Indraj Gurjar and Vijay Bainsla clashed with each other: राजस्थान में एमबीसी आरक्षण को लेकर सचिन पायलट समर्थक विधायक इंद्राज गुर्जर और गुर्जर समाज के नेता विजय सिंह बैंसला आपस में भिड़ गए. विराटनगर से विधायक ने रीट भर्ती 2018 के 327 पदों पर नियुक्ति देने के समझौते की पालना नहीं करने को लेकर लिखे एक पत्र पर विजय सिंह बैंसला ने इंद्राज गुर्जर पर सोशल मीडिया पर तंज कस दिए. इसके बाद विधायक के समर्थकों ने टविटर पर ही विजय सिंह बैंसला को घेरना शुरू कर दिया और कई आरोप जड़ दिए. कांग्रेसी विधायक इंद्राज गुर्जर ने भी टविटर पर ही गुर्जर नेता को आड़े हाथ लिया.
दरअसल, रीट भर्ती 2018 के 327 पदों पर नियुक्ति देने के समझौते की पालना नहीं करने पर विराटनगर से विधायक इंद्राज गुर्जर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखा. इंद्राज गुर्जर ने सीएम अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखकर दिसंबर, 2022 में हुए समझौते के अनुसार रीट 2018 के 327 पदों पर एमबीसी कैंडिडेट्स को नियुक्ति देने की मांग की है. इस पत्र पर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के बेटे और गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेता विजय बैंसला ने विधायक पर जमकर तंज कसे.
https://twitter.com/VijaySBainsla/status/1643544970929004545?s=20
विजय बैंसला ने विधायक की सीएम को लिखी चिट्ठी पर तंज कसते हुए लिखा कि सरकार भी आपकी, समझौता भी सरकार का, चिट्ठी भी आपकी, समाज भी आपका. हैरतअंगेज है कि सरकार को सरकार के लिए चिट्ठी लिखनी पड़ रही है. उम्मीद है केवल चिट्ठी ही नहीं, आप नौकरी भी दिलवाएंगे.
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विजय बैंसला के इस टविट का जवाब देते हुए विधायक इंद्राज गुर्जर ने पलटवार किया और लिखा, ‘सरकार से समझौता आपने किया. उस समय तो आप समाज के विधायकों को समझौता समिति में नहीं बुलाते और जब युवा आपसे समझौता लागू करवाने की बात करते हैं तो आप उनको समाज के विधायकों के पास जाने के लिए बोलते हो. यह दोहरी बात नहीं चलेगी. मैं हमेशा समाज के हक, आवाज उठाता रहा हूं और उठाता रहूंगा.’
सरकार से समझौता आपने किया।उस समय तो आप समाज के विधायकों को समझौता समिति में नहीं बुलाते और जब युवा आपसे समझौता लागू करवाने की बात करते हैं तो आप उनको समाज के विधायकों के पास जाने के लिए बोलते हो। ये दोहरी बात नहीं चलेगी। मैं हमेशा समाज के हक़ आवाज़ उठाता रहा हूँ और उठाता रहूँगा। https://t.co/r4WECyhmuH
— Indraj Gurjar (@IndrajGurjarinc) April 5, 2023
इसके बाद विधायक के समर्थकों ने भी विजय बैंसला पर निशाना साधने का काम किया है. इनमें से किसी ने लिखा कि समझौता तो आपने ही किया था बैंसला जी. फिर भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही. इसके लिए आपको और आपकी चंडाल चौकड़ी के साथ साथ उन मंत्री संतरी सबको माफी मांगनी चाहिए, जो समाज के ठेकेदार बने घूम रहे थे.
इससे पहले विधायक इंद्राज गुर्जर ने सीएम अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखकर दिसंबर 2022 में हुए समझौते के अनुसार रीट 2018 के 327 पदों पर एमबीसी कैंडिडेट्स को नियुक्ति देने की मांग की है. विधायक महोदय ने चिट्ठी में लिखा, ‘खेल मंत्री अशोक चांदना, देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना और गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला के बीच में वार्ता के बाद दिसम्बर 2022 में एमबीसी भर्तियों के संबंध मे एक हाई पावर कमेटी गठित की गई थी. इससे प्रक्रियाधीन रीट भर्ती 2018 के 372 पदों पर नियुक्ति को लेकर महीने भर में रिपोर्ट देने और इन भर्तियों में नियुक्तियां देने पर एक बार फिर समझौता हुआ था, जिसकी पालना अभी तक नहीं हुई.’
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पत्र में विधायक ने ये भी लिखा, ‘अशोक चांदना, रघु शर्मा की मौजूदगी में 31 अक्टूबर 2020 को संघर्ष समिति और राजस्थान सरकार के बीच समझौता हुआ था. इसमें भी प्रक्रियाधीन रीट भर्ती 2018 के शेष 4 प्रतिशत 372 पद सृजित हुए, इन्हें सात दिन में नियुक्ति देने का समझौता हुआ. उस समझौते की भी पालना अभी तक नहीं हुई. एमबीसी वर्ग के युवाओं को समझौते के हिसाब से नौकरी दें.’ पत्र में एमबीसी वर्ग के युवाओं को नौकरियां देने की बात की गई है. इसी बात पर इंद्राज गुर्जर पर कमेंट करके विजय बैंसला फंस गए और विधायक ने तो विजय सिंह बैंसला को जमकर तलाड़ा है.