लाउडस्पीकर विवाद के बाद ठाकरे-गडकरी मुलाकात पर ‘महासियासत’, राउत बोले- सब BJP द्वारा स्क्रिप्टेड

महाराष्ट्र में 'लाउड' सियासत, राजठाकरे ने लाउडस्पीकर को लेकर दिया बयान, गडकरी से मुलाकत बनी चर्चा का विषय, सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर हुआ शुरू, राउत ने साधा निशाना- लाउडस्पीकर का भाषण "बीजेपी द्वारा लिखित और प्रायोजित, महाराष्ट्र वह राज्य है जहां कानून अभी भी कायम'

लाउडस्पीकर विवाद पर गरमाई सियासत
लाउडस्पीकर विवाद पर गरमाई सियासत

Politalks.News/Maharashtra. लाउडस्पीकर को लेकर इन दिनों महाराष्ट्र की सियासत गरमाई हुई है. मस्जिदों में बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शनिवार को बड़ा बयान देते हुए कहा था कि, ‘मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी अधिक मात्रा में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर अधिक मात्रा में हनुमान चालीसा के स्पीकर बजने लगेंगे.’ वहीं पार्टी प्रमुख के एलान के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के घाटकोपर ऑफिस के सामने बिना इजाजत के लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाई. जिसके बाद पुलिस ने एक एमएनएस नेता को गिरफ्तार कर लिया गया. महाराष्ट्र में जारी लाउडस्पीकर विवाद के बीच देर रात महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की है. जिसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म है तो वहीं संजय राउत ने भी राज ठाकरे के बयान पर निशाना साधा है.

शनिवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा दिए गए बयान के बाद रविवार देर रात भाजपा के दिग्गज नेता एवं केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और ठाकरे के बीच हुई मुलाकात को लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. इस मुलाकात के बाद एक बार फिर राज ठाकरे के भाजपा के करीब आने की चर्चा शुरू हो गई है. हालांकि, गडकरी ने इसे सिर्फ एक पारिवारिक मुलाकात करार दिया है. दोनों दिग्गजों के बीच हुई इस मुलाकात के समय राज ठाकरे के साथ उनकी पत्नी शर्मीला ठाकरे भी मौजूद थीं. हालांकि इस मुलाकात पर मनसे की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. वहीं केंद्रीय मंत्री गडकरी ने मनसे प्रमुख के परिवार के साथ अपने पुराने संबंधों की ओर इशारा करते हुए कहा कि ‘वह उनके निमंत्रण पर उनके घर आए थे.’

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राज ठाकरे से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘यह एक राजनीतिक बैठक नहीं थी. राज ठाकरे और उनके परिवार के सदस्यों के साथ 30 साल से मेरे अच्छे संबंध हैं. मैं उनका नया घर देखने और उनकी मां का हाल जानने आया था. यह एक पारिवारिक मुलाकात थी, राजनीतिक नहीं.’ दरअसल लाउडस्पीकर के साथ शनिवार को राज ठाकरे ने सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी जमकर निशाना साधा था जिसके कारण भी यह मुलाकात बहुत ही अहम हो जाती है. सियासी जानकारों का मानना है कि भाजपा किसी भी कीमत पर महाराष्ट्र में सत्ता हासिल करना चाहती है. इसी कारण पार्टी आलाकमान ने पार्टी के विश्वनीय नेता नितिन गडकरी को एक विशेष सन्देश के साथ मनसे प्रमुख से मुलकात के लिए भेजा था.

दरअसल यह मुलाकात तब हुई है जब बैठक के एक दिन पहले ही राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार से मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने को कहा और ऐसा नहीं करने पर मनसे कार्यकर्ताओं से मस्जिदों के सामने लाउडस्पीकर लगाने और हनुमान चालीसा बजाने की चेतावनी दी थी. शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मनसे प्रमुख ने कहा था कि, ‘मस्जिदों में लाउडस्पीकर इतनी तेज आवाज में क्यों बजाए जाते हैं? अगर इसे नहीं रोका गया तो मस्जिदों के बाहर स्पीकर पर उससे भी तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाया जाएगा.’ ठाकरे के इस बयान के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने बिना इजाजत के पार्टी कार्यालय के सामने तेज आवाज में लाऊड स्पीकर बजाया जिसके बाद पुलिस ने एक मनसे कार्यकर्ता को गिरफ्तार भी कर लिया.

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वहीं इस पुरे मामले को लेकर शिवसेना के राज्यसभा सांसद एवं दिग्गज नेता संजय राउत ने कहा कि, ‘राज ठाकरे का भाषण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा “‘स्क्रिप्टेड और प्रायोजित” था.’ यह स्पष्ट है कि, ‘शिवाजी पार्क में कल बज रहे लाउडस्पीकर का भाषण “बीजेपी द्वारा लिखित और प्रायोजित” था.’हाराष्ट्र वह राज्य है जहां कानून अभी भी कायम है. राज्य के गृह मंत्री कानून के अनुसार सब कुछ करेंगे और महाराष्ट्र में देश का कानून कायम है.

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