Politalks.News/Punjab. पंजाब में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस की हालत प्रदेश में बेहद ही कमजोर है. विधानसभा चुनाव में चली आम आदमी पार्टी की आंधी में कांग्रेस के दिग्गज नेता अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. वहीं अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव हारने के बाद कुछ दिनों की शांति के बाद आज एक बार फिर कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपने पुराने अंदाज में नजर आए. बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस द्वारा चलाये जा रहे ‘महंगाई मुक्त भारत अभियान’ के तहत आज सिद्धू ने भी कांग्रेस विधायकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर धरना दिया. इस दौरान सिद्धू ने चुनाव में मिली हार को लेकर कहा कि, ‘हमारी लड़ाई पंजाब के अस्तित्व की लड़ाई है, हम चुनाव हारे हैं मरे नहीं है. लड़ाई लड़ते रहेंगे.’
गुरुवार को एक और जहां कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ कांग्रेस सांसदों ने दिल्ली में संसद के बाहर विजय चौक पर बढ़ती महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया. तो वहीं पुरे देश भर की कांग्रेस इकाइयों ने अपने क्षेत्रों में केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला. इसी कड़ी में पंजाब कांग्रेस विधायकों ने बढ़ती महंगाई के विरोध केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने पुराने चिर परिचित अंदाज में नजर आए. नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘आज रखवाले करने वाले ही देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने पर तुले हैं . पेट्रोल और डीजलों के दाम 110 फीसदी बढ़े और मंहगाई आसमान छू रही है.’
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नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, ‘आज गरीब आदमी के लिए रोटी खाना मुश्किल हो गया है. केंद्र की नीतियों के कारण लोगों के चूल्हे बुझ गए हैं. पिछले 7 से 8 सालों में एमएसपी 35 फीसदी बढ़ी है और पेट्रोल-डीजल के दाम 110 फीसदी तक बढ़े हैं.’ सिद्धू ने कहा कि, ‘खाद्य तेल की कीमतें 100 फीसदी और गैस सिलिंडर के दाम दोगुने हो चुके हैं. इसका मतलब है कि एक रुपया देकर चार रुपये वापस लेना है. क्या 250 रुपये दिहाड़ी लेने वाले मजदूर की दिहाड़ी 500 रुपये हुई. वहीं पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार को लेकर भी सिद्धू ने चुप्पी तोड़ी.’
वहीं आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि, ‘मैं बगराड़ी भी पंजाब की रूह के लिए लड़ने को ही गया था. मुझे बताओ कि क्या यह शहीद भगंत सिंह और भीमराव आंबेडकर की विचारधारा से समझौता नहीं हो रहा है. यह आंदोलन पंजाब की रूह का आंदोलन है. यह पंजाब के अस्तित्व की लड़ाई है, ये जीतने भी विधायक यहां खड़े हैं, हार गए हैं, लेकिन मरे नहीं हैं.’ नवजोत सिंह सिद्धू ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘यह तो सांसदों की सौदेबाजी करने में लगी है. एमपी की बोली लगाने लगी है. बता दें कि इनमें शहीद भगत सिंह और संविधान के लेखक बाबा साहब अंबेडकर साहिब की विचारधारा पर चलने वाला कौन है. अगर मैं बड़गाड़ी गया था तो पंजाब के लिए गया था. यह विरोध पंजाब की रुह का विरोध है.’
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नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि, ‘हमारी लड़ाई पंजाब के पदों की लड़ाई नहीं बल्कि पंजाब के अस्तित्व की लड़ाई है.’ वहीं कांग्रेस का दमन छोड़ जाने वाले पार्षदों व अन्य नेताओं पर निशाना साथे हुए सिद्धू ने कहा कि, ‘कुत्ता रख लेते तो वह ज्यादा ईमानदार होते. हाथी चाहे मिट्टी से ही क्यों न सना हो फिर भी सम्मानित होता है. कुत्ते को सोने की जंजीरों से भी बांध दो तो भी वह सम्मानित नहीं होता.‘ सिद्धू ने कहा कि, ‘आज हमसे चंडीगढ़ के अधिकार छीन लिए और अपने अधिकारी लगा दिए हैं. कांग्रेस गरीब की रोटी की लड़ाई लड़ रही है. जो पहले वेतन में 10 फीसदी सामान आता था आज तीन गुना तक नहीं आता. मैं अपनी पार्टी के विधायकों के साथ इसका विरोध करता हूं.’