2024 के रण को लेकर ममता ने किया बड़े खेल का दावा तो जानें क्यों बोलीं- क्या मैं उनकी नौकर हूँ?

2024 में देश का पूरा विपक्ष होगा एक साथ, मुझे नहीं पता कि बीजेपी वाले इतने गुस्से में क्यों हैं, केंद्र सरकार मेरे किसी विदेशी गणमान्य अतिथि से मुलाकात करने को लेकर क्यों हैं चिंतित? एक अंडरसेक्रेटरी एक मुख्यमंत्री को ऐसे कैसे लिख सकता है?- ममता बनर्जी

ममता का बड़ा दावा
ममता का बड़ा दावा

Politalks.News/MamataBanerjee. केंद्र की मोदी सरकार और ममता बनर्जी के बीच की अदावत किसी से छिपी नहीं है. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. यही नहीं बंगाल चुनाव में प्रचंड जीत के बाद से ममता दीदी अब 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. यही कारण है कि जब भी ममता बनर्जी को मौका मिलता है वो बीजेपी पर जमकर निशाना साध रही है. इसी कड़ी में आज कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि ‘2024 में पश्चिम बंगाल से एक बड़ा खेल होगा और देश का पूरा का पुरा विपक्ष एक साथ होगा. फिर भाजपा सरकार कैसे बनाएगी?’ इसके साथ ही ममता बनर्जी ने आज दिल्ली में होने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बॉस की प्रतिमा के उद्घाटन से जुड़े कार्यक्रम को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. ममता ने कहा कि, ‘जिस तरह मुझे बुलाया गया वो अनुचित है, मैं कोई इनकी नौकर थोड़े हूँ.’

आपको बता दें, गुरूवार को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. TMC के इस कार्यक्रम में प्रदेशभर के नेता एवं कार्यकर्ता पुरे जोश के साथ इस विशेष सत्र में शामिल हुए. वहीं कार्यक्रम में शामिल होते हुए प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. केंद्र सरकार पर सरकारी एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘भाजपा के शासन में केंद्रीय एजेंसियां महज कठपुतली हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है, सार्वजनिक उपक्रम बंद हो रहे हैं, गैस, पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं – हम इस तरह के अत्याचार के खिलाफ खड़े होंगे. ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘2024 में हम बंगाल से एक खेल की शुरूआत करेंगे. हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, नीतीश कुमार, मैं और अन्य साथी एकजुट होंगे, फिर भाजपा सरकार कैसे बनाएगी? भाजपा सरकार की तो अब कोई जरूरत ही नहीं है.’

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वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में नेताजी की मूर्ति के उद्घाटन और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री की भारत यात्रा को लेकर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मुझे बुधवार को सचिव का खत मिला था, जिसमें कहा गया था कि पीएम आज शाम 7 बजे नेताजी की प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे और शाम 6 बजे आपको वहां होना चाहिए, जैसे कि मैं उनकी नौकर हूं. एक अंडरसेक्रेटरी एक मुख्यमंत्री को कैसे लिख सकता है? संस्कृति मंत्री इतने बड़े कैसे हो जाते हैं? इसलिए मैंने आज दोपहर यहां नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी.‘ बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम इंडिया गेट के पास नेताजी की प्रतिमा और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन करेंगे.

बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यही नहीं रुकी. बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना के भारत दौरे का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘ये पहली बार है जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री भारत आईं और मुझसे मिलने की इच्छा के बावजूद बंगाल नहीं आईं. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं, लेकिन केंद्र ने भारत की उनकी आधिकारिक यात्रा का हिस्सा बनने के लिए मुझे आमंत्रित नहीं किया. मुझे नहीं पता कि बीजेपी वाले इतने गुस्से में क्यों हैं. उन्होंने मुझे कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शिकागो और चीन सहित कई जगहों पर जाने नहीं दिया है.’ ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, ‘मैं बाहरी मामलों या द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात नहीं करना चाहती, लेकिन मैंने देखा है कि जब भी मुझे किसी देश में आमंत्रित किया जाता है तो केंद्र मुझे रोकने की कोशिश करता है. मैं यह जानना चाहती हूं कि केंद्र सरकार मेरे किसी विदेशी गणमान्य अतिथि से मुलाकात करने को लेकर चिंतित क्यों हैं.’

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टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि, ‘बीजेपी अपने अहंकार और लोगों के गुस्से के कारण घोर पराजय का सामना करेगी.’ ममता बनर्जी ने दावा किया कि हाल ही में बंगाल पुलिस ने झारखंड के विधायकों को बहुत अधिक नकदी के साथ गिरफ्तार करके पड़ोसी राज्य में खरीद-फरोख्त को रोका और हेमंत सोरेन सरकार को गिरने से बचाया. बीजेपी को लगता है कि वह हमें सीबीआई और ईडी से डरा सकती है, लेकिन जितना अधिक वे लोग इस तरह के हथकंडे अपनाएंगे, उतना ही अगले साल के पंचायत चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के करीब पहुंचेंगे.

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