एक बाबा मूर्ति पूजा विरोधी है तो दूसरा मूर्तियां तुड़वाने में शामिल, तीसरे की तो दाल ही नहीं गली- डोटासरा

ये तीनों बाबा अगर यहां नहीं आते, इनको महिलाएं चूड़ियां पहनाने की बात नहीं कहती और मूर्ति पूजा के विरोधी लोग यहां भाषण झाड़ कर नहीं जाते तो मैं खुद भी अलवर में नहीं आता लेकिन इन बाबाओं के कारण चलाकर आया हूं, ताकि इन तीनों नकली बाबाओं की पोल खोल सकूं- डोटासरा

डोटासरा के निशाने पर भाजपा के तीनों बाबा
डोटासरा के निशाने पर भाजपा के तीनों बाबा

Politalks.News/Rajasthan. हमारे सीकर के सांसद बाबा सुमेधानंद सरस्वती तो मूर्ति पूजा में विश्वास ही नहीं करते, उनके सैकड़ों ऐसे वीडियो हैं, जिनमें वो ये कहते सुने जा सकते हैं लेकिन अब वही बाबा अलवर के राजगढ़ में मूर्ति टूटने के मामले में भाषण देने आए हैं, उनको भाजपा ने समिति का अध्यक्ष बनाया है, दूसरे बाबा बालकनाथ जिनका चेला चैयरमेन है और तीसरे बाबा किरोड़ी लाला जिनकी यहां बिलकुल भी दाल नहीं गली, ये कहना है कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का. अलवर में स्थानीय प्रसाशन द्वारा 300 साल पुराने शिव मंदिर सहित अन्य मंदिरों एवं मकानों पर हुई बुलडोजर की कार्रवाई के बाद प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है. इस पुरे मामले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने है.

शनिवार को अलवर के राजगढ़ पहुंची बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम को विरोध का सामना करना पड़ा. इस टीम में सुमेधानंद सरस्वती, विधायक चंद्रकांता मेघवाल और नेता राजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेता शामिल थे. अब बीजेपी की इस फैक्ट फाइंडिंग टीम को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने निशाना साधा. सोमवार को अलवर में कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने के लिए अलवर पहुंचे गोविंद सिंह डोटासरा ने मंच से कहा कि, ‘हमारे सीकर के सांसद बाबा सुमेधानंद सरस्वती तो मूर्ति पूजा में विश्वास ही नहीं करते, आप खुद उनके सैकड़ों ऐसे वीडियो देख सकते हो. अब वही बाबा अलवर के राजगढ़ में मूर्ति टूटने के मामले में भाषण देने आए हैं, ये हो क्या गया. बीजेपी ने उन्हीं बाबा जी को समिति का अध्यक्ष बना के भेज दिया.’

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वहीं राजगढ़ में महिलाओं के आक्रोश का सामना कर चुके सांसद बालकनाथ को लेकर भी गोविंद सिंह डोटासरा ने तंज कसा. डोटासरा ने कहा कि, ‘दूसरे बाबा अलवर के सांसद महंत बालकनाथ हैं, जिनका चेला नगर पालिका राजगढ़ का चेयरमैन है. बाबा बालकनाथ के चेले के  बोर्ड में अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पास हुआ है. लेकिन अब वो इस मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे. तो वहीं तीसरे बाबा डॉ किरोड़ीलाल हैं, जिनकी राजगढ़ में बिल्कुल दाल नहीं गली. असल में नगर पालिका के चेयरमैन सतीश दुहारिया उनके पहले से खिलाफ रहे. इसलिए किरोड़ी बाबा को यह मानना पड़ा कि हमारे भाजपा के बोर्ड से गलती हुई है. उसकी भी हम शिकायत कर आवश्यक कार्रवाई कराएंगे.’

गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘ये तीनों बाबा अगर यहां नहीं आते, इनको महिलाएं चूड़ियां पहनाने की बात नहीं कहती और मूर्ति पूजा के विरोधी लोग यहां भाषण झाड़ कर नहीं जाते तो मैं खुद भी अलवर में नहीं आता लेकिन इन बाबाओं के कारण चलाकर आया हूं, ताकि इन तीनों नकली बाबाओं की पोल खोल सकूं. नकली इसलिए कि एक बाबा मूर्ति पूजा का विरोधी, दूसरा बाबा मूर्तियां तुड़वाने में शामिल है और तीसरे बाबा की यहां दाल नहीं गली. इन तीनों की पोल खोलने के लिए ही मैं अलवर आया हूं.’

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डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘हम राजगढ़ में मंदिर तोड़ने के मामले में जरूरत के अनुसार कार्रवाई करेंगे. इस पुरे मामले में जो कोई भी अधिकारी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. जिसके लिए हमने जयपुर के स्तर पर पांच सदस्यों की कमेटी बना दी है, अब कुछ दिनों वे सदस्य इस मामले की रिपोर्ट हमें देंगे उसके बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’ डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘भाजपा अपने बोर्ड वाले नेताओं के खिलाफकुछ तो एक्शन ले. भाजपा के नेता जहर घोलने के अलावा कुछ काम नहीं करते हैं. भाजपा को सिर्फ भाई को भाई से लड़ाना आता है, जिससे जनता का कोई भला नहीं होने वाला. जनता को बांटना और लड़ाने वाला हथियार ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है, अब जनता समझने लग गई है. ये महंगाई कम करने का वादा कर सरकार में आए. अब इनके राज में महंगाई पहले से डबल हो चुकी है.’

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