पॉलिटॉक्स न्यूज. देशभर में कोरोना संकट और लॉकडाउन के चार चरणों के बाद व्यापार ढलान पर है जिसे संभलने में काफी वक्त लग सकता है. ऐसे में कारोबारियों को संबल बंधाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भरोसा दिया कि वो उनके साथ है. पीएम मोदी ने कारोबारियों से कहा कि आप एक कदम आगे बढ़ाइए, सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सालाना वार्षिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बात कही. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की है. इसके साथ ही पीएम ने 5I फॉर्मूले से भारत के आत्मनिर्भर बनने की बात कही. इस बार सीआईआई ने अपने 125 वर्ष पूरे किए हैं.
Addressing the #CIIAnnualSession2020. https://t.co/mdsgKAc8IU
— Narendra Modi (@narendramodi) June 2, 2020
आत्मनिर्भर भारत अभियान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए और देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 5I फॉर्मूले पर काम करना बहुत जरूरी हैं. ये हैं-
- Intent (इरादा)
- Inclusion (समावेश)
- Investment (निवेश)
- Infrastructure (वसंरचना)
- Innovation (नयापन)
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पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना ने हमारी स्पीड जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक के पहले चरण में प्रवेश कर चुका है. अनलॉक फेस-1 में अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है. पीएम मोदी ने कहा कि हमें एक तरफ देशवासियों का जीवन भी बचाना है तो दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था को भी स्टेबलाइज करना है, स्पीड अप करना है. इस हालात में निश्चित तौर पर इसके लिए भारतीय उद्योग जगत के लोग बधाई के पात्र हैं.
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर सरकार की सोच को सामने रखा. पीएम मोदी ने कहा कि आज से तीन महीने पहले देश में एक भी PPE किट नहीं बनती थी, लेकिन आज रोज तीन लाख किट बन रही हैं. आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी हर जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी. पीएम ने CII हर सेक्टर को लेकर रिसर्च तैयार करने और प्लान देने की बात कही. पीएम ने विश्वास दिलाया कि भारत जल्दी ही अपनी पुरानी जीडीपी दर को हासिल करने में सफल होगा.
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पीएम ने कहा कि अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत करना सरकार की प्राथमिकता है, इसके लिए सरकार कई तरह के फैसले ले रही है. सरकार ने इस स्थिति से निकलने के लिए त्वरित फैसलों के अलावा लंबे वक्त में फायदे करने वाले फैसले भी लिए हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 74 करोड़ लोगों के घर तक राशन पहुंचाया गया, प्रवासी श्रमिकों के लिए मुफ्त राशन दिया जा रहा है. अबतक गरीब परिवारों को 53 हजार करोड़ रुपये उनके खाते में दी जा चुकी है. कडाउन के दौरान सरकार ने 8 करोड़ गैस सिलेंडर मुफ्त में दिए, प्राइवेट सेक्टर के 50 लाख कर्मचारियों को 24 फीसदी EPFO सरकार ने दिया है.
किसानों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने ऐतिहासिक बदलाव किए हैं, अब किसान कहीं पर भी अपनी फसल बेच सकता है. किसान कहीं भी, कभी भी अपनी फसलों को अपनी शर्तों पर बेच सकते हैं. पीएम ने कहा कि कोल सेक्टरों को कई तरह के बंधन से मुक्त किया गया है, माइनिंग के नियमों को बदला गया है जिससे लोगों को मदद मिलेगी. पीएम ने कहा कि हाल में जो कड़े फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी. महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है.
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इसी तरह, देश के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कारोबारियों को भरोसा दिया कि वह उनके साथ खड़े हैं और आप दो कदम आगे बढ़ाएंगे तो सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी. पीएम ने कहा कि रणनीतिक मामलों में किसी दूसरे पर निर्भर रहना ठीक नहीं है, आत्मनिर्भर भारत का मतलब रोजगार पैदा करना और विश्वास पैदा करना है, ताकि भारत की हिस्सेदारी ग्लोबल सप्लाई चेन में मजबूत हो सके.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना ने हमारी स्पीड जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत, लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक के पहले चरण में प्रवेश कर चुका है. अनलॉक फेस-1 में अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है. दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में लॉकडाउन का कितना व्यापक प्रभाव रहा है.