राहुल गांधी पर बयान देना सिंधिया को पड़ गया महंगा! पीएम मोदी को मिली सतर्क रहने की नसीयत

कांग्रेस ने जमकर लगाई सिंधिया की क्लास, कहा - कायर और डरपोक बीजेपी में नए नवेले महाराजा सिंधिया हमें सीख न दें, सिंधिया ने राहुल गांधी पर लगाया देशद्रोही विचारधारा अपनाने का आरोप तो पलटवार में मिला जवाब ​- जो हमारा न हुआ, वो किसी और का कैसे होगा..

Congress thunders on Scindia
Congress thunders on Scindia

Congress thunders on Scindia: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का राहुल गांधी पर बयान देना अब खुद पर ही भारी पड़ता नजर आ रहा है. कई साल कांग्रेस में बिताकर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी पर न्यायपालिका पर दबाव डालते हुए धमकी देने का आरोप लगाया. इस पर कांग्रेस ने सिंधिया को आड़े हाथ लेते हुए जमकर सबक सीखा दिया. कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बीजेपी में नए नवेले सिंधिया को सीख न देने की नसीयत दे डाली. उन्होंने ये भी कहा कि जिस पार्टी ने उन्हें सब कुछ दिया, उन्हें इतना आगे बढ़ाया, जब वे उस पार्टी के न हो सके तो किसी के क्या होंगे. कांग्रेस नेता ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सिंधिया से सतर्क रहने की नसीयत दी है.

दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी और कांग्रेस की विचारधारा को देशद्रोही बताया है. राहुल गांधी पर बयान देते हुए सिंधिया ने कहा कि कुछ दिनों से राहुल और उनकी पार्टी न्यायपालिका पर दबाव डालते हुए धमकी देने का काम कर रही है. राहुल ने अपनी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बना दिया है. कांग्रेस के पास कोई विचारधारा नहीं बची है. उसके पास केवल देशद्रोही विचारधारा है, जो देश के खिलाफ काम करती है. सिंधिया ने ये भी कहा कि राहुल ने अपनी निजी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बताना शुरू कर दिया है. वे राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए हर तरह से कोशिश कर रहे हैं. इसकी जितनी भी आलोचना की जाए, कम होगी.

इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सिंधिया को आड़े हाथ लेते हुए जमकर लताड़ लगाई है. खेड़ा ने सिंधिया पर हमला करते हुए कहा कि जो व्यक्ति खुद को महाराज कहलाना पसंद करते हैं, वो हमें फर्स्ट सिटिजन पर सीख ना दें. हमारी लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है. वहीं बीजेपी एवं पीएम मोदी को सिंधिया से सतर्क रहने की नसीयत देते हुए खेड़ा ने कहा, ‘सिंधिया अभी नए-नए भाजपा में गए हैं. जिस व्यक्ति को कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, अगर वो इंसान कांग्रेस का नहीं हुआ तो आपका (भाजपा का) क्या ही होगा.’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. ये बात सिंधिया कभी नहीं समझेंगे. कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी और बीजेपी को सिंधिया से सतर्क रहने को भी कहा.

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कांग्रेस प्रवक्ता ने सिंधिया के साथ साथ बीजेपी पर भी जमकर निशाना साधा. खेड़ा ने कहा कि आप लोकतंत्र को मारेंगे और सोचेंगे कि चीख भी बाहर न निकले. ऐसे में तो राहुल गांधी बोलेंगे. उन्होंने आगे कहा कि आप कायर हैं, डरपोक हैं लेकिन हम आपसे नहीं डरते और न राहुल गांधी आपसे डरते हैं. हमारी लड़ाई लोकतंत्र बचाने की है और हम इसे जारी रखेंगे.

इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी के कांग्रेसी दिग्गजों की पूरी फौज के साथ सूरत कोर्ट जाने पर निशाना साधा. सिंधिया ने कहा कि राहुल ने अपनी निजी लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई बताना शुरू कर दिया है. वे राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए हर तरह से कोशिश कर रहे हैं. इसकी जितनी भी आलोचना की जाए कम होगी. राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने और इस पर कांग्रेस के हंगामा करने को गलत ठहराते हुए सिंधिया ने कहा, ‘पहली बार किसी सांसद की सदस्यता नहीं गई. 2013 में जब राहुल ने अध्यादेश फाड़ दिया था, तब उन्हें विचार करना चाहिए था.’

सिंधिया ने आगे कहा, ‘राहुल कहते हैं कि मैं गांधी हूं और गांधी कभी माफी नहीं मांगते हैं. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि सड़कें रोक देना, लोकतंत्र का अपमान करना, सड़कों पर हंगामा करना क्या गांधीवादी सिद्धांत है.’ गौरतलब है कि सिंधिया बीजेपी में शामिल होने से पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं. सिंधिया की गिनती राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी के सबसे नजदीकी लोगों में हुआ करती थी. 2019 में लोकसभा चुनाव हारने और मध्यप्रदेश से राज्यसभा न भेजे जाने से नाराज सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होकर अपने समर्थित विधायकों से इस्तीफे दिलाकर कमलनाथ सरकार को अल्पमत में ला दिया और बीजेपी की शिवराज सरकार फिर से कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

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इसके बावजूद राहुल गांधी ने सिंधिया के खिलाफ कभी गलत शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया. सिंधिया हालांकि बीजेपी में नए हैं लेकिन धीरे धीरे बीजेपी की शैली में ढल रहे हैं. इस समय राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के समय कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष एकजूट है और बीजेपी अलग अलग बयानबाजी से इस माहौल को कमजोर करने का प्रयास कर रही है. ऐसे समय में सिंधिया का राहुल गांधी के विरोध में बयानबाजी करना लग रहा है उन्हीं पर भारी पड़ गया है.

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