Politalks.News/UttarPradesh. अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती पर उत्तरप्रदेश की सियासत गर्म हो गई है. सोनेलाल पटेल की जयंती कार्यक्रम की परमिशन को लेकर पुलिस ने अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल, विधायक पल्लवी पटेल, सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, महान दल के नेता केशव देव मौर्य और शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव को गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों का कहना है कि ये लोग समर्थकों के साथ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान जा रहे थे, जहां पल्लवी की बड़ी बहन व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल पिता डॉ सोनेलाल पटेल की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया था. ऐसे में पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच टकराव रोकने के लिए ये निर्णय लिया है. लखनऊ के विभूति खंड स्थित होटल हयात पर बड़ी संख्या में अपना दल कमेरावादी के कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. इससे पहले एक होटल में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल का अपनी बेटी अनुप्रिया पटेल पर गुस्सा फुट पड़ा. उन्होंने कहा कि, ‘उनकी गलती माफ करने लायक नहीं है और ऐसे मेरे संस्कार नहीं हैं. अब यह लड़ाई घर की नहीं वर्चस्व की हो गई है.’
अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती पर उनकी दोनों बेटियां राजनीतिक विरासत की खींचतान में फिर एक-दूसरे के सामने हैं. अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल हैं और उनकी मां कृष्णा पटेल अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष हैं एवं उनकी बहन पल्लवी पटेल पार्टी की सदस्य. दरअसल पूरे मामले की शुरुआत वेन्यु की अनुमति से शुरू हुई. सोनेलाल पटेल की जयंती पर अनुप्रिया पटेल और उनकी बहन पल्लवी पटेल, दोनों ही भव्य इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजन करना चाहती थीं. दोनों की तरफ से इसी वेन्यु के लिए एप्लीकेशन दी गई. लेकिन केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया को आयोजन की अनुमति मिल गई, जबकि पल्लवी की बुकिंग 1 जुलाई को कैंसिल कर दी गई. यहीं नाहील पल्लवी पटेल की तीन जगहों के लिए भेजी गई एप्लिकेशन रद्द हो गई.
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इसे लेकर पल्लवी पटेल ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान पहुंचने से पहले एक होटल में प्रेसकॉन्फ्रेंस की. पल्लवी ने कहा कि, ‘ऐसा नहीं है कि हमने वो जगह जानबूझकर चुनी थी. इससे पहले हमने 10 जून को चारबाग के पास रविंद्रालय बुक किया था लेकिन वहां के प्रबंधकों ने मना किया. 10 जून को लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह को बुक कराया, 29 जून को वहां भी विभाग ने आयोजन करने के लिए मना किया था. इसके बाद इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान बुक कराया था, लेकिन 1 जुलाई को वहां से भी मना किया गया. जब हमने इस पर कमिश्नर ऑफ पुलिस तक से बातचीत करने का प्रयास किया और यह जानने का प्रयास किया कि हमारी एक नहीं तीन तीन जगह इस कार्यक्रम के लिए निरस्त की जा रही हैं तो इसका आधार क्या है. हमें जवाब मिला कि ऊपर से प्रेशर है. मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शनिवार को जयंती आयोजन में शामिल होने लखनऊ आ रहे हैं. मैं कार्यक्रम रद्द नहीं करुंगी. कार्यक्रम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ही होगा.’
इतना कहकर पल्लवी पटेल अपने समर्थकों, अपनी मां कृष्णा पटेल, सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर, महान दल के नेता केशव देव मौर्य और शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव के साथ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की तरफ पैदल कूच करने लगी. इस दौरान पुलिस ने इन नेताओं को बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन उनके नहीं मानने पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. वहीं दोपहर करीब 1.30 बजे अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल और पल्लवी पटेल मीडिया के सामने आईं. कृष्णा पटेल ने अपनी बेटी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के प्रति गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि, ‘उनकी गलती माफ करने लायक नहीं है. ऐसे मेरे संस्कार नहीं हैं. यह लड़ाई अब घर की नहीं वर्चस्व की हो गई है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद से हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है.
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वहीं पत्रकारों को संबोधित करते हुए पल्लवी पटेल ने कहा कि, ‘अनुप्रिया की गलती माफ करने लायक नहीं. ये साजिश के तहत किया गया. मैं उसी जगह कार्यक्रम करुंगी. अगर मेरी अनुमति कैंसिल की गई, तो मुझे नियमावली चाहिए. मुझे किस आधार पर कार्यक्रम स्थल नहीं दिया. मुझे कार्यक्रम करने से कोई नहीं रोक सकता. हम इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान की तरफ कूच कर रहे हैं. अनुप्रिया का परिवार गंदगी फैला रहा है.’ इस प्रेसवार्ता के बाद पल्लवी अपने समर्थकों के साथ पैदल ही IGP के लिए निकलने वाली थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया. जिसके बाद वे धरने पर बैठ गईं. साथ में, सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी मौजूद थे.
पल्लवी ने आगे कहा कि, ‘हमे हमारे नेता सोनेलाल पटेल जी की जयंती मनाने की इजाजत नहीं मिली. तीन-तीन लोकेशन को रद्द कर दिया गया. पूछने पर अधिकारी बताते हैं कि ऊपर से ऑर्डर है. गृह विभाग तो मुख्मंमत्री जी के पास है. क्या यह उनका आदेश था या नीचे किसी अधिकारी का. क्या भाजपा के शीर्ष नेता को हराने की वजह से ऐसा किया गया. आखिर हमें इजाजत न देने का आधार क्या है?’ सिराथू विधानसभा क्षेत्र से विधायक पल्लवी पटेल ने आरोप लगाया कि, ‘पिछले विधानसभा चुनाव का उनसे बदला लिया जा रहा है. आपको बता दें कि पल्लवी पटेल ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को हार का स्वाद चखाया था.