Politalks.News/Rajasthan/Beniwal. राजस्थान के नागौर शहर से शनिवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई. शहर में पावर हाउस के सामने गड्ढों में जमा बारिश के पानी में डूबने से 4 बच्चों की मौत हो गई. मिली जानकारी के अनुसार बच्चे स्टेडियम के सामने साटियों की बस्ती के रहने वाले थे और सभी बच्चों की उम्र तीन से चार साल के बीच थी. इस पुरे मामले में प्रशासन की लापरवाही सामने आ रही है. जिस जगह ये घटना हुई वहां नगरपरिषद ने कचरा डालने के लिए गड्ढे खुदवा रखे हैं जो कि चार पांच फीट गहरे हैं. ऐसे में बरसात के कारण गड्ढों में पानी भर गया और खेलने के इरादे से गए बच्चों को पानी में गड्ढों का अंदाजा न रहा और वे खेलते हुए गड्ढे में समा गए. इस घटना पर नागौर सांसद एवं RLP मुखिया हनुमान बेनीवाल ने गहरा दुःख जताया है. इसके साथ ही सांसद बेनीवाल ने प्रदेश सरकार से नागौर नगर परिषद में कार्यरत आयुक्त पर जल्द करवाई करने की भी मांग की है.
आपको बता दें कि एक साथ 4 बच्चों की मौत के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया. कोतवाली SHO बृजेन्द्र सिंह ने बताया कि रामलाल पुत्र पप्पूराम (3) निवासी कुचेरा, लिछमा पुत्री नाथूराम (3) निवासी लूणसरा, शिम्भूराम पुत्र बाबूलाल (4) निवासी लूणसरा व आरती पुत्री मोहनराम (3) निवासी लूणसरा की पानी में डूबने से मौत हुई है. बच्चों के परिजन स्टेडियम के पास साटियों की बस्ती में तंबू लगाकर रहते हैं. ये लोग घुमक्कड़ हैं और नमक बेचकर या छोटा-मोटा रोजगार कर जीवन बिताते हैं.
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इस घटना के सामने आने के बाद नागौर सांसद एवं RLP मुखिया हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, ‘नागौर शहर में पावर हाउस के सामने एक मैदान में नगरपरिषद की ओर से कचरा डिस्पोज करने के लिए बनाए गए गड्ढों में भरे पानी में डूबने से चार बच्चों की मृत्यु हो जाना सीधे तौर पर नागौर नगर परिषद की जिम्मेदारी है. अगर नगर परिषद ने गड्ढे बना भी दिए तो आस-पास तारबंदी आदि से उसको बंद करने की जरूरत थी ताकि जाने अनजाने में कोई बच्चे वहां नहीं जाएं.
सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि, ‘नागौर नगर परिषद में कार्यरत आयुक्त भ्रष्टाचार में डूबे हुए है. ऐसे में उन्हें जनता के हितों के स्थान पर एक से ज्यादा अतिरिक्त नगरीय इकाइयों का चार्ज लेने में ज्यादा दिलचस्पी है.’ वहीं सांसद बेनीवाल ने जिला कलक्टर नागौर को दूरभाष पर निर्देशित किया कि मृतक बच्चों के परिजनों को तत्काल अधिकतम सरकारी आर्थिक सहायता दी जाए. साथ ही इस हादसे में नगर परिषद के जिम्मेदारों की जिम्मेदारी तय की जाए चुंकि बारिश का समय है ऐसे में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो उसकी भी सुनिश्चिता की जाए.
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वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट करते हुए, नगर परिषद नागौर में आयुक्त पद पर बैठे भ्रष्ट आचरण के व्यक्ति को तत्काल हटाने व न्यूनतम पांच-पांच लाख रुपए की सहायता प्रत्येक दिवगंत बच्चे के परिजनों को देने की मांग की. इसके साथ ही सांसद बेनीवाल ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 50-50 हजार की नगद आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
जिला एसपी राममूर्ति जोशी ने कहा कि प्रशासन से संपर्क किया गया है. परिजनों को राहत की कार्रवाई पर चर्चा चल रही है. चारों के शव पोस्टमार्टम के लिए JLN हॉस्पिटल नागौर के मॉर्च्यूरी में भेजे गए हैं और आगे की कार्रवाई जारी है.