सरकार बदलने पर न केवल योजनाएं बंद होती हैं बल्कि…, मुझ पर भी हुए मुकदमें- गहलोत, राठौड़ ने दिया जवाब

जब भी सरकार बदलती है तो उसके बाद न केवल उन योजनाओं को बंद किया जाता है, बल्कि उनमें कमियां ढूंढ कर मुकदमे दर्ज किए जाते हैं, मेरे खिलाफ भी 108 एंबुलेंस मामले में केस दर्ज किया गया- सीएम अशोक गहलोत, गहलोत जी के इंवेस्ट राजस्थान समिट के सारे दावे खोखले हुए साबित, अपने कार्यकाल के अंतिम पायदान पर पहुंच चुकी कांग्रेस सरकार का अब इस प्रकार का प्रयास करना मृगमरीचिका के सिवाय कुछ नहीं- राजेन्द्र राठौड़

ढोल पीटने मात्र से नहीं होगा प्रदेश का भला- राठौड़
ढोल पीटने मात्र से नहीं होगा प्रदेश का भला- राठौड़

Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. प्रदेश में आगामी 7 और 8 अक्टूबर को होने वाली इन्वेस्ट राजस्थान समिट को लेकर सोमवार को हुई प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आयोजित होने वाले इन्वेस्ट राजस्थान समिट के तहत 11 लाख करोड़ निवेश के लिए 4192 एमओयू साइन होने की बात कही. इसके साथ ही सरकार बदलने के साथ ही योजनाओं को बंद कर मुकदमा दर्ज करने के मामले पर सीएम गहलोत ने पूर्ववर्ती सरकार को निशाने पर लिया. सीएम गहलोत ने कहा कि जब भी सरकार बदलती है तो उसके बाद न केवल उन योजनाओं को बंद किया जाता है, बल्कि उनमें कमियां ढूंढ कर मुकदमे दर्ज किए जाते हैं. मेरे खिलाफ भी पिछली बार 108 एंबुलेंस मामले में केस दर्ज किया गया. यही वजह है कि अधिकारी अब कोई काम करने में भी डरते हैं. इस पर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर पलटवार करते कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के इंवेस्ट राजस्थान समिट के सारे दावे खोखले साबित हुए हैं. वास्तविकता तो यह है कि अंंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस सरकार की अस्थिरता ने निवेश के वातावरण को ही समाप्त कर दिया है.

इसी सप्ताह के अंत में होने वाली इन्वेस्ट समिट को लेकर हुई प्रेसवार्ता में पूर्ववर्ती सरकार को आड़े हाथ लेते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह सही है कि सरकार जिस मंशा के साथ योजनाओं को गति देना चाहती है, उसमें अधिकारी सहयोग नहीं करते हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि जब भी सरकार बदलती है तो न केवल योजनाओं को बंद किया जाता है, बल्कि मुकदमे भी दर्ज कराए जाते हैं. पिछली बार भाजपा की सरकार बनी तो कई योजनाओं को बंद कर दिया गया और कई योजनाओं में मुकदमे भी दर्ज किए गए. मुख्यमंत्री गहलोत ने आगे कहा कि मंत्रियों के खिलाफ और यहां तक कि मेरे खिलाफ भी 108 एंबुलेंस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया. इस तरह से सरकार बदलने के साथ ही जो मुकदमे दर्ज करने की प्रवृत्ति है उससे अधिकारियों में डर बन गया है. अधिकारियों को लगता है कि कहीं कुछ कमी रह गई तो आने वाली सरकार उन पर मामला दर्ज करा देगी, जिससे वे काम करने से ही पीछे हट जाते हैं.

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वहीं इन्वेस्ट राजस्थान समिट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दावे और पिछली भाजपा सरकार पर लगाए गए आरोपों को उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस सरकार की अस्थिरता ने निवेश के वातावरण को ही समाप्त कर दिया है. राठौड़ ने इस संबंध में सोमवार को ट्वीट कर कहा कि अपने कार्यकाल के अंतिम पायदान पर पहुंच चुकी कांग्रेस सरकार का अब इस प्रकार का प्रयास करना मृगमरीचिका के सिवाय कुछ और साबित नहीं होगा. राठौड़ ने कहा कि लाखों-करोडों रुपये के MoU धरातल पर उतरने की संभावना भी नगण्य है, क्योंकि ढोल पीटने मात्र से प्रदेश का भला नहीं हो सकता है.

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इसके साथ ही दिग्गज बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बीते दिनों कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी से क्षमा याचना किए जाने के मामले पर कटाक्ष करते हुए कहा इससे राजस्थान शर्मसार हुआ है. राठौड़ ने कहा मुख्यमंत्री ने क्षमा याचना भले ही की हो लेकिन सुनने में आ रहा है कि उन्हें क्षमा नहीं मिली. वहीं बीजेपी पर सरकार गिराने के आरोपों खारिज करते हुए राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार को गिराने या पार्टी में चल रही उठापटक में भाजपा का कोई रोल नहीं है. राठौड़ के अनुसार कांग्रेस के भीतर इतना अंतर्कलह है कि यह सरकार खुद ही लड़खड़ा कर चल रही है.

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