Politalks.News/Rajasthan/RanjeetaKoli. प्रदेश की कानून व्यवस्था, माफिया राज और अवैध खनन से जुड़ी सियासत को झकझोर देने वाली बड़ी खबर भरतपुर से आ रही है जहां की बीजेपी सांसद रंजीता कोली पर एक बार फिर से जानलेवा हमला हुआ है. बताया जा रहा है कि इस प्राणघातक हमले में सांसद कोली बाल-बाल बची हैं. अवैध खनन से जुड़े इन हमलावरों ने सांसद महोदया की कार को तोडफोड़ दिया, यही नहीं खुद सांसद रंजीता कोली ने खेतों में भागकर अपनी जान बचाई. हालांकि हमेशा की तरह हमले के बाद हमलावर फरार हो गये और आधी रात के बाद जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक समेत अन्य आला आलाधिकारी संडे की नींद खराब कर मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया. दूसरी तरफ हमले से आक्रोशित सांसद रंजीता कोली रातभर से धरने पर बैठी हैं. यहां आपको बता दें यह पहली बार हुआ हमला नहीं है, बल्कि सांसद कोली पर यह चौथी बार हमला हुआ है.
अमूमन संसद सत्र के दौरान सभी सांसद शनिवार-रविवार की छुट्टी काटकर रविवार रात या सोमवार सुबह दिल्ली के लिए निकल जाते हैं, लेकिन यहां थोड़ा उल्टा हुआ है, बताया यह जा रहा है कि भरतपुर से बीजेपी सांसद रंजीता कोली रविवार रात को दिल्ली से लौट रही थीं. इसी दौरान कामां इलाके में बॉर्डर पर बड़ी संख्या में अवैध खनन के ओवरलोड ट्रक निकल रहे थे. अब जैसे ही सांसद महोदया की नजर इन अवैध ट्रकों पर पड़ी उन्होंने तुरन्त पहचान लिया और उनको रुकवाया. अब खनन माफियाओं को इतना कहां बर्दाश्त, तो गुस्साये खनन माफिया बेलगाम हो गये और उन्होंने पूरी निडरता के साथ गहलोत सरकार की लचर कानून व्यवस्था का लिहाज करे बिना सांसद रंजीता कोली पर हमला बोल दिया. खनन माफियाओं ने सांसद की गाड़ी पर तबतोड़ पथराव कर दिया, इस पत्थरबाजी से बचते हुए जैसे तैसे सांसद महोदया ने कार से उतरकर सुरक्षाकर्मियों के साथ खेतों में भागकर अपनी जान बचाई. लेकिन माफिया भी कम नहीं, उनका पीछा करते रहे, लेकिन सांसद कोली ने उनको पछाड़ दिया और बाद में जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो माफिया सांसद की गाड़ी को टक्कर मारकर इतने सारे ट्रकों (लगभग 100-150) को लेकर पुष्पा स्टाइल में फरार हो गये.
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इसके बाद गुसाईं सांसद रंजीता कोली हमले के विरोध में मौके पर ही धरने पर बैठ गईं. सांसद महोदया का कहना है कि उन्होंने अवैध खनन के बारे में पुलिस अधीक्षक को पहले भी बताया था लेकिन उन्होंने कहा कि यह खनन का मामला है, ये उनकी जिम्मेदारी नहीं है. सांसद पर हमले की सूचना पर उनके समर्थक और कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गये और वहां जमकर हंगामा होने लग गया. इसके बाद देर रात जिला कलेक्टर आलोक रंजन और पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह मौके पर पहुंचे और सांसद रंजीता कोली से बातचीत कर पूरे मामले की जानकारी ली.
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ताजा जानकारी के मुताबिक, सांसद रंजीता कोली सोमवार को सुबह तक धरने पर बैठी रहीं और हमलावरों को पकड़ने की मांग की है. सांसद कोली का कहना है कि रात को करीब सौ से डेढ़ सौ की संख्या में ओवरलोड ट्रक खनन सामग्री लेकर निकल रहे थे. उन्होंने बॉर्डर पर धिलावटी चौकी के पास उनको रुकवाया तो खनन माफियाओं ने उन पर हमला कर दिया. सांसद महोदया गृहमंत्री गहलोत साहब की पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस के सामने ही माफिया ट्रकों को लेकर भागे, यही नहीं पुलिस खुद ही ट्रकों को वहां से पास करवाती रही. अब सांसद महोदया के आरोपों में कितनी सच्चाई है ये तो शायद ही कभी पता चले. बहराल, इस घटना पर सियासी बयानबाजी बस शुरू होने वाली है, जो आपको इससे सम्बंधित अगली खबर में मिलेगी…