Politalks.News/Rajasthan. लगातार विवादों में चल रहे प्रदेश की गहलोत सरकार के मंत्री और विधायकों की लिस्ट में अब एक और नया नाम जुड़ गया है. बीते रोज मंगलवार को प्रशासन गांवों संग अभियान में अधिकारियों के कामकाज से नाराज प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए. यही नहीं जमीनों के पट्टे न दिए जाने से जुड़े इस मामले में विधायक गणेश घोघरा ने SDM सहित कई अधिकारियों-कर्मचारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया और मेन गेट पर ताला डालकर समर्थकों के साथ वह वहीं धरने पर बैठ गए. विधायक घोघरा ने SDM पर लाभार्थियों को पट्टे नहीं देने के आरोप लगाए. वहीं विधायक के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए और मौके पर पहुंचे ADM के 30 जून तक पट्टे दे दिए जाने के आश्वासन के बाद विधायक ने ताला खोला और अधिकारी पंचायत भवन से निकल पाए.
दरअसल, पंचायत समिति डूंगरपुर की ग्राम पंचायत सुरपुर में मंगलवार को प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत फोलो अप शिविर चल रहा था. शिविर में एसडीएम मणिलाल तिरगर समेत कई विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे. शिविर गांव के लोगों से जुड़े काम करने थे, लेकिन शाम तक लोगों को भूमि आवंटन के पट्टे नहीं दिए गए है. इससे नाराज लोगों ने यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक गणेश घोघरा से शिकायत की. इस पर विधायक सुरपुर पंचायत भवन पहुंचे और मौजूद एसडीएम से पट्टे नहीं बाटने को सवाल पूछा तब भी कोई सही जवाब नहीं मिला तो नाराज विधायक समेत समर्थकों ने अधिकारियों को पंचायत भवन में बंद कर दिया. पंचायत पर ताला लगाकर विधायक और ग्रामीण मेन गेट के सामने ही बैठ गए. यही नहीं विधायक घोघरा कलेक्टर के मौके पर आने के बाद ही धरने से उठने की बात पर अड़ गए.
यह भी पढ़ें: सर्वसहमति से लिए कांग्रेस आलाकमान के संकल्पों पर गहलोत सरकार में मंत्री खाचरियावास ने उठाए सवाल
इस दौरान विधायक गणेश घोघरा ने कहा कि गांव के लोग सुबह से जमीन के आवंटन पट्टे मिलने के इंतजार में बैठे है, लेकिन शाम तक पट्टे नहीं दिए. इससे सरकार की छवि खराब हो रही है. हम सरकार और जनता के नौकर हैं. कांग्रेस सरकार जनता से जुड़े काम समय पर पूरे कर जनता को राहत पहुंचाना चाहती है, लेकिन अधिकारियों की मनमर्जी के कारण कोई काम समय पर नहीं हो रहा. घोघरा ने बताया कि अक्टूबर 2021 में लगे शिविर में लोगों ने पट्टे के लिए आवेदन किया था, आज तक उनके पट्टे नहीं मिले हैं.
यह भी पढ़े: विधायक के इशारे पर पूनियां की हत्या, मंत्री पुत्र के कांड, विधायकों के आचरण पर होता चिंतन- गज्जू बना
वहीं SDM सहित अन्य अधिकारियों को पंचायत भवन में बंद करने की सूचना पर DSP राकेश कुमार शर्मा, CI दिलीपदान मौके पर पहुंचे और विधायक घोघरा समेत ग्रामीणों से बात की. इसके बाद पंचायत भवन में बंद SDM मणिलाल तिरगर से जाली के अंदर से बात की. SDM मणिलाल ने DSP राकेश कुमार शर्मा को बताया कि ये उनके अधिकार का मामला नहीं है, इसमें आवंटन कमेटी मिलकर निर्णय कर सकती है. लेकिन विधायक गणेश घोघरा अपनी बात पर अड़े रहे तब ADM राजीव द्विवेदी, ASP अनिल मीणा मौके पर पहुंचे और विधायक को समझाने का प्रयास किया. इसके बाद ADM ने 30 जून तक पट्टे देने का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ. इस तरह 2 घंटे तक चले हाई वोल्टेज सियासी हंगामे के बाद शाम 6 बजे पंचायत भवन का ताला खोलकर SDM व अन्य अधिकारियों को पंचायत भवन से बाहर निकाला गया.