तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से गहलोत के विरुद्ध खाचरियावास ने किया पायलट की बात का समर्थन!

प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट के बयान का खुला समर्थन कर चौंका दिया सबको, क्योंकि जिस बात पर खाचरियावास ने पायलट का समर्थन किया है, अंदर से कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता चाहता है यही, लेकिन सीएम गहलोत की नाराजगी के डर से बोलने की हिम्मत नहीं कर पाता कोई, जबकिं खाचरियावास जाने जाते हैं इसी बेबाकी के लिए

खाचरियावास का पायलट को समर्थन
खाचरियावास का पायलट को समर्थन

Pratap Singh Khachariawas Supported Sachin Pilot. 23 जनवरी से शुरू होने वाले राजस्थान की 15वीं विधानसभा के आखिरी बजट सत्र से पहले गहलोत मंत्रिमंडल के सभी सदस्य इन दिनों अपने प्रभार वाले जिलों के दौरे पर रहकर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लेने में जुटे हैं. इस बीच पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच की पुरानी अदावत एक बार फिर से सार्वजनिक हो चुकी है. ऐसे में चित्तौड़ पहुंचे कभी पायलट समर्थक रहे जिला प्रभारी और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सचिन पायलट के बयान का खुला समर्थन कर सबको चौंका दिया है. क्योंकि जिस बात पर खाचरियावास ने पायलट का समर्थन किया है, अंदर से कांग्रेस का हर नेता और कार्यकर्ता यही चाहता है, लेकिन सीएम गहलोत की नाराजगी के डर से बोलने की हिम्मत कोई नहीं कर पाया है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अपनी बेबाकी के लिए जाने जाने वाले प्रताप सिंह खाचरियावास ने तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तरफ से पायलट के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि राजनीतिक नियुक्तियों में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देने वाला पायलट का बयान सकारात्मक है और इसका सम्मान होना चाहिए.

गहलोत समर्थक मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा. इस समीक्षा बैठक के बाद बाद मीडिया से बातचीत में राजनीतिक नियुक्तियों में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता के मसले पर खाचरियावास सचिन पायलट के बयान का खुलकर समर्थन करते हुए कहा कि कार्यकर्ता ही चुनाव में पार्टी की जीत का आधार स्तंभ होता है. ऐसे में उसे राजनीतिक नियुक्तियों में प्राथमिकता मिलनी चाहिए, ना कि अफसरों को. पायलट साहब का यह सकारात्मक बयान है और इसका सम्मान होना ही चाहिए.

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हालांकि सचिन पायलट द्वारा पेपर लीक प्रकरण में जादूगरी संबंधी मीडिया के सवाल पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि पेपर लीक हो या फिर भ्रष्टाचार का मामला, सबसे ज्यादा राजस्थान में कार्रवाई हो रही है. चाहे एसपी हो या कलेक्टर या फिर अन्य अधिकारी, सब एंटी करप्शन की जकड़ में आ रहे हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में भी भ्रष्टाचार संबंधी मामलों में कार्रवाई में प्रदेश को पहला स्थान मिला है. यह सब सरकार की मंशा पर निर्भर होता है. खाचरियावास ने बीजेपी शाषित राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में तो यह मामले उजागर ही नहीं हो पा रहे, जबकि हमारे यहां किसी को भी नहीं छोड़ा जा रहा है.

इसके साथ ही खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 2014 से 2022 तक 85 लाख का कर्जा लिया गया है, जबकि कांग्रेस के शासन काल में 55 लाख करोड़ का कर्ज था. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर यह पैसा गया तो गया कहां? उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को सफल यात्रा बताते हुए कहा कि उसी का नतीजा है कि जीएसटी लागू होने के बाद केंद्र सरकार को पहली बार किराएदार पर लागू जीएसटी को वापस लेना पड़ा. देश को महंगाई से मुक्ति कांग्रेस ही दिला सकती है

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इसके साथ ही बहुचर्चित सियासी मुद्दा बन चुके पेपर लीक प्रकरण को लेकर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्राइवेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज और कोचिंग सेंटर की मनमानी पर लगाम कसने के लिए आगामी विधानसभा सत्र में नया विधेयक लाएंगे. वहीं चित्तौड़गढ़ जिले में पार्टी जिलाध्यक्ष और यूआईटी चेयरमैन पद पर अब तक नियुक्ति नहीं होने पर खाचरियावास ने कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष तक कार्यकर्ताओं की आवाज पहुंचाने का प्रयास करेंगे.

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