Politalks.News/HimachalPradesh. शनिवार को चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. हिमाचल प्रदेश में एक चरण में 12 नवंबर को मतदान होना है और 8 दिसंबर को चुनावी परिणाम सामने आएंगे. चुनावी तारीखों के एलान के साथ ही सभी सियासी दल अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. एक दिन पूर्व जहां कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हिमाचल में चुनावी हूंकार भरी तो वहीं शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री एवं बीजेपी के चाणक्य अमित शाह ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. हिमाचल के सिरमौर में विशाल सभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘देश से वंशवादी राजनीति का खात्मा करने का समय आ चुका है.’ वहीं अमित शाह ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि, ‘तीनों प्रकार के आरक्षण, चाहे शिक्षा में हो, राजनीतिक हो या सरकारी नौकरियों का, ये तीनों आरक्षण हाटी समुदाय को मिलने वाले हैं.’
शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चुनावी राज्य हिमाचल प्रदेश के दौरे पर रहे. इस दौरान अमित शाह ने हिमाचल के सिरमौर जिले में हाटी समुदाय को साधने की कोशिश की. सिरमौर हाटी समुदाय का गढ़ माना जाता है. ऐसे में अमित शाह ने अपनी चुनावी सभा के जरिये हटी समुदाय को साधने की भी पुरजोर कोशिश की. अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक निर्णय करके यहां के हाटी समुदाय को 55 वर्ष के संघर्ष को एक झटके में समाप्त कर दिया. PM मोदी आपकी तकलीफ समझते हैं, क्योंकि सालों तक यहां संगठन का काम किया है. वो हमेशा कहते हैं हिमाचल मेरा है, क्योंकि उनका हिमाचल वासियों से लगाव है. तीनों प्रकार के आरक्षण, चाहे शिक्षा में हो, चाहे राजनीतिक हो या सरकारी नौकरियों का, ये तीनों आरक्षण हाटी समुदाय को मिलने वाले हैं, इसकी मैं आपको बधाइयां देता हूं.’
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वंशवाद और परिवारवाद का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अमित शाह ने कहा कि, ‘कांग्रेसी लोगों को आग लगाए बगैर चैन नहीं आता है, अब हाटी समुदाय को आदिवासी का स्टेटस दे दिया तो दलित लोगों को और अनुसूचित भाई-बहनों को उकसाने के लिए कहेंगे कि आपका अधिकार चला जाएगा. लेकिन कोई डरने की जरूरत नहीं है, मैंने अपनी पेन से लिखकर सभी दलित समाज को सुरक्षित किया है. इस क्षेत्र के सभी भाइयों-बहनों को मैं कहने आया हूं कि कांग्रेस का काम झगड़ा लगाना है, आपका कोई अधिकार कहीं नहीं जाने वाला है. मुझे एक बात बताइए, परिवारवाद से देश को मुक्ति देनी चाहिए या नहीं देनी चाहिए. मोदी जी ने राजनीति से परिवारवाद खत्म करने का काम किया है.’
प्रदेश की सत्ता में वापसी का दावा करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘हिमाचल प्रदेश में एक नया रिवाज बनने जा रहा है, एक बार भाजपा, बार-बार भाजपा. कोई नई बात नहीं है, पहाड़ी के उस ओर उत्तराखंड में कांग्रेसी कहते थे, रिवाज है, अब हमारी बारी है. लेकिन कोई रिवाज नहीं चला, दो तिहाई बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनी. ये डबल इंजन सरकार जो है, इसे हमने देखा है और समझा है और इसके फायदे देखे हैं. अब दिन लद गए हरी टोपी और लाल टोपी, ऊपर का हिमाचल और नीचे का हिमाचल, कुछ नहीं है भाई. हरी टोपी भी भाजपा की है और लाल टोपी भी भाजपा की है, ऊपर भी भाजपा है और नीचे भी भाजपा है. भाइयों-बहनों, मैंने हिमाचल के के मिजाज को जाना है, यहां दो तिहाई बहुमत के साथ फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी.’
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अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘अटल बिहारी वाजपेयी इस देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान पर छोड़ कर गए थे लेकिन10 साल कांग्रेस की सरकार रही और देश की अर्थव्यवस्था 11वें से 10वें नंबर पर नहीं आई. आपने दो बार मोदी जी को प्रधानमंत्री बना दिया, 8 साल में ही भारत की अर्थव्यवस्था 11वें नंबर से 5वें नंबर पर पहुंच गई.’ वहीं धारा 370 का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि, ‘क्या आपने कभी सोचा था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया जाएगा, लेकिन मोदी जी ने किया. यदि आप कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुच्छेद 370 के बारे में बात करेंगे, तो वे चुप रहते हैं क्योंकि वह नेहरू द्वारा लाया गया था. अगस्त 2019 में, केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त कर दिये थे और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.’