‘शिवोत्सव’ पर घिरी मामा सरकार, गृहमंत्री मिश्रा- बाबा आपकी कृपा से है सरकार, कमलनाथ बोले- शर्मनाक

मध्यप्रदेश की राजनीति में फिर आया उबाल, सिहोर में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन स्थगित कर फंसी शिवराज सरकार, वहीं व्यवस्था को लेकर प्रशासन रहा फेल, महाराज पर डाला दवाब तो बाबाजी हुए मंच पर ही भावुक, वहीं घिरी मामा सरकार तो गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को करना पड़ा बचाव, पूरे मामले में कमलनाथ ने कसा जोरदार तंज

'शिवोत्सव' पर घिरी मामा सरकार,
'शिवोत्सव' पर घिरी मामा सरकार,

Politalks.News/Madhyapradesh. शिवरात्रि के पावन दिन हुए रूद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Festival) को लेकर मध्यप्रदेश की राजनीति गरमा (Madhya Pradesh politics heats up) गई है. भोपाल के करीब सीहोर में आयोजित रुद्राक्ष महोत्सव को शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) द्वारा कुछ घण्टों के लिए स्थगित करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पुलिस-प्रशासन की किरकिरी होने के बाद मंगलवार को मामले में ‘सरकार’ की एंट्री हो गई. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) के बयान के बाद विपक्ष भी मैदान में आ गया. गृहमंत्री ने व्यवस्थाओं को लेकर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से बात की थी. तो इस पर भड़कते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former Chief Minister Kamal Nath) ने इसे शर्मनाक बताया है. हालांकि किरकिरी करवाने के बाद सरकार ने अधिकारियों को हड़काया और व्यवस्था को संभाला है. लेकिन मामले में मामा यानी शिवराज सरकार की जबरदस्त किरकिरी तो हुई है.

15 दिन से चल रही थी तैयारी, लगा था लंबा जाम
सीहोर में शिव महापुराण और रुद्राक्ष महोत्सव की तैयारियां चितावलिया हेमा गांव में पिछले 15 दिन से चल रही थीं. सोमवार सुबह पंडित प्रदीप मिश्रा ने आयोजन की शुरुआत की. भीड़ इतनी उमड़ी की दोपहर होते-होते भोपाल-इंदौर स्टेट हाईवे के दोनों ओर 25 किमी तक जाम लग गया. हालात ऐसे बन गए कि पैदल चलने वालों तक का हाईवे से गुजरना मुश्किल हो रहा था, ऐसे में पुलिस प्रशासन ने इस आयोजन को स्थगित करने के लिए महाराज जी को कहा. इस पर चंद घंटे के लिए कार्यक्रम स्थगित रहा. पुलिस के फरमान पर पं. प्रदीप मिश्रा भावुक होते हुए कहा कि, ‘ऊपर से बार-बार दबाव आ रहा है, इसलिए कथा स्थगित कर रहा हूं, आपसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि अपने घर जाकर ऑनलाइन माध्यम से ही कथा सुनें. यह सुन पंडाल में सन्नाटा पसर गया. श्रद्धालुओं की आंखों में आंसू छलक उठे तो पंडित मिश्रा भी अपने को नहीं रोक पाए और रो पड़े. हालांकि प्रशासन का कहना है कि कथा स्थगित करने के लिए कोई दबाव नहीं डाला गया.

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आपके आशीर्वाद से ही सरकार है महाराज- मिश्रा
अब इस मामले को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराज जी से वीडियो कॉल पर बात की और कहा कि, ‘दंडवत प्रणाम कर रहा हूं महाराज, निवेदन कर रहा था प्रशासन की कोई दिक्कत तो नहीं है, कोई बात होगी तो बताइएगा, कोई भी आवश्यकता हो. आपके आशीर्वाद से ही सरकार है महाराज’. जवाब में पंडितजी ने कहा कि, ‘आज सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं, अब कोई दिक्कत नहीं है. पंडित मिश्रा ने गृहमंत्री से एक बार मंदिर आने को कहा. जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि वे जरूर आएंगे’.

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कमलनाथ ने सरकार को घेरा, प्रशासन को बताया फेल

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार को घेरा. कमलनाथ ने लिखा कि, ‘महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या, शिवराज जी की सरकार, शिवराज जी का क्षेत्र और शिव ज्ञान की गंगा बहाने वाला ‘शिव महापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव’ का 7 दिवसीय महाआयोजन दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया, क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्था संभालने में असफल साबित…? एक कथावाचक को आंखों में आंसू भरकर व्यासपीठ से इस सच्चाई को श्रद्धालुओं को बताना पड़े तो इससे शर्मनाक प्रदेश के लिए कुछ और हो नहीं सकता है… जो खुद को धर्मप्रेमी बताते हैं यह है, उनकी सरकार की हकीकत…. बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाराज, प्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ’.

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