विधायक के इशारे पर पूनियां की हत्या, मंत्री पुत्र के कांड, विधायकों के आचरण पर होता चिंतन- गज्जू बना

जैसे टेप रिकॉर्डर में कैसेट अटक जाता था फिर वो एक ही गाना गाता था, वैसे ही मुख्यमंत्री का टेप भी अटक गया CBI पर, एक चिट्ठी लिखकर भेज दें दें अमित शाह को, देश में लोकतंत्र आया है, पर कांग्रेस में नहीं, वो अभी भी गांधी परिवार से बाहर नहीं निकल पाई- गजेंद्र सिंह शेखावत

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Politalks.News/GajendraSinghShekhawat. रविवार को उदयपुर में संपन्न हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर को लेकर प्रदेश भजापा के नेताओं की बयानबाजी का दौर जारी है. इसी कड़ी में अपने दो दिवसीय दौरे पर जोधपुर पहुंचे स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस के चिंतन शिविर और प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘देश में लोकतंत्र आया है, पर कांग्रेस में नहीं.’ वहीं प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री एक चिट्ठी लिखकर भेज दें कि करौली, भरतपुर, भीलवाड़ा और जोधपुर दंगों की सीबीआई जांच करें, उनको सरकार और संविधान ने यह ताकत दी है.’ वहीं सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने जयपाल पूनियां हत्याकांड और मंत्री पुत्र पर लगे रेप के आरोपों को लेकर भी निशाना साधा.

पिछले दिनों राजस्थान में एक के बाद एक हुई साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार भाजपा पर हमलवार है. यहीं नहीं सीएम गहलोत ने कई मौकों पर इन मामलों की जांच के आदेश जारी करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह से मांग भी की है. अब सीएम गहलोत के इन बयानों पर पलटवार करते हुए केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘पहले जैसे टेप रिकॉर्डर में कैसेट अटक जाता था तो वो एक ही बात बोलता रहता था वैसे ही मुख्यमंत्री का टेप भी अटक गया है. मुख्यमंत्री गृह मंत्री अमित शाह को एक चिट्ठी लिखकर भेज दें कि करौली, भरतपुर, भीलवाड़ा और जोधपुर दंगों की सीबीआई जांच हो, उनको सरकार और संविधान ने यह ताकत दी है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जांच से डरिए मत और पर्दा डालने की कोशिश मत करिए क्योंकि करौली, जोधपुर में जो हुआ वो सबने देखा है.

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सोमवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बाते करते हुए जोधपुर सांसद एवं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘बीजेपी दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नेटवर्क देश में सब जगह है. यही कांग्रेस की दुविधा और कष्ट है, जो अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वीकार किया है क्योंकि कांग्रेस पार्टी केवल दो प्रदेशों और गिनी-चुनी जगहों पर बची है. ढूंढने पर भी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में कांग्रेस कार्यकर्ता और सदस्य नहीं मिलते हैं. इसलिए मुख्यमंत्री को ऐसा लगता होगा कि देश में सब जगह बीजेपी और संघ के लोग हैं.’

वहीं कांग्रेस के चिंतन शिविर पर कटाक्ष करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘देश में लोकतंत्र आया है, पर कांग्रेस में नहीं, वो अभी भी गांधी परिवार से बाहर नहीं निकल पाई है. पार्टी इसी तरह से डूबती रही तो थोड़े दिन बाद में वह यह घोषणा करेगी कि राजतंत्र में जिस तरह पीढ़ी परंपरा चलती थी उसी तरह से नेहरू-गांधी परिवार को मान लिया जाए.’ वहीं कांग्रेस के चिंतन शिविर में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की घोषणा पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, ‘कुछ साल इसी तरह की परिस्थितियां रहीं तो वो 16वीं शताब्दी में जिस तरह का शासन होता था वहां चले जाएंगे. कांग्रेस ने चिंतन शिविर तो किया लेकिन बेहतर होता कि कांग्रेस इस बात की चिंता करती कि चार साल पहले प्रदेश के 9 लाख किसानों से किया संपूर्ण कर्जमाफी का वादा क्यों पूरा नहीं हुआ? राजस्थान नारी सम्मान के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध था, उसे रेप कैपिटल कैसे बना दिया? बच्चियों से दरिंदगी का केंद्र राजस्थान को कैसे बना दिया? कानून-व्यवस्था की विफलता से लेकर सरेआम हत्याओं का केंद्र राजस्थान को कैसे बना दिया?

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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि, ‘आज राजस्थान मीडिया की सुर्खियों में है कि किस तरह से जयपाल पूनियां को सरेआम कांग्रेस सरकार में शामिल मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के कहने पर गोली मार दी गई. मंत्री पुत्र के कार्य मीडिया की सुर्खियों से हटे नहीं हैं. विधायकों के आचरण और व्यवहार के समाचार सुर्खियों में हैं. चिंतन शिविर में इस पर चिंता करते की कांग्रेस बेलगाम क्यों हुई है? जो नेता बेलगाम हुए हैं उनका आचरण-व्यवहार क्या है? उनका चाल, चलन और चरित्र क्या है? तो शायद लोग कांग्रेस पार्टी पर विश्वास करते. अब जब विश्वास खो रहा है तब यात्राएं निकालने की नौटंकी से जनता साथ आने वाली नहीं है.’

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