Politalks.News/TejaswiYadav/Bihar. बिहार (Bihar) में कानून व्यवस्था और सरकार संचालन की स्थिति बद से बदतर हो गई है. सरकार के अंदर ही जब स्थिति इस सीमा तक अविश्वासपूर्ण, अराजक और विस्फोटक हो गई हो कि भाजपा के उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों व सांसदों को अपनी ही राज्य सरकार की पुलिस, विधि व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर यकीन नहीं रहा तो कहा ही क्या जाए? ये कहना है बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का. केंद्र सरकार द्वारा लाई अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के विरोध में अगर सबसे ज्यादा बवाल अगर कहीं मचा है तो वो बिहार है. अग्निपथ योजना के विरोध में बेरोजगार युवा सड़कों पर आ गए और उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की. यहीं नहीं युवाओं ने सरकारी सम्पत्ति को तो नुक्सान पहुंचाया ही साथ में बीजेपी (Security To BJP Leaders) नेताओं के दफ्तरों एवं गाड़ियों पर भी इन्होंने हमला किया. इसे लेकर केंद्र सरकार ने भाजपा के कई नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है. तो वहीं विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीजेपी (BJP) और JDU पर जमकर निशाना साधा.
शुक्रवार को बिहार में एक सभा को संबोधित करते हुए RJD नेता एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार द्वारा अग्निपथ योजना को लागू करने के बाद भाजपा के अधिकांश नेताओं को केंद्र सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. क्योंकि भाजपा के इन नेताओं को अपनी ही डबल इंजन सरकार, गृहमंत्री, गृह विभाग और बिहार पुलिस पर भरोसा नहीं है. जो उपमुख्यमंत्री, भाजपाई मंत्री, विधायक और सांसद स्वयं की सरकार में सुरक्षित नहीं महसूस करता है वह जनता को क्या खाक सुरक्षा का अहसास कराएगा? जनता की गाढ़ी कमाई के दम पर केंद्रीय सुरक्षा बलों से स्वयं की सुरक्षा करवाना ही इन बुजदिल डरपोक भाजपाईयों का संस्कार और इतिहास है?’
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तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, ‘बिहार में कानून व्यवस्था और सरकार संचालन की स्थिति बद से बदतर हो गई है. सरकार के अंदर ही जब स्थिति इस सीमा तक अविश्वासपूर्ण, अराजक और विस्फोटक हो गई हो कि भाजपा के उपमुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों व सांसदों को अपनी ही राज्य सरकार की पुलिस, विधि व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर यकीन नहीं रहा तो कहा ही क्या जाए? एनडीए के नेता चुनावों में सुशासन की सरकार बताते हैं, वहीं चुनाव बाद आरोप-प्रत्यारोप, सिरफुटौव्वल, मान-मनव्वल, गाली-गलौज, छूरा-भोंक, दोषारोपण और छींटाकशी का माहौल बनाए रहते हैं. ये स्थिति बिहार के लिए सही नहीं है.’
बिहार की डबल इंजन सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि, ‘हद तो यह हो गई है कि भाजपा के विधायक अपनी शानो-शौकत व सुरक्षा के लिए भी राजकीय सुरक्षा बलों के बजाय केंद्रीय सुरक्षा बलों की शरण में जा छुपे हैं. केंद्र सरकार बताए कि उसने बिहार में भाजपा के ही जंगलराज से प्रताड़ित बिहार के दर्जनों भर छुटभैये भाजपाई नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा प्रदान क्यों की है? क्या करदाताओं की खून-पसीने की कमाई इन भाजपाई नेताओं का शौक पूरा करने के लिए है? क्या प्रधानमंत्री चुनाव में इसी मंगलराज की बात करते थे कि बिहार के सैकड़ों नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा दी जाएगी? बिहार के स्थानीय नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा देने का सीधा अर्थ यह है कि बिहार में भाजपा प्रायोजित संरक्षित व संपोषित गुंडाराज, जंगलराज और राक्षसराज अब भाजपा के ही हाथ से बेकाबू है और इन्हें अब अपनी ही बिहार सरकार पर भरोसा नहीं. जंगलराज का झूठा राग अलापते-अलापते इन्होंने स्वयं ही महाजंगलराज ला दिया है.
वहीं तेजस्वी यादव के इन बयानों पर बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि ‘अग्निपथ योजना के बहाने जिस तरह से लोगों को दिगभ्रमित किया गया और असामाजिक तत्वों से नंगा काम कराया गया वह राजद की ही साजिश थी. विधान सभा चुनाव में करारी हार से बौखलाई राजद ने यह सब करवाया. असमाजिक तत्वों की वजह से भाजपा नेताओं की सिक्यूरिटी बढ़ाई गई है. बिहार की जनता ने राजद को पहले भी शांत किया है और आगे अभी और शांत करेगी.’