pm modi vs aditya thackeray
pm modi vs aditya thackeray

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों महाराष्ट्र में चुनावी कैंपेन को लेकर एक्टिव हैं. प्रदेश की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव होने हैं. पक्ष और विपक्ष पर एक दूसरे की तीखी बयानबाजी और आरोपों का प्रतिद्वंद्व तेज होता जा रहा है. इसी कड़ी में पीएम मोदी भी महाराष्ट्र पहुंचे और उन्होंने महाविकास अघाड़ी पर जमकर निशाना साध. पीएम मोदी ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की गाड़ी में न पहिए हैं, न ब्रेक हैं, लेकिन ड्राइवर के लिए झगड़ा हो रहा है. 74 साल के मोदी के इस वार का प्रति उत्तर एमवीए के यंग बिग्रेड के नेतृत्वकर्ता आदित्य ठाकरे दे रहे हैं. जूनियर ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को इतिहास के पन्नों में उलझाने के बजाय यह जवाब देना चाहिए कि बीजेपी ने महाराष्ट्र को क्यों लूटा?

यह भी पढ़ें: ‘कौन होगा महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री’ विस चुनावों के बीच सवाल कड़ा लेकिन खरा?

इससे पहले पीएम मोदी ने चुनावी रैली में कहा कि हम सभी को, बीजेपी को, महायुति को, महायुति के एक-एक उम्मीदवार को आपका आशीर्वाद चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पिछले ढाई वर्षों में महाराष्ट्र के विकास को जो गति मिली है, उसे रुकने नहीं दिया जाएगा. अगले 5 वर्ष महाराष्ट्र की प्रगति को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे. महाराष्ट्र को जिस सुशासन की जरूरत है, वह महायुति सरकार ही दे सकती है.

महाराष्ट्र की कंपनियों को गुजरात क्यों ले गए?

महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरते हुए बीजेपी पर महाराष्ट्र को लूटने का आरोप लगाया. ठाकरे ने राज्य में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाने का दावा भी किया. नासिक में आदित्य ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के बारे में पीएम नरेंद्र मोदी जी को बात करनी चाहिए. जो कंपनियां महाराष्ट्र के लिए थी, उसे गुजरात क्यों ले गए? इस बारे में भी मोदी जी को जवाब देना चाहिए.

भविष्य की ओर देख रहा है महाराष्ट्र

प्रदेश की एमवीए सरकार में पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता हमारे साथ है. महाविकास अघाड़ी की जीत होगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को इतिहास के पन्नों में उलझाने के बजाय यह जवाब देना चाहिए कि बीजेपी ने महाराष्ट्र को क्यों लूटा? हो सकता है कि वे इतिहास के पन्नों में व्यस्त हों, लेकिन महाराष्ट्र भविष्य की ओर देख रहा है. बीजेपी महाराष्ट्र के बारे में बुरा सोचती है. महाराष्ट्र बीजेपी को नकार देगा, वह केवल एमवीए को स्वीकार करेगा.

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में शरद पवार का मास्टर स्ट्रोक: बढ़ सकती है एनसीपी की परेशानियां

बता दें कि महाराष्ट्र की सभी 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग है. मतगणना 23 नवंबर को होगी. वर्तमान सत्र में प्रदेश की राजनीति में कई नाटकीय उतार चढ़ाव आए, तीन बार सरकार बदली और फिर महायुति का गठन हुआ. इस बार महाविकास अघाड़ी और महायुति के बीच आमने-सामने की टक्कर है. अब देखना है कि जनता दागियों को स्वीकार करती है या उनकी संवेदना एमवीए के साथ जाती है.

Leave a Reply