Politalks.News/Maharashtra. महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा को लेकर शुरू हुई सियासत चरम पर है. 3 मई तक महाराष्ट्र की सभी मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटवाने को लेकर चुनौती दे चुके मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कल रविवार को औरंगाबाद में एक रैली की. महाराष्ट्र में लगी धारा 144 के बावजूद भी पुलिस ने उन्हें कुछ नियम एवं शर्तों के साथ रैली करने की इजाजत दी थी. राज ठाकरे की इस रैली में महज 15 हजार लोगों को आने की इजाजत थी लेकिन रैली में करीब 1 लाख लोग पहुंचे. वहीं रैली को संबोधित करते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा, ‘हमने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक के लिए अल्टीमेटम दिया था, लेकिन 3 मई को ईद है. मैं इस उत्सव को खराब करना नहीं चाहता. हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह हमारी मांग पूरी करे, नहीं तो 4 मई के बाद हम किसी की नहीं सुनेंगे.’ इस दौरान राज ठाकरे ने NCP प्रमुख शरद पवार पर भी जमकर निशाना साधा.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे की रैली में नियमों के तहत 15 हजार लोगों को ही आने की इजाजत थी लेकिन सभा स्थल पूरी तरह खचाखच भरा हुआ था. साथ ही सभा सथल के बाहर भी लोगों का हुजूम दिखाई दे रहा था जिसके बाद महाराष्ट्र पुलिस हरकत में आ गई और रैली की पूरी टेप देख रही है. अगर उसमें नियमों का एक भी उल्लंघन पाया गया तो रैली के आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा. आपको बता दें कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने अपनी रैली की शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ की. वहीं राज ठाकरे ने इस मौके पर लोगों को महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं भी दी. साथ ही कहा कि, ‘लाउडस्पीकर पर अजान होगी तो हनुमान चालीसा भी होगी. अगर वे नहीं माने तो हनुमान चालीसा दोगुनी आवाज से चलाई जाएगी लेकिन हम शांति चाहते हैं, विवाद नहीं.’
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राज ठाकरे ने आगे कहा कि, ‘हमने मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए 3 मई तक के लिए अल्टीमेटम दिया था, लेकिन 3 मई को ईद है. मैं इस उत्सव को खराब करना नहीं चाहता. हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह हमारी मांग पूरी करे, नहीं तो 4 मई के बाद हम किसी की नहीं सुनेंगे.’ राज ठाकरे ने आगे कहा कि, ‘लाउडस्पीकर के मुद्दे पर किसी ने पूछा, अचानक, मैंने कहा अचानक नहीं है. मैंने सिर्फ उसे पर्याय दिया है कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटे तो हम हनुमान चालीसा पढ़ेंगे. हमें महाराष्ट्र में कोई दंगा नहीं कराना, लेकिन नासिक के एक पत्रकार ने मुझे कहा कि लाउडस्पीकर पर अजान से मेरे बच्चे को परेशानी होती है. ये सामाजिक मुद्दा है, धार्मिक नहीं.’
NCP प्रमुख शरद पवार पर निशाना साधते हुए राज ठाकरे ने कहा कि, ‘जिस दिन से मैंने बोला कि शरद पवार नास्तिक हैं, उस दिन से शरद पवार भगवान के साथ अपनी फोटो डाल रहे हैं. उनकी पुत्री ने स्वयं लोकसभा में कहा है कि मेरे पिता नास्तिक हैं लेकिन मैं नही बल्कि शरद पवार फैला रहे हैं जातिवाद का जहर. समाजवाद का विचार इस महाराष्ट्र से गया, राष्ट्रवाद का विचार इस महाराष्ट्र से गया और हिंदुत्व का विचार भी इसी महाराष्ट्र से गया. पवार को अपनी नौटंकी बंद करनी चाहिए क्योंकि वे ध्रुवीकरण की राजनीति करते हैं. उन्होंने पहले कभी शिवाजी महाराज पर बोला है क्या, जो अब बोल रहे हैं. पवार साहब समझ लो मैं जात-पात में नहीं मानता. आपको हिंदू शब्द से ‘एलर्जी’ है. जाति से ऊपर उठकर हम मराठी कब होंगे, हिन्दू कब होंगे?’
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राज ठाकरे ने आगे कहा कि, ‘जब अलाउद्दीन खिलजी यहां आया, उसके साथ कुछ हजार लोग थे, लेकिन महाराष्ट्र में गलत खबर फैलाई गई कि उसके साथ लाखों सैनिक आ रहे हैं. खिलजी के समय बलात्कार हो रहे थे, मंदिर तोड़े गए, फिर 1630 में हमारे छत्रपति का जन्म हुआ. स्वाभिमान से कैसे जीना है, ये हमारे राजा छत्रपति ने बताया. महाराष्ट्र में हर तरह की दिक्कत है, पानी की किल्लत है. जो समाज इतिहास भूलता है, उसके पैर के नीचे से जमीन खिसकती है, भूगोल खिसकता है. जैसे ही शिवाजी महाराज का निधन हुआ, औरंगजेब महाराष्ट्र में दाखिल हुआ. 27 साल महाराष्ट्र में रहा और यहीं पर उसने दम तोड़ा. औरंगजेब को पता था कि शिवाजी एक व्यक्ति नही विचार हैं और अगर ये भूमि उस विचार को अपना ले, तो मेरा बचना असंभव है.’