… तो मैं खुद को लगा लूंगा फांसी- महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों पर बोले भाजपा सांसद सिंह

ओलंपियन विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में आरोप लगाया कि भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का कर रहे हैं यौन शोषण, उन्हें पद से हटाने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के हस्तक्षेप की मांग भी की, इस पर डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने यौन उत्पीड़न के दावों को खारिज करते हुए कहा कि 'अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा'

img 20230119 004416
img 20230119 004416

Vinesh Phogat accuses Brijbhushan Sharan Singh of Sexual Harassment. विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता और ओलंपियन विनेश फोगाट ने एक चौंकाने वाले खुलासे में बुधवार को रोते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण कर रहे हैं. यहां तक कि पहलवानों ने उन्हें पद से हटाने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के हस्तक्षेप की मांग भी की है. इस पर डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष ने अपनी सफाई में देश के शीर्ष पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के दावों को खारिज करते हुए कहा कि ‘अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो मैं खुद को फांसी लगा लूंगा’. बता दें कि विनेश फोगाट ने खुद का यौन शोषण होने से इनकार किया है, उनका कहना है कि मैं ऐसे कई महिला पहलवानों को जानती हूं जिनका लम्बे समय से बृजभूषण सिंह द्वारा शोषण किया जा रहा है.

आपको बता दें कि ओलंपियन विनेश फोगाट व अन्य शीर्ष भारतीय पहलवानों ने बुधवार को नई दिल्ली में जंतर मंतर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग की. वहीं पहलवानों के प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा कि, “मंत्रालय ने आज दिल्ली में ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों के पदक विजेताओं सहित पहलवानों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन और एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का संज्ञान लिया है. महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन को लेकर खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है और उसे लगाए गए आरोपों पर अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है.’ डब्ल्यूएफआई को भेजे अपने पत्र में मंत्रालय ने कहा कि मामला एथलीटों की भलाई से संबंधित है, इसलिए मंत्रालय ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है. मंत्रालय ने आगे कहा है कि अगर डब्ल्यूएफआई अगले 72 घंटों के भीतर जवाब प्रस्तुत करने में विफल रहता है, तो मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के प्रावधानों के अनुसार महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा.

यह भी पढ़ें: PM मोदी की ‘गरीबी बढ़ाओ’ नीतियों के खिलाफ देश की हूंकार है भारत जोड़ो यात्रा – हिमाचल में गरजे राहुल गांधी

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया है की यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई है. भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि, “क्या कोई सामने आया है जो कह सके कि फेडरेशन ने किसी एथलीट को प्रताड़ित किया…क्या उन्हें पिछले दस सालों से फेडरेशन से कोई समस्या नहीं थी? मुद्दे तब सामने आते हैं जब नए नियम और कानून लाए जाते हैं.” भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि, ‘यौन उत्पीड़न एक बड़ा आरोप है. जब मेरा खुद का नाम इसमें घसीटा गया है तो मैं कैसे कार्रवाई कर सकता हूं? मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं.’

आपको बता दें कि डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की ये सफाई ऐसे समय में आई है जब कई पहलवानों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ यौन उत्पीनड़न हुआ. ओलंपियन विनेश फोगाट ने दावा किया कि लखनऊ में राष्ट्रीय शिविर में कई कोच ने भी महिला पहलवानों का शोषण किया है. फोगाट ने आरोप लगाया कि शिविर में कुछ महिलाएं हैं जो डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के कहने पर पहलवानों से संपर्क करती हैं. हालांकि 28 साल की पहलवान विनेश फोगाट ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने खुद इस तरह के यौन शोषण का सामना नहीं किया है.

यह भी पढ़ें: भरे सदन में आप विधायक ने लहराई नोटों की गड्डियां, रिश्वत के पैसे होने का किया दावा, जान का बताया खतरा

दिल्ली के जंतर मंतर पर चार घंटे से अधिक समय तक धरने पर बैठने के बाद विनेश फोगाट ने कहा कि, ‘‘मैं कम से कम 10-12 महिला पहलवानों को जानती हूं जिन्होंने मुझे डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह से हुए यौन शोषण के बारे में बताया है. उन्होंने मुझे अपनी कहानियां सुनाईं हैं. मैं अभी उनका नाम नहीं ले सकती लेकिन अगर हम देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिलें तो मैं नामों का खुलासा जरूर कर सकती हूं.” इसके साथ ही विनेश फोगाट ने यह दावा भी किया कि उन्हें डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के इशारे पर उनके करीबी अधिकारियों से जान से मारने की धमकी मिली थी, क्योंकि उन्होंने तोक्यो ओलंपिक खेलों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उनका ध्यान इन मुद्दों पर आकर्षित करने का हिम्मत दिखायी थी.

Leave a Reply