गुजरात चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय एजेंसियों के निशाने पर आई ‘आप’, टाइमिंग को लेकर भी मचा बवाल

दिल्ली सरकार के नई आबकारी नीति के दौरान हुए कथित घोटाले को लेकर गरमाई सियासत, मनीष सिसोदिया के घर पहुंची CBI तो न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी सिसोदिया की फोटो पर बिफरी भाजपा, कहा- न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स ने वर्ड-टू-वर्ड छापा है एक जैसा आर्टिकल, दोनों में लगी हैं 6 तस्वीरें, अगर दो-तीन अखबारों में शब्दशः एक जैसा कुछ छपे तो क्या वह खबर होती है? वह तो होता है विज्ञापन

दिल्ली में आबकारी नीति पर घमासान जारी
दिल्ली में आबकारी नीति पर घमासान जारी

Politalks.News/Delhi. देश के दो राज्यों दिल्ली और पंजाब में सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी बड़ी ही तेजी के साथ गुजरात में भी अपना परचम लहराने की तैयारी में है. लेकिन आप के रास्ते में जो सबसे बड़ा रोड़ा बनकर बैठी है वह है भारतीय जनता पार्टी. इसी बीच कई राज्यों में विपक्षी पार्टियों के नेताओं को निशाने पर ले चुकी बीजेपी की केंद्र सरकार के अधीन आने वाली सरकारी एजेंसियों के निशाने पर अब अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी आ चुकी है. पहले से ED के शिकंजे में फंस चुके आप की दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बाद अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर CBI अपना शिकंजा कसने की तैयारी में है. दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति में हुए कथित गड़बड़ी के आरोपों को लेकर आज सीबीआई ने दिल्ली और एनसीआर में 21 जगहों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में मनीष सिसोदिया का आवास भी शामिल है, जहां से CBI के अधिकारीयों को अहम दस्तावेज मिलने की बात बताई जा रही है. ऐसा भी नहीं है कि आम आदमी पार्टी या केजरीवाल को इसका अंदाजा नहीं था, बल्कि केजरीवाल ने इस बात का सत्येंद्र जैन पर हुई कार्रवाई के समय ही सिसोदिया पर होने वाली कार्रवाई का एलान कर दिया था, शायद यही वजह की केजरीवाल व अन्य आप नेताओं ने CBI की इस कार्यवाही का स्वागत किया है.

राजनीति के जानकारों की मानें तो पिछले कुछ सालों से इन सरकारी एजेंसियों को भ्रष्टाचार की गंध ठीक उसी वक़्त कैसे लगती है जब किसी ना किसी राज्य में चुनाव होने वाले होते हैं. मसलन, गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और यहां बीजेपी के लिए कांग्रेस से भी बढ़ी मुसीबत अब आम आदमी पार्टी बन गई है. सुधिजन कहते है कि यही कारण है कि बीजेपी किसी न किसी तरीके से आम आदमी पार्टी को बीजी रखना चाहती है. शायद यही वजह है कि सीबीआई ने शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर आबकारी नीति की जांच के सिलसिले में छापेमारी की है. इस छापेमारी को लेकर एक तरफ जहां AAP भड़की हुई है और लगातार बीजेपी पर वार कर रही है, तो वहीं बीजेपी नेता भी आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. मजेदारी वाली बात यह कि इस छापेमारी को लेकर कांग्रेस बीजेपी के समर्थन में आ गई है. इन सबके अलावा CBI की छापेमारी की टाइमिंग भी बड़ी चर्चाओं में है, क्योंकि आज ही अमेरिका के सबसे बड़े अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुख्य पृष्ठ पर दिल्ली की शिक्षा नीति को लेकर मनीष सिसोदिया की तारीफ में फ़ोटो के साथ खबर प्रकाशित हुई है, हालांकि बीजेपी ने इस पर भी सवाल उठा दिए हैं.

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आवास पर पहुंची CBI तो सिसोदिया ने किया स्वागत
जैसे ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर CBI की टीम पहुंची तो उन्होंने ट्वीट कर उनका स्वागत किया. मनीष सिसोदिया ने लिखा कि, ‘सीबीआई आई है. उनका स्वागत है. हम कट्टर ईमानदार हैं . लाखों बच्चों का भविष्य बना रहे हैं. बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे देश में जो अच्छा काम करता है उसे इसी तरह परेशान किया जाता है. इसीलिए हमारा देश अभी तक नम्बर-1 नहीं बन पाया. अपने अगले ट्वीट में सिसोदिया ने लिखा, ‘हम सीबीआई का स्वागत करते हैं. जाँच में पूरा सहयोग देंगे ताकि सच जल्द सामने आ सके. अभी तक मुझ पर कई केस किए लेकिन कुछ नहीं निकला. इसमें भी कुछ नहीं निकलेगा.’ वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इस कार्रवाई पर सवाल उठाये.

ऐसे नेताओं के भरोसे रहें तो और हो जाएंगे पीछे- AAP
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘मैं सभी भारतवासियों को बधाई देता हूं. आपके लिए आज मैं एक बहुत अच्छी ख़बर लेकर आया हूँ. न्यू यॉर्क टाइम्स ने मनीष सिसोदिया के शिक्षा नीति की तारीफ की है और ये हमारे लिए गर्व की बात है. न्यूयॉर्क टाइम्स में खबर छापने का मतलब है कि मनीष सिसोदिया को दुनिया का सबसे अच्छा शिक्षा मंत्री घोषित किया गया लेकिन सीबीआई की एक टीम छापेमारी करने उनके आवास पर पहुंची. तो, बहुत सारी बाधाएँ होंगी. न्यूयॉर्क टाइम्स के पहले पन्ने पर आना और दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाना आसान नहीं था. आज अमेरिका के सबसे बड़े पेपर में मनीष सिसोदिया के शिक्षा नीति की तारीफ हो रही है, लेकिन ऐसे नेता के आवास पर छापेमारी की जा रही है. भारत 75 साल पहले आजाद हुआ था. हमारे बाद आजाद होने वाला देश हमसे आगे हो गया है. अगर हम ऐसे नेताओं के भरोसे रहें तो और पीछे हो जाएंगे. हमें देश को नंबर वन बनाना है लेकिन अड़चन बहुत आएगी, देश के 130 करोड़ लोगों को साथ आना है.’

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बेशर्म AAP दिल्ली की जनता का पैसा फोटो छपवाने में कर रही है बर्बाद- बीजेपी
वहीं बीजेपी ने न्यूयॉर्क टाइम्स में छपे लेख को लेकर AAP के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं. दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि, ‘न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स ने वर्ड-टू-वर्ड एक जैसा आर्टिकल छापा, दोनों में 6 तस्वीरें लगी हैं, वे भी एक जैसी हैं. अगर दो-तीन अखबारों में शब्दशः एक जैसा कुछ छपे तो क्या वह खबर होती है? वह तो विज्ञापन होता है. केजरीवाल ने सुबह कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स में ऐसे ही फोटो नहीं छप जाती, बहुत मुश्किल होती है. उन्हें मालूम होगा कि कितना पैसा दिया, रिपोर्टर को कैसे सेट किया. मैंने कभी नहीं देखा कि दो अलग-अलग अखबारों में एक जैसी स्टोरी छप जाए.’ वहीं दूसरी ओर दिल्ली भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने दोनों अखबारों की स्टोरी ट्वीट करते हुए बड़े आरोप लगाए और ट्वीट कर लिखा, ‘लो जी यहाँ भी पकड़े गये. न्यूयार्क टाइम्स और ख़लीज़ टाइम्स में same word to word… एक ही लेखक भी…. बेशर्म AAP दिल्ली की जनता का पैसा बर्बाद कर रही है, अपने फ़ोटो छपवाने में.’

इन सबके बीच आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया पर हुई CBI की इस कार्यवाही को लेकर कांग्रेस बीजेपी के समर्थन में आ गई है. कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने कहा है कि सीबीआई ने काफी देर कर दी है. दिल्ली सरकार में पिछले 7-8 साल से जो हो रहा था, इसमें आश्चर्य ये है कि अब तक रेड क्यों नहीं पड़ी? आबकारी नीति, स्कूल बनाने में धांधली, शिक्षक भर्ती घोटाला, सिविल डिफेंस भर्ती घोटाला जिसमें भी आप देखेंगे तो उसमे 1 नहीं 10-10 छापे पड़ने चाहिए.

वहीं कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘एजेंसियों के निरंतर दुरुपयोग का एक बड़ा नुकसान यह भी होता है कि जब वह एजेंसी सही काम भी करे तब भी उसके कदम को शक की दृष्टि से देखा जाता है. ऐसे में भ्रष्ट लोग दुरुपयोग की दुहाई देकर बच निकलते हैं और जो ईमानदारी से जनता के मुद्दे उठाते हैं, वो दुरुपयोग का शिकार होते रहते हैं.’

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