जदयू का जल्द ही होने वाला है राजद में विलय, नाखुश विधायक हैं बीजेपी के संपर्क में- मोदी का बड़ा दावा

नीतीश कुमार का उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाने का मुख्य कारण हैं प्रत्याशियों का सही चयन नहीं होना, सीएम नीतीश की चोट है एक बहाना, वह नहीं है गोपालगंज और मोकामा के उम्मीदवारों से खुश- सुशील कुमार मोदी

vidhansabha upchunaav sushil kumar modi copy
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Bihar By Election 2022: बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद से सियासी घमासान मचा हुआ है. जब से सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ राजद के साथ सरकार बनाई है तभी से प्रदेश में सियासी उहापोह की स्थिति बनी हुई है. बीजेपी लगातार प्रदेश की महागठबंधन सरकार पर हमलावर है तो वहीं प्रदेश में मंगलराज के जाने और जंगलराज के आने की बात कह रही है. तो वहीं अब बीजेपी ने बड़ा दावा किया है कि बहुत जल्द जदयू का राजद में विलय होने वाला है. बीजेपी के इस दावे के बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई है. मंगलवार को बीजेपी के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, ‘जेडीयू का आरजेडी में विलय जल्द होने वाला है, यह तो तय है. क्योंकि नीतीश कुमार को पार्टी टूटने का डर है. जदयू के कई नेता राजद के साथ जाने से नाखुश हैं और वे फिर से बीजेपी के साथ आना चाहते हैं.’

बिहार की मोकामा और गोपालगंज सीट पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के आज चुनाव प्रचार ख़त्म हो गया है. इन दोनों सीटों पर गुरुवार 3 नवंबर को मतदान होना है. ऐसे में चुनाव प्रचार के आखिर दिन गोपालगंज में भाजपा प्रत्याशी कुसुम देवी के प्रचार में पहुंचे मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा. सुशील मोदी ने कहा कि, ‘नीतीश कुमार का उपचुनाव में प्रचार के लिए नहीं जाने का मुख्य कारण हैं प्रत्याशियों का सही चयन नहीं होना. नीतीश कुमार की चोट एक बहाना है, असल मामला है प्रत्याशियों के सही चयन नहीं होने का है. नीतीश कुमार गोपालगंज और मोकामा के उम्मीदवारों से खुश नहीं हैं.’ इस दौरान बीजेपी नेता सुशील मोदी ने प्रचार के बाद मीडिया को संबोधित किया.

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सुशील मोदी ने कहा कि, ‘जेडीयू के कई विधायक नीतीश कुमार के महागठबंधन में जाने से नाखुश हैं. उन्हें डर है कि अगले चुनाव में उनका टिकट काटकर आरजेडी को दे दिया जाएगा. इसलिए वे बीजेपी में वापस लौटना चाहते हैं. यही नहीं जेडीयू के कई नेता बीजेपी के संपर्क में है, पार्टी समय आने पर उनके बारे में फैसला लेगी.’ मोदी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘जेडीयू का आरजेडी में विलय जल्द होने वाला है, यह तो तय है. क्योंकि नीतीश कुमार को पार्टी टूटने का डर है. नीतीश को लगता है कि अगर विलय हो गया तो सदन में पार्टी के विधायकों की संख्या बढ़ जाएगी और ऐसे में दलबदल करना मुश्किल हो जाएगा. अब नीतीश कुमार की राजनीति का अंतिम समय आ गया है. उन्हें लग गया है कि वे आगे मुख्यमंत्री नहीं बन सकते हैं.’

सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि, ‘अब नीतीश कुमार की पार्टी के विधायकों को तय करना है कि उनका भविष्य क्या रहेगा क्योंकि नीतीश कुमार अब अपने पार्टी का नेता नहीं रहने वाले हैं.’ इस दौरान सुशील मोदी ने राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘जगदानंद सिंह ने समय से पहले उन्होंने एक्सपोज कर दिया था कि साल 2022 के अंत होते-होते या 2023 में तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में जाएंगे. जगदानंद बाबू का ये बयान भविष्यवाणी नहीं था, बल्कि जो डील हुआ है, उसी डील का एक हिस्सा था.’

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राजद पर निशाना साधते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, ‘राष्ट्रीय जनता दल पार्टी सुधरनेवाली नहीं है. उनके नेताओं पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं और कई पर चार्जशीट भी हो चुकी है. इनमें डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर भी चार्जशीट है. उपचुनाव में महागठबंधन जीतती है तो फिर जंगलराज का दौर आने का खतरा है.’

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