बेनीवाल के प्रयास लाए रंग, CRPF जवान के परिवार को मिला इंसाफ, दोषी अधिकारीयों पर होगी कार्रवाई

CRPF जवान नरेश जाट की आत्महत्या को लेकर शुरू हुआ गतिरोध चौथे दिन हुआ समाप्त, सांसद बेनीवाल की कड़ी मेहनत के बाद CRPF ने पीड़ित परिवार की मांगों पर जताई सहमति, मृतक के परिवार को 25 लाख रूपये और मृतक की बच्ची को दी जायेगी निःशुल्क शिक्षा, सहमति के बाद सांसद बेनीवाल हुए जवान की अंतिम यात्रा में शामिल

बेनीवाल के प्रयास लाए रंग
बेनीवाल के प्रयास लाए रंग

Politalks.News/Jodhpur/CRPF/HanumanBeniwal. जोधपुर में सीआरपीएफ के जवान नरेश जाट की खुदकुशी के मामले में चौथे दिन जारी गतिरोध समाप्त हो चुका है. पिछले चार दिनों से पीड़ित परिवार न्याय ना मिलने को लेकर जोधपुर के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएच की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठा हुआ था. नरेश जाट के पिता लिखमाराम ने नामजद अभियुक्तों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की थी. वहीं पीड़ित परिवार को न्याय दिलवाने के लिए तीन से धरना स्थल पर डटे रहे नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीड़ित परिवार के साथ बैठकर CRPF ADG रश्मि शुक्ला से बात की और मामले का हल निकाला. पीड़ित परिवार की तरफ से की जा रही मांगों को लेकर CRPF के अधिकारियों के साथ सहमती बन चुकी है. साथ ही अब इस पुरे मामले की ADG स्तर पर जांच भी करवाई जाएगी. यहां आपको ये भी बता दें कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और उनकी पार्टी आरएलपी के अलावा प्रदेश के प्रमुख सियासी दल कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं ने इस घटना को ज्यादा तवज्जों नहीं दी.

सीआरपीएफ के जवान नरेश जाट आत्महत्या केस में चल रहा गतिरोध चौथे दिन गुरुवार को भी जारी रहा लेकिन CRPF ADG से मुलाकात के बाद अब इस मामले का पटाक्षेप हो चुका है. अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर MCH अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे परिजनों के साथ नागौर सांसद एवं आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल भी लगातार डटे रहे. सूबे के वे एकमात्र नेता हैं जिन्होंने पीड़ित परिवार की आवाज को उठाया है. सांसद बेनीवाल के ही नेतृत्व में आज CRPF ADG रश्मि शुक्ला की परिजनों से मुलाकात हुई. इस मुलाकात में कई मुद्दों पर परिजन और CRPF के बीच सहमति बन गई है. वार्ता के दौरान CRPF IG विक्रम सहगल भी वहां मौजूद रहे. मृतक के परिवार के साथ हुई इस बैठक में मृतक के परिवार को 25 लाख रूपये और मृतक की बच्ची की निःशुल्क शिक्षा की शर्त भी मान ली गई है.’

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बैठक के दौरान पीड़ित परिवार एवं अधिकारीयों के बीच मृतक नरेश जाट की पत्नी की अनुकंपा नियुक्ति की बात भी मान ली गई है. साथ ही इस पुरे मामले की ADG स्तर पार जांच करवाने को लेकर भी सहमति बन चुकी है. साथ ही सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में अधिकारियों ने 15 दिन का समय मांगा है, जिसके लिए भी परिजनों ने अपनी सहमति दे दी है. वार्ता के बाद पीड़ित परिवार ने सांसद बेनीवाल को अंतिम क्षण तक अपने साथ खड़े रहने के लिए धन्यवाद भी दिया. सकारात्मक वार्ता के बाद नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल दिवगंत सैनिक की पार्थिव देह के साथ उनके पैतृक गांव के लिए रवाना हो चुके हैं और अंतिम संस्कार में शामिल होंगे. दिवगंत सैनिक के पार्थिव देह को राजकीय सम्मान के साथ रवाना किया.

आपको बता दें कि, सोमवार को जोधपुर के ट्रेनिंग कैंप में एक CRPF जवान ने अपनी पत्नी और बच्चों को बंधक बना कर फायरिंग की और बाद में खुद को गोली मार ली. इस CRPF जवान की पहचान नरेश जाट के रूप में हुई. इसने सोमवार को कई घंटों तक अपनी पत्नी और बच्चों को बंधक बना के रखा और पुलिस के पास जाने पर वो फायरिंग भी करता रहा. कुछ देर तक चले इस घटनाक्रम के बाद सीआरपीएफ जवान ने खुद को गोली मार ली. इससे जोधपुर में दहशत का माहौल बन गया. इसके बाद सीआरपीएफ के जवान नरेश जाट के आत्महत्या करने के मामले में परिजनों ने शव उठाने से साफ़ इनकार कर दिया था और अपनी मांगों को लेकर परिजन जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए थे.

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वहीं नरेश जाट ने स्वयं को गोली मारने से पहले दो वीडियो संदेश रिकॉर्ड किए थे, जिसमें आरटीसी के कई अधिकारियों पर झूठ बोलने और परेशान करने का आरोप लगाया है. वहीं मृतक जवान नरेश जाट के पिता लिखमाराम की और से करवड़ थाना में दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है. घटना के बाद लिखमाराम ने कहा था कि जब तक कार्रवाई नहीं हो जाती हम शव नहीं उठाएंगे. फिलहाल CRPF के अधिकारियों और पीड़ित परिजनों के बीच इस मामले को लेकर हुई बैठक के सजग परिणाम निकल कर सामने आये हैं.

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