आदिवासियों के शोषण में गहलोत सरकार ने नहीं छोड़ी कोई कसर, चिंतन शिविर हुआ फ्लॉप- राठौड़

पड़ोसी राज्य में आगामी चुनाव के मद्देनजर आदिवासियों के प्रति कांग्रेसी नेता झूठी सहानुभूति प्रकट कर महज वोट बैंक की कर रहे हैं राजनीति, आज राजस्थान में आदिवासी समाज पर है अत्याचार चरम पर, सच्चाई तो यह है कि नाकामयाब चिंतन शिविर में कांग्रेस आलाकमान नहीं दे पाया कोई संदेश- राजेन्द्र राठौड़

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Politalks.News/Rajasthan. उदयपुर में आयोजित हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर के बाद आज चौथे दिन पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने डूंगरपुर स्थित बेणेश्वर धाम में 132 करोड़ की लागत से बनने वाले पुल का शिलान्यास किया तो वहीं इसके बाद आयोजित एक रैली को भी सम्बोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं इस जुबानी हमले के जवाब में पलटवार करते हुए बीजेपी नेता और राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बेणेश्वर धाम, बांसवाड़ा में आयोजित कांग्रेस की सभा में राहुल गांधी व अशोक गहलोत सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने आदिवासी समाज को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर उन्हें बरगलाने की कोशिश की, लेकिन वास्तविकता में गहलोत सरकार ने आदिवासियों का शोषण करने व विकास की पंक्ति में पीछा रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पड़ोसी राज्य में आगामी चुनाव के मद्देनजर आदिवासियों के प्रति कांग्रेसी नेता झूठी सहानुभूति प्रकट कर महज वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं. आज राजस्थान में आदिवासी समाज पर अत्याचार चरम पर है. पुलिस प्रतिवेदन वर्ष 2021 की रिपोर्ट के आंकड़े यह इंगित करते हैं कि आदिवासी यानी अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अपराधों में राजस्थान वर्ष 2020 में 1 हजार 878 व वर्ष 2021 में 2 हजार 121 प्रकरणों के साथ देशभर में दूसरे पायदान पर है.

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उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार की उपेक्षा के कारण आदिवासी आंचल के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, सड़क व पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है. वहीं गहलोत सरकार जानबूझकर केन्द्र सरकार की विभिन्न आदिवासी कल्याण के लिए संचालित की जा रही योजनाओं का लाभ पहुंचाने नहीं दे रही है.

यही नहीं राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश में किसानों से 10 दिन में कर्जा माफी का वादा किया था, लेकिन अभी तक कर्ज माफी नहीं हो पाई और अब लाखों किसानों की जमीनें नीलामी की कगार पर है. राठौड़ ने बताया कि सेंटर मॉनिटरिंग फॉर इंडियन इकोनॉमी के ताजा सर्वे के अनुसार राजस्थान 28.8 % बेरोजगारी दर के साथ देश में दूसरे पायदान पर है लेकिन राहुल जी ने सभा में युवाओं को बरगलाने के लिए कांग्रेस सरकार की नाकामी का ठीकरा भी केन्द्र सरकार पर फोड़ने का काम किया.

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वहीं कांग्रेस के नव संकल्प शिविर के दौरान दिए गए सीएम गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि बेणेश्वर धाम में सभा से पूर्व उदयपुर में कांग्रेस के 3 दिवसीय चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा यह कहना कि राजस्थान में भाजपा के केन्द्रीय नेता तमाशे करने आते हैं, अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है. सच्चाई तो यह है कि नाकामयाब चिंतन शिविर में कांग्रेस आलाकमान कोई संदेश नहीं दे पाया. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, बताएं कि उनके पास ऐसी कौनसी एजेन्सी है जिसके आधार पर वह कह रहे हैं कि राजस्थान में केन्द्रीय एजेंसियों के दबाव में चुनाव की कार्रवाई हो रही है. उन्हें लचर कानून व्यवस्था व सांप्रदायिक तनाव को लेकर भाजपा को दोषी ठहराने की बजाय पुख्ता सबूत जनता के सामने रखने चाहिये.

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