Politalks.News/Delhi. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली आए हुए हैं. सोमवार को दिल्ली पहुंचे नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के साथ-साथ विपक्ष के कई दिग्गज नेताओं के साथ मुलाकात की. तो वहीं नीतीश की इस मुलाकात के नतीजे भी अब सामने आने लगे हैं. विपक्षी एकता का एक जीता जागता उदाहरण इसी महीने देखने को मिलने वाला है. इसकी बानगी स्वर्गीय जननायक चौधरी देवीलाल की जयंती पर 25 सितंबर को हरियाणा के फतेहाबाद जिले में होने वाली सम्मान दिवस रैली में देखने को मिलेगी. फतेहाबाद में इनेलो द्वारा आयोजित होने वाली सम्मान दिवस रैली में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, फरुख अब्दुल्ला, शरद पवार और ममता बनर्जी सहित विपक्ष के कई बड़े दिग्गज नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. इससे पहले दिल्ली में नीतीश कुमार ने साफ़ तौर पर कहा कि ‘वे विपक्ष को एकजुट करने के लिए दिल्ली आए हैं. अगर विपक्ष एकसाथ आएगा तो जनता भी एकसाथ आगे आएगी.’
आपको बता दें, बिहार में सत्ता परिवर्तन और बीजेपी से गठबंधन तोड़ राजद के साथ सरकार बनाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार प्रदेश से बाहर निकले. सोमवार को दिल्ली पहुंचे नीतीश कुमार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की तो मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल, CPI नेता डी राजा और CPI(M) नेता सीताराम येचुरी से मुलाकात की. इसके साथ ही इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओम प्रकाश चौटाला से उनके गुरूग्राम स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की. इस दौरान चौटाला ने बड़ी ही गर्मजोशी के साथ नीतीश कुमार का स्वागत किया. वहीं आगामी 25 सितंबर को स्वर्गीय जननायक चौधरी देवीलाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में विपक्षी एकजुटता का संदेश देने की भी बात हुई.
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला की बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से फोन पर बात भी करवाई. इस दौरान उन्होंने 25 सितंबर को होने वाली सम्मान दिवस रैली का न्यौता दिया, जिसे तेजस्वी ने स्वीकार कर लिया. स्वर्गीय जननायक देवीलाल की जयंती पर होने वाली सम्मान दिवस रैली के लिए ओपी चौटाला स्वयं चंद्रबाबू नायडू, फारूक अब्दुल्ला, ममता बनर्जी को भी निजी तौर पर मिलकर न्यौता देंगे. सियासी जानकारों का मानना है कि इस तरह चौटाला और नीतीश मिलकर विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का काम करेंगे और विपक्ष को एक मंच पर लाकर बीजेपी को चुनौती भी देंगे. क्योंकि सभी विपक्षी दल जानते हैं कि अगले 17 महीने में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं और साथ ही 2024 में लोकसभा चुनाव भी होना है. ऐसे में बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होना ही होगा.
25 सितंबर को हरियाणा के फतेहाबाद जिले में होने वाली सम्मान दिवस रैली में नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव, फरुख अब्दुल्ला, शरद पवार और ममता बनर्जी के शामिल होने की उम्मीद है. यही नहीं ओपी चौटाला कांग्रेस को भी इस रैली के लिए आमंत्रित कर सकते हैं. हालांकि अब तक इसकी जानकारी नहीं आई है लेकिन अगर कांग्रेस इस रैली में शामिल होती है तो शायद TMC और समाजवादी पार्टी के साथ साथ कई अन्य दल शामिल होने से मना कर दे. हालांकि बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष को एकजुट होने की जरुरत है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि, ‘अगर पूरा विपक्ष एकसाथ आता है तो फिर जनता भी एकसाथ आएगी. बीजेपी ने पुरे देश में लोकतंत्र का मजाक बना दिया है. अगर बीजेपी को टक्कर देनी है तो विपक्ष को एकसाथ आना होगा.’
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वहीं नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद इनेलो सुप्रीमो ओपी चौटाला ने कहा कि, ‘बीजेपी से लोग बेहद परेशान हो चुके हैं. यही वजह है कि उनके खिलाफ माहौल बनना शुरू हो गया है.अब समय आ गया है जब सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना चाहिए. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव से भी तीसरे मोर्चे के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा और मैं जल्द ही उनसे मुलाकात करूँगा. साथ ही उन्हें रैली में आने का निमंत्रण भी दूंगा.’ वहीं, स्वर्गीय जननायक देवी लाल जयंती पर होने वाली सम्मान दिवस रैली के लिए मैं स्वयं चंद्रबाबू नायडू, फारूक अब्दुल्ला, ममता बनर्जी को निजी तौर पर मिलकर न्यौता दूंगा.