Politalks.News/Haryana. आज पूर्व उप-प्रधानमंत्री एवं इंडियन नेशनल लोकदल के संस्थापक चौधरी देवी लाल की जयंती है और इस अवसर पर हरियाणा के फतेहाबाद में एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया गया. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में हुई इस बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए कई क्षेत्रीय पार्टियों के मुखिया एक मंच पर आज दिखाई दिए. महाराष्ट्र के दिग्गज नेता एवं NCP प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल सहित कई प्रमुख विपक्षी नेता सभा में पहुंचे. विपक्ष की इस रैली को इसलिए भी अहम माना जा रहा है केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ 2019 के बाद पहली बार विपक्षी दलों ने एक मंच पर आकर शक्ति प्रदर्शन किया है. सभा को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि, ‘हम केंद्र सरकार को हुकुमत से हटाएंगे और किसानों की समस्या को हल करने का काम करेंगे.’ तो वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘मैं कांग्रेस समते सभी दलों से एकसाथ आने की अपील करता हूं, तभी 2024 के लोकसभा चुनाव में वह बुरी तरह से हारेगी.’
हरियाणा के फतेहाबाद में रविवार को विपक्षी दलों ने विपक्ष की संयुक्त रैली का आयोजन किया. सियासी गलियारों में चर्चा है कि फतेहाबाद में हुई इस रैली के जरिए इनेलो प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला ने बीजेपी के खिलाफ तीसरे मोर्चे की नींव रख दी है. रैली में शामिल हुए NCP प्रमुख शरद पवार ने किसानों का जिक्र करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. शरद पवार ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे उन्होंने वो अब तक पूरे नहीं किए हैं. सरकार ने पहला वादा एमएसपी का किया था जो अब तक पूरा नही हो पाया है. जिन लोगों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन किए थे उनके खिलाफ मुकदमे अब तक वापस नहीं लिए गए हैं. एक समय ऐसा था जब देश में अनाज नहीं था तब किसानों ने ये स्थिति बदली और खून-पसीना एक करके भरपूर मात्रा में अनाज पैदा किया. आज देश में यह स्थिति बदली है अनाज उत्पादन में हमारा देश नंबर एक पर है और इसके पीछे सिर्फ हमारे किसानों की मेहनत है.’
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शरद पवार ने मंच से बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘आज एक किसान ने आत्महत्या कर ली और उसने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था कि मैंने बैंक से लोन लिया था अब मैं उस लोन को भर नहीं पाया हूं और सरकार ने भी मेरा कर्ज माफ नहीं किया है, इसलिए मुझे मजबूरन आत्महत्या करनी पड़ रही है. ऐसे में मैं वादा करता हूं कि किसी भी किसान को कर्ज की वजह से आत्महत्या करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. क्योंकि हम मिलकर हुकुमत में बदलाव लाएंगे. हरियाणा में आज का दिन देवीलाल जी का सम्मान करने का दिन है और हम सब यहां से एक होकर जाएंगे. हम केंद्र सरकार को हुकुमत से हटाएंगे और किसानों की समस्या को हल करने का काम करेंगे. आज हमारे सामने महंगाई का संकट है, बेरोजगारी का संकट है लेकिन उस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है.’
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘अगर सभी गैर-भाजपा दल एकजुट हो जाएं, तो वे देश को तबाह करने के लिए काम कर रहे लोगों से छुटकारा दिला सकते हैं. मैं कांग्रेस समेत सभी दलों से एक साथ आने की अपील करता हूं, तभी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा बुरी तरह हार जायेगी. हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं है लेकिनर भाजपा देश में अशांति पैदा करना चाहती है. ऐसे में मेरी बस एक ही इच्छा है कि हम राष्ट्रीय स्तर पर साथ आएं…हमें और दलों को अपने साथ लाने की आवश्यकता है.’ वहीं बैठक को संबोधित करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘आज का दिन सम्मान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, आज हम कुर्सी पर बैठे हैं, इसमें चौधरी देवीलाल का प्रमुख योगदान है. हमारे पिता की तबीयत ठीक नहीं है, नहीं तो वो इस कार्यक्रम को छोड़ते नहीं, जरूर आते.’
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तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘चौधरी देवीलाल ने किसानों को मजबूत किया था, समाजवादियों को प्रखर बनाया, आज केंद्र में बैठे लोग चाहते हैं कि इस देश में केवल बीजेपी और संघ ही हो, बाकि सब समाप्त हो जाएं. पंजाब के लोगों ने किसान आंदोलन करके संघियों को बहुत ही शानदार सबक सिखाया. इस साम्प्रदायिक ताकतों के सामने लालू यादव कभी झूके नहीं. आज ये लोग किसानों, महंगाई और बेरोजगारी पर बात नहीं करेंगे. हमारे जवान जो सिलेक्ट हो गए थे, एक कानून लाकर सब समाप्त कर दिया. बिहार में सीएम नीतीश कुमार ने जो आखिरी हथौड़ा मारा है, अब वो इससे उठने वाले नहीं हैं. नीतीश कुमार का एक ही लक्ष्य है कि साम्प्रदायिक ताकतों को 2024 में उखाड़ फेंकना हैं. बीजेपी का मतलब- बड़का झूठा पार्टी है, क्योंकि अमित शाह पूर्णिया में आए थे तब उन्होंने कहा कि पूर्णिया में एयरपोर्ट बन रहा है, लेकिन वहां एक भी ईट नहीं लगी है.’