Harish Meena got angry when Dotasara spoke: राजस्थान में सत्ता को कांग्रेस किसी भी हाल में खोना नहीं चाहती है. कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी है. इसके लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज से संभागवार विधायकों से वन टू वन संवाद की शुरुआत की है. संवाद के पहले दिन आज पायलट गुट के विधायक हरीश मीणा व राकेश पारीक ने रंधावा के सामने प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के व्यवहार के प्रति नाराजगी व्यक्त की. आज पहले दिन अजमेर और जोधपुर संभाग के विधायकों से फीडबैक लिया गया.
दरअसल, विधायकों से संवाद के दौरान पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा के विधायकों को परिचय कराने के अंदाज से विधायक नाराज हो गए. प्रभारी रंधावा से डोटासरा ने विधायक राकेश पारीक, हरीश मीणा को मानेसर वालों के नाम से विधायकों का परिचय करवाया. इस पर विधायक हरीश मीणा ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा की ऐसा ही रहा तो रिपीट हो ली सरकार.
यह भी पढ़ेंः ‘…सत्ता मिलने पर भूल जाते हैं कुछ लोग’, इशारों-इशारों में पायलट का CM गहलोत पर बड़ा तंज
राजधानी स्थित कांग्रेस के वॉर रूम में संवाद कार्यक्रम में डोटासरा ने विधायक राकेश पारीक, हरीश मीणा को मानेसर वालों के नाम से विधायकों का परिचय करवाया. इस पर विधायकों ने प्रभारी रंधावा के सामने ही जताई नाराजगी. इस पर प्रभारी रंधावा ने स्थिति को संभालते हुए विधायक मीणा को अलग कमरे में ले जाकर करीब 15 मिनट तक अकेले में चर्चा कर फीडबैक लिए.
इस दौरान विधायक हरीश मीणा व राकेश पारीक ने तुरंत पीसीसी चीफ और प्रभारी को जवाब देते हुए कहा कि हम आलाकमान के सामने अपनी बात रखने गए थे, और वहीं पर हमसें मिलने अहमद पटेल, प्रियंका गांधी भी पहुंची थी. विधायक हरीश मीणा ने कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो सरकार रिपीट होना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन होगा.
यह भी पढ़ेंः जहां से कहानी शुरू हुई, वहीं नया अध्याय गढ़ने पहुंचे राहुल गांधी, बोले – मैं नहीं डरता बीजेपी से
संवाद के बाद कांग्रेस विधायक राकेश पारीक ने पत्रकारों से बातचीत कर कहा कि मैंने अपने मन की बात पार्टी नेताओं को बताई है. सरकार ने अच्छा काम किया, जनता में उसका अच्छा रिस्पांस है. विधानसभा चुनाव में हम फिर से प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएंगे. सीएम गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही पार्टी के एसेट हैं. राहुल गांधी भी दोनों को एसेट बता चुके हैं. सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी. दोनों बड़े नेता हैं हम तो उनके आगे कुछ नहीं है.
वहीं विधायक हरीश मीणा ने कहा कि सुधार की गुंजाइश तो हमेशा रहती है. पार्टी और जनहित के विषयों पर संवाद के दौरान खुलकर चर्चा हुई है. जो भी बात नेताओं ने पूछी उस पर अपने विचार रखे. प्रत्येक विधायक के साथ संवाद में कोई समय सीमा नहीं है.