेश की सरकार की नीति और नीयत का परिचय दे रही है.

इसके साथ ही बताया यह भी जा रहा है कि सतीश पूनियां ने अपने कोटा प्रवास के दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस के खिलाफ जमकर तंज कसा था. इस दौरान कांग्रेस पार्टी की तुलना जूते से करने के बयान से बौखलाए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जाहिर करने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की गाड़ी पर पथराव किया और काले झंडे भी दिखाए. वहीं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी सतीश पूनियां की कार पर हुए पथराव और काले झंडे दिखाने की घटना की निंदा की है. कटारिया ने इस मामले में डीजीपी से फोन पर बात कर दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की है.

जयपुर में भाजयुमो ने किया विरोध प्रदर्शन
वहीं दूसरी तरफ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां की कार पर हुए पथराव की घटना के विरोध में जयपुर में भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने कई वार्डों में विरोध प्रदर्शन किया. भाजयुमो जयपुर शहर अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन के जरिए गहलोत सरकार के कार्यकाल में लचर कानून व्यवस्था का विरोध किया गया है. इस मामले में भाजयुमो ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग भी की है.

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